विकासनगर: वनंत्रा रिजॉर्ट में पुलिस को कई कर्मचारियों की शिकायती पत्र भी मिले थे। हालांकि, यह शिकायती पत्र कभी राजस्व या नियमित पुलिस तक पहुंच नहीं पाई। कर्मचारियों को रिजॉर्ट से अपनी जान बचाकर भागना पड़ा।

मेरठ, हरिद्वार, पौड़ी गढ़वाल के कई कर्मचारी वनंत्रा रिजॉर्ट में काम कर चुके थे। पुलकित आर्य ओएलएक्स, क्विकर और अन्य एप पर मैनेजर, रिसेप्शनिस्ट, शेफ और अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकालता था।
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उसके बाद महिला कर्मचारियों को वीआईपी को अतिरिक्त सेवा देने के लिए दबाव बनाता था। जब, महिला कर्मचारी नहीं मानती थी तो उन्हें प्रताड़ित करता था। शिकायत की बात करने पर उन्हें झूठे आरोप लगाकर कानूनी कार्रवाई करवाने की धमकी भी देता था।

ऐसे ही एक मामले में मेरठ निवासी प्रियंका और उनके पति वनंत्रा रिजॉर्ट से नौकरी छोड़कर चले गए थे। पुलकित आर्य ने प्रियंका पर चोरी का आरोप लगाया था। वहीं, रुड़की का भी एक युवक पुलकित आर्य और अंकित गुप्ता के प्रताड़ित करने पर पैदल ही रुड़की भाग गया था।

पुलकित आर्य के खिलाफ कर्मचारियों की ओर से लिखे गए कई शिकायती पत्र परिसर में रिसेप्शन काउंटर और कर्मचारी आवास में मिले थे। अंकिता भंडारी भी रिजॉर्ट से भागना चाहती थी। उसने अपने कपड़े, शैक्षणिक व अन्य दस्तावेज और अन्य जरूरी सामान बैग में रख लिया था। वह, इतनी परेशान थी कि उसने खाना भी नहीं खाया था। लेकिन, आरोपियों ने ऐसा जाल बिछाया की उसे भागने का मौका ही नहीं मिला।

By Editor