Saturday , April 20 2024

बिज़नेस

चौथी तिमाही में इंफोसिस का मुनाफा 30% बढ़कर ₹7,969 करोड़ हुआ, आंकड़े जारी

सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इंफोसिस का एकीकृत लाभ मार्च 2024 को समाप्त चौथी तिमाही में 30 प्रतिशत बढ़कर 7,969 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी ने 6,128 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।

समीक्षाधीन तिमाही में इंफोसिस की कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू 1.3 प्रतिशत बढ़कर 37,923 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 37,441 करोड़ रुपये थी। कंपनी को वित्त वर्ष 2025 के दौरान राजस्व में कॉन्स्टैंट करेंसी की स्थिति में 1 से 3 फीसदी बढ़ोतरी की उम्मीद है।

मार्च 2024 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के दौरान, कंपनी का शुद्ध लाभ FY24 में 8.9 प्रतिशत बढ़कर 26,233 करोड़ रुपये हो गया। FY23 में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 24,095 करोड़ रुपये था। परिचालन से कंपनी का वार्षिक आय वित्त वर्ष 2024 में 4.7 प्रतिशत बढ़कर 1,53,670 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले 1,46,767 करोड़ रुपये थी।

इन्फोसिस बोर्ड ने वित्त वर्ष 2024 के लिए 20 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंतिम लाभांश और इसके अलावा 8 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के विशेष लाभांश की सिफारिश की है। कंपनी ने यह भी घोषणा की है कि वह 45 करोड़ यूरो के निवेश के साथ नकद सौदे के जरिए जर्मन फर्म इन-टेक में 100 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी। हालांकि, नतीजों के बाद इंफोसिस एडीआर के शेयर न्यूयार्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) पर आठ प्रतिशत तक की गिरावट दिखी। माना जा रहा है कि निवेशक वित्तीय वर्ष 2025 के कंपनी के राजस्व अनुमानों से उत्साहित नहीं है।

क्या उड़ान के दौरान परोसे गए उपमा व पोहा में सोडियम की मात्रा अधिक है? आरोपों पर एयरलाइन का आया जवाब

एक सोशल मीडिया यूजर ने दावा किया है कि उड़ान के दौरान इंडिगो की ओर से परोसे जाने वाले उपमा और पोहा में सोडियम की मात्रा मैगी से भी अधिक है। हालांकि एयरलाइन ने इसका जवाब देते हुए कहा कि उसके पहले से पैक उत्पादों में नमक की मात्रा निर्धारित मानदंडों के भीतर ही है।

सोशल मीडिया पर रेवंत हिमतसिंगका ‘फूड फार्मर’ नाम के यूजर ने कहा कि इंडिगो की ओर से परोसे जाने वाले भोजन के बारे में एक चौंकाने वाला वीडियो है। बुधवार को एक एक्स पोस्ट में उन्होंने कहा, “हम में से अधिकांश पहले से ही जानते हैं कि मैगी एक अधिक सोडियम वाला भोजन है! पर हममें से ज्यादातर लोग यह नहीं जानते कि इंडिगो के मैजिक उपमा में मैगी की तुलना में 50 प्रतिशत अधिक सोडियम है, इंडिगो के पोहा में मैगी की तुलना में 83 प्रतिशत अधिक सोडियम है और दाल चावल में मैगी जितना सोडियम है। उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ इसलिए कि उपमा, पोहा और दाल चावल स्वास्थ्य के लिए ठीक लगते हैं, पर इसका मतलब यह नहीं है कि वे वाकई सेहत के लिए ठीक हैं।

इन आरोपों के बाद इंडिगो ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि कुछ पहले से पैक उत्पादों को पारंपरिक भारतीय व्यंजनों के अनुसार तैयार किया गया है और इसमें नमक की मात्रा तय मानदंडों के अनुरूप है। इंडिगो केवल प्रतिष्ठित विक्रेताओं के माध्यम से तैयार ताजा और पहले से पैक भोजन परोसता है। इंडिगो के विमानों में परोसे जाने वाले सभी भोजन पर एफएसएसएआई मानदंडों के अनुसार सामग्री और पोषण संबंधी जानकारी भी मौजूद होती है। इंडिगो ने कहा कि वह सेवाओं में सुधार के लिए सभी फीडबैक का स्वागत करती है।

बयान में कहा गया है कि पैकेज पर मुद्रित जानकारी यात्रियों को पोषक तत्वों का अनुमान लगाने और उनके विवेक के अनुसार उपभोग करने के लिए एक सलाह के रूप में कार्य करती है। जनवरी में खाद्य सुरक्षा निगरानी संस्था एफएसएसएआई ने एक विमान में परोसे गए सैंडविच में कीड़ा पाए जाने के बाद एक यात्री को असुरक्षित भोजन परोसने के मामले में इंडगो को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।

शेयर बाजार में बिकवाली जारी; सेंसेक्स और 600 अंक टूटा, निफ्टी 22000 के नीचे आया

घरेलू शेयर बाजार पर पश्चिम एशिया में जारी तनाव हावी होता दिख रहा है। लगातार पांचवें दिन प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स गिरावट के साथ कारोबार करते दिखे। शुक्रवार को सेंसेक्स करीब 600 अंक फिसलकर 72,000 के नीचे आ गया वहीं निफ्टी करीब 150 अंक टूटकर 21800 के लेवल पर आ गया। हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन सबसे ज्यादा बिकवाली आईटी, मेटल और पीएसयू बैंकिंग शेयरों में दिख रही है। गुरुवार को आए नतीजों के बाद इंफोसिस के शेयरों में तीन प्रतिशत तक की गिरावट आई है। इससे पहले गुरुवार को सेंसेक्स 454 अंक कमजोर होकर 72,488 के स्तर पर बंद हुआ था।

बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 2.95 लाख करोड़ रुपये घटा
सुबह 9 बजकर 18 मिनट पर सेंसेक्स 598 अंकों या 0.83% की गिरावट के साथ 71,890 के स्तर पर जबकि निफ्टी 181 अंक या 0.82% टूटकर 21,814 के लेवल पर कारोबार करता दिखा। शुक्रवार को शुरुआती कारोबार के दौरान बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 2.95 लाख करोड़ रुपये घटकर 389.94 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

रुपया शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर पर खुला
ईरान में इजरायली हमलों की खबरों ने निवेशकों को जोखिम वाली संपत्तियों से बाहर निकलने सुरक्षित निवेश करने के लिए प्रेरित किया इसके बाद शुक्रवार को भारतीय रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर खुला। रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.5550 रुपये पर खुला, और पिछले रिकॉर्ड निचले स्तर 83.5475 और गुरुवार की क्लोजिंग 83.5375 से नीचे आ गया।

चार दिन की गिरावट के बाद बाजार ने की वापसी; सेंसेक्स 599 अंक चढ़ा, निफ्टी 22100 के पार

घरेलू शेयर बाजार में चार दिनों की गिरावट के बाद हफ्ते के आखिरी कारोबारी हरियाली लौटी। शुक्रवार को आधा कारोबारी सत्र बीते के बाद बाजार में खरीदार लौटे। इसके बाद सुबह से जिस सेंसेक्स और निफ्टी में लाल निशान पर कारोबार हो रहा था वे मजबूत बढ़त के साथ बंद हुए।

शुक्रवार के कारोबारी सेशन के बाद सेंसेक्स के 30 शेयरों का हाल

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों का बेंचमार्क सूचकांक बीएसई सेंसेक्स हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन 599.34 (0.82%) अंकों की बढ़त के साथ 73,088.33 पर बंद हुआ। वहीं दूसरी ओर, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 शेयरों का बेंचमार्क सूचकांक एनएसई निफ्टी शुक्रवार को 151.16 (0.69%) अंक मजबूत होकर 22,147.00 के पर बंद हुआ।

निफ्टी के टॉप गेनर्स और टॉप लूजर्स शेयर ये रहे

शुक्रवार को शुरुआती सत्र के दौरान बाजार पर पश्चिम एशिया में बढ़ रहे तनाव का असर दिख रहा था। हालांकि, आधे दिन के कारोबार के बाद बाजार में मजबूती लौटी और बेंचमार्क इंडेक्स हरे निशान पर बंद होने में सफल रहे।शुरुआती कमजोरी के बाद रुपया शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले 4 पैसे संभलकर 83.48 रुपये पर बंद हुआ।

आईटी सेवा प्रदाता विप्रो का मुनाफा सालाना आधार पर 8% घटकर ₹2835 करोड़ हुआ, राजस्व भी घटा

आईटी सेवा प्रदाता कंपनी विप्रो ने वित्तीय वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही यानी मार्च 2024 को समाप्त तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। विप्रो के आंकड़ों के अनुसार मार्च तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 2835 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल इसी तिमाही में यह 3074 करोड़ था। इस तरह कंपनी के मुनाफे में सालाना आधार पर 8% की गिरावट दर्ज की गई। बाजार के जानकारों के अनुमानों से कंपनी का मुनाफा थोड़ा पीछे रह गया।

एक पोल में कंपनी का मुनाफा 2880 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया गया था। मार्च तिमाही में कंपनी के परिचालन राजस्व में भी 4% की गिरावट दर्ज की गई और यह 22,208 करोड़ रुपये रही। इससे पिछली तिमाही में कंपनी का परिचालन राजस्व 23,190 करोड़ रुपये रहा था।

टेस्ला में जा सकती है 14,000 कर्मचारियों की नौकरी, कंपनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष का इस्तीफा

एलन मस्क के स्वामित्व वाली इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी टेस्ला कर्मचारियों की छंटनी की योजना बना रही है। कंपनी भूमिकाओं के दोहराव का हवाला देते हुए अपने वैश्विक कर्मचारियों की संख्या में 10% से अधिक की छंटनी करने की योजना पर काम कर रही है। अगर यह फैसला लागू किया जाता है तो इससे 14,000 लोगों की नौकरी जा सकती है।

electrick.com की ओर से देखे गए एक एक आंतरिक ईमेल में, सीईओ मस्क ने कहा कि तेज विकास के कारण कंपनी में भूमिकाओं का दोहराव हुआ है और “विकास के अगले चरण” के लिए लागत में कमी जरूरी हो गई है। मस्क ने लिखा, “जैसा कि हम कंपनी को विकास के अगले चरण के लिए तैयार करते हैं, ऐसे में लागत में कटौती समेत उत्पादकता बढ़ाने के लिए कंपनी के हर पहलू को देखना बेहद महत्वपूर्ण है। इस प्रयास के तहत हमने संगठन की गहन समीक्षा की है और वैश्विक स्तर पर अपने कर्मचारियों की संख्या को 10% से अधिक घटाने का कठिन निर्णय लिया है। ऐसा कुछ भी नहीं है जिसे मैं बहुत अधिक पसंद नहीं करता हूं, लेकिन यह किया जाना चाहिए।”

टेस्ला की ओर से यह घोषणा ऑटो डिलीवरी में गिरावट की सूचना देने के कुछ दिनों बाद की गई है। कंपनी ने मांग को बढ़ाने के लिए अपने ईवी की कीमतों में कटौती का एलान किया है। टेस्ला के मुखिया एलन मस्क का इस महीने की भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मिलने का कार्यक्रम है। उन्मीद है कि इस दौरान वे भारत में टेस्ला का नया प्लांट खोलने की घोषणा करें। उन्होंने अपने एक्स प्रोफाइल पर पोस्ट किया था, “भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक करने के लिए उत्सुक हूं!”।

टेस्ला के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ड्रू बग्लिनो ने दिया इस्तीफा
टेस्ला के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ड्रू बग्लिनो ने कार निर्माता की नौकरी में कटौती के सबसे बड़े दौर के बीच कंपनी से इस्तीफा दे दिया है। इलेक्ट्रिक-वाहन की मांग में कमी के बीच कंपनी ने अपने वैश्विक कर्मचारियों की संख्या में 10% से अधिक की कटौती का प्लान बताया है। इसके परिणामस्वरुप कुछ डिवीजनों में 20% तक की छंटनी हो सकती है।

ड्रू बग्लिनो टेस्ला में चार नामित कार्यकारी अधिकारियों में से एक रहे हैँ। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, वह कंपनी की बैटरी, मोटर्स और ऊर्जा उत्पादों के लिए इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी विकास इकाई का नेतृत्व कर रहे थे। उनके पास 18 वर्षों का कार्यानुभव है और उन्होंने पिछले साल टेस्ला के निवेशक दिवस सहित कई कार्यक्रमों में एलन मस्क के साथ मंच साझा किया था।

पश्चिम एशिया में तनाव की खबरों के बीच सोना-चांदी नए हाई पर, जानें क्या कहते हैं आंकड़े

पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने की आशंकाओं के बीच अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मजबूती के रुख से मंगलवार को सोने और चांदी की कीमतों में लगातार दूसरे दिन तेजी जारी रही और इनकी कीमतें अब तक के नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं।एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को सोना 700 रुपये उछलकर 73,750 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। सोमवार को सोना 73,050 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। इसी तरह चांदी की कीमत 800 रुपये उछलकर 86,500 रुपये प्रति किलोग्राम की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) सौमिल गांधी ने कहा, ”वैश्विक बाजार में तेजी के बीच दिल्ली के बाजारों में 24 कैरेट सोने की हाजिर कीमत 700 रुपये की तेजी के साथ 73,750 रुपये प्रति 10 ग्राम की नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर कारोबार कर रही है।” वैश्विक बाजारों में कॉमेक्स पर सोने का हाजिर भाव 15 डॉलर की तेजी के साथ 2,370 डॉलर प्रति औंस हो गया। पिछले हफ्ते इस्राइल पर ईरान के अभूतपूर्व हमले के बाद पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने की आशंकाओं के बीच सोने और चांदी की मांग बढ़ती है, जिससे कीमतों में तेजी आई है।

वैश्विक बाजार में चांदी का भाव भी तेजी के साथ 28.40 डॉलर प्रति औंस हो गया। इससे पिछले कारोबारी सत्र में चांदी 28.25 डॉलर प्रति औंस के भाव पर बंद हुई। निवेशक पिछले सप्ताह अपेक्षा से अधिक मुद्रास्फीति के आंकड़ों के बाद मंगलवार को आने वाले अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के भाषण की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इससे फेड के मौद्रिक नीति दृष्टिकोण का रुझान मिलेगा। शेयरखान के सहायक उपाध्यक्ष (बेसिक करेंसी एंड कमोडिटी) प्रवीण सिंह ने कहा कि अमेरिकी ट्रेजरी के मजबूत प्रतिफल और डॉलर की मजबूती से बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में तेजी सीमित रहेगी, पर इसमें उतार-चढ़ाव बना रहेगा।

उधर, एमसीएक्स पर वायदा कारोबार में सोने के जून अनुबंध में 349 रुपये यानी 0.48 फीसदी की तेजी के साथ 72,626 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार होता दिखा। कारोबार के दौरान यह 72,927 रुपये प्रति 10 ग्राम के उच्च स्तर पर पहुंच गया। इसके अलावा सोने का अगस्त डिलीवरी अनुबंध 72,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार करता दिखा।

रेल मंत्रालय को नहीं पता वंदे भारत ट्रेनों से कितना राजस्व आया, RTI के तहत सवाल का मिला यह जवाब

रेल मंत्रालय वंदे भारत ट्रेनों के राजस्व सृजन का अलग से कोई रिकॉर्ड नहीं रखता है। इसलिए उसे नहीं पता कि वंदे भारत ट्रेनों के परिचालन से उसे कितना राजस्व प्राप्त हुआ। मंत्रालय ने सूचना के अधिकार के तहत पूछे गए एक सवाल के जवाब में यह बात कही है। मध्य प्रदेश के चंद्रशेखर गौड़ ने पूछा था कि रेल मंत्रालय ने पिछले दो साल में वंदे भारत ट्रेनों से कितना राजस्व अर्जित किया है और क्या इससे उनके परिचालन पर कोई लाभ या हानि हुई है? इसके जवाब में रेल मंत्रालय ने कहा ट्रेनों के आधार पर राजस्व के आंकड़े एकत्र नहीं किए जाते।

वंदे भारत देश की पहली सेमी-हाई स्पीड ट्रेन है जिसे 15 फरवरी, 2019 को नई दिल्ली और वाराणसी के बीच हरी झंडी दिखाई गई थी और आज 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 284 जिलों को कवर करते हुए 100 मार्गों पर 102 वंदे भारत ट्रेनें चलाई जा रही हैं। सोमवार को रेलवे अधिकारियों ने बताया कि कि वंदे भारत ट्रेनों की लॉन्चिंग के बाद से करीब 2 करोड़ से अधिक लोगों ने यात्रा की है। अधिकारियों ने यह भी बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में वंदे भारत ट्रेनों ने जो दूरी तय की है, वह पृथ्वी के 310 चक्कर लगाने के बराबर है।

सूचना के अधिकार के तहत रेल मंत्रालय से सवाल करने वाले गौड़ ने आश्चर्य व्यक्त किया और कहा कि रेलवे वंदे भारत ट्रेनों द्वारा यात्रा करने वाले लोगों की संख्या और कवर की गई दूरी की जानकारी तो रखता है, लेकिन उनसे कितने राजस्व का सृजन हुआ, यह महत्वपूर्ण जानकारी नहीं रखता है।

गौड़ ने कहा, “रेलवे अधिकारी एक साल में वंदे भारत ट्रेन द्वारा तय की गई दूरी की गणना पृथ्वी के चारों ओर कुल चक्कर के मुकाबले कर सकते हैं, लेकिन उनके पास इन ट्रेनों से कितना राजस्व आया इसकी जानकारी नहीं है।” उन्होंने कहा, “वंदे भारत ट्रेनों से राजस्व सृजन की स्थिति का एक अलग रिकॉर्ड बनाए रखना रेलवे के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि ये भारत की पहली सेमी-हाई स्पीड नई पीढ़ी की ट्रेनें हैं और इसकी लाभप्रदता से इसकी वास्तविक लोकप्रियता स्थापित होगी।” इससे पहले एक रेलवे अधिकारी ने बताया था कि वंदे भारत ट्रेनें कुछ मार्गों पर बहुत अच्छा कर रही हैं, जबकि कुछ अन्य मार्गों पर यात्रियों की संख्या औसत है, लेकिन अगर आप समग्र उपयोग देखें, तो यह काफी महत्वपूर्ण है।

शेयर बाजार में फिर कमजोर शुरुआत; सेंसेक्स 500 अंक फिसला, निफ्टी 22150 के नीचे पहुंचा

हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन मंगलवार को शेयर बाजार में एक बार फिर कमजोर शुरुआत हुई है। मंगलवार को सेंसेक्स 500 अंकों की गिरावट के साथ कारोबार करता दिख रहा है वहीं निफ्टी 22150 के नीचे पहुंच गया है। पश्चिम एशिया में युद्ध की आशंकाओं के बीच रुपया में भी रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई है। शुरुआती गिरावट के बाद बाजार कुछ संभलता दिखा। सुबह 9 बजकर 25 मिनट पर सेंसेक्स 346.34 (0.47%) अंकों की कमजोरी के साथ 73,071.29 पर जबकि निफ्टी 93.35 (0.42%) अंक फिसलकर 22,179.15 के स्तर पर कारोबार करता दिखा।

टिकटों की मांग बढ़ने से हवाई किराये 20 से 25 प्रतिशत तक बढ़े, क्या यह विस्तारा संकट का असर है?

हवाई यात्रियों को गर्मियों में घरेलू उड़ानों के लिए अधिकद किराये भुगतान करना होगा। विस्तारा एयरलाइन की उड़ानें रद्द होने और यात्री मांग में मजबूती बने रहने से हवाई किराये में 20-25 प्रतिशत की बढ़ोतरी पहले ही हो चुकी है। उद्योग विशेषज्ञों के मुताबिक, गर्मी के मौसम में हर साल हवाई यात्रा की मांग अधिक रहती है। लेकिन इस साल विमानन उद्योग मांग के अनुरूप क्षमता बढ़ाने में कई चुनौतियों से जूझ रहा है। यहां तक कि घरेलू मार्गों पर बड़े विमानों का उपयोग भी कर रहा है।

इस दौरान टाटा समूह की विस्तारा एयरलाइन की सौ से अधिक उड़ानें रद्द होने से हवाई किराया पहले ही बढ़ चुका है। पायलटों की नाराजगी का सामना कर रही एयरलाइन ने प्रतिदिन 25-30 उड़ानों यानी अपनी कुल क्षमता में 10 प्रतिशत की कटौती कर दी है। यात्रा वेबसाइट इक्सिगो के एक विश्लेषण से पता चला है कि एक से सात मार्च की अवधि की तुलना में एक से सात अप्रैल की अवधि में कुछ हवाई मार्गों पर किराया 39 प्रतिशत तक चढ़ गया। इस अवधि में दिल्ली-बेंगलुरु उड़ानों के लिए एकतरफ का किराया 39 प्रतिशत बढ़ गया, जबकि दिल्ली-श्रीनगर उड़ानों के लिए इसमें 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई।

विश्लेषण के मुताबिक, दिल्ली-मुंबई उड़ान सेवाओं के मामले में किराया वृद्धि 12 प्रतिशत और मुंबई-दिल्ली सेवाओं के मामले में आठ प्रतिशत थी। ट्रैवल पोर्टल यात्रा ऑनलाइन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (विमान एवं होटल कारोबार) भरत मलिक ने कहा कि मौजूदा ग्रीष्मकालीन उड़ान कार्यक्रम में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों मार्गों को शामिल करते हुए अनुमानित औसत हवाई किराया 20-25 प्रतिशत के बीच बढ़ने का अनुमान है।

मलिक ने कहा, “विस्तारा की उड़ानों में 10 प्रतिशत कटौती के फैसले ने प्रमुख घरेलू मार्गों पर टिकट की कीमतों को प्रभावित किया है। हमने किराये में उल्लेखनीय वृद्धि देखी है। दिल्ली-गोवा, दिल्ली-कोच्चि, दिल्ली-जम्मू और दिल्ली-श्रीनगर जैसे प्रमुख मार्गों पर कीमतें लगभग 20-25 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं।”