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हेल्थ

समाजसेवी संस्था ने लगाया आई चेकअप कैम्प,सैंकड़ों की आँखों की हुई जाँच

बीते रविवार 24 दिसम्बर को अवधी भारतम् फाउंडेशन और लेट्स गिव होप इंडिया फाउंडेशन ने लखनऊ के स्प्रिंग ग्रीन अपार्टमेंट में निःशुल्क आई चेकअप कैंप का आयोजन किया | इस आई चेकअप कैंप में बढ़ चढ़ क्र लोगों ने हिस्सा लिया और 153 लोगों निःशुल्क अपनी आँखों की जांच करवाई और करीब 41 लोगों को मुफ्त दवाएं दी गयीं.

जाने माने डॉक्टर्स ने की आँखों की जांच
इस कैम्प में आँखों की जांच शहर के जाने माने नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ आशीष श्रीवास्तव और डॉ पूजा ने अपनी टीम के साथ किया। इस निःशुल्क आई चेकअप कैम्प में अवधी भारतम् फाउंडेशन के डायरेक्टर पंकज उपाध्याय और संजोली पांडेय और लेट गिव होप फाउंडेशन के प्रेसिडेंट आशीष मौर्य भी मौजूद रहे. पंकज उपाध्यय ने बताया उन्होंने अब तक सौ से अधिक इस तरह के निःशुल्क कैम्प लगा चुके हैं और इस आई चेकअप का मुख्य उद्देश्य था शरद ऋतु आते ही धुंध और कोहरा बढ़ जता है जिससे आंखों के इन्फेक्शन और अन्य बीमारियां होने से बचाना साथ ही उचित परामर्श देना हमारा एकमात्र उद्देश्य था।

पंकज ने बताया अब हमारी फाउंडेशन का मूल लक्ष्य है कि हमें समाज के लिए एक ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) टूल बनाना है जिसका उपयोग में हम बेहतर समाज बनाने में कर सकें,जैसा की पीएम मोदी का नारा भी है कि ‘अगला दौर टेक्नोलॉजी का होगा’ तो इस बात को ध्यान में रखते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा हम अपने समाज में बेहतर योगदान कर सकें। जिसके तहत हम शिक्षक और छात्र के बीच के अंतर को कम करेंगे और कृषि क्षेत्र में किसानों की सहायता के लिए टूल कैसे मदद कर सकता है ? इन बातों के साथ साथ ही मेडिकल की जानकारी और तमाम ऐसी

इन राशि के जातकों को आज रहना पड़ेगा सावधान, देखें राशिफल

मेष: रोजगार में वृद्धि होगी। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति होगी। कोई बड़ा कार्य हो जाने से प्रसन्नता रहेगी। निवेश लाभदायक रहेगा। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। विवाद से बचें। आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है।

 

वृषभ: व्ययवृद्धि से तनाव रहेगा। किसी व्यक्ति के उकसावे में न आएं। विवाद से बचें। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा। व्यापार ठीक चलेगा। आय होगी। विवेक का प्रयोग करें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा।

मिथुन: बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लंबी यात्रा हो सकती है। लाभ होगा। नए अनुबंध हो सकते हैं। रोजगार में वृद्धि होगी। रुके कार्य पूर्ण होंगे। प्रसन्नता रहेगी। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता प्राप्त होगी। प्रशंसा मिलेगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। प्रमाद न करें।

कर्क: आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। कोई बड़ा कार्य कर पाएंगे। व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। कार्य पूर्ण होंगे। प्रसन्नता रहेगी। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जोखिम न लें। भाइयों का सहयोग मिलेगा। आय में वृद्धि होगी।

सिंह: तीर्थदर्शन हो सकता है। सत्संग का लाभ मिलेगा। राजकीय सहयोग से कार्य पूर्ण व लाभदायक रहेंगे। कारोबार मनोनुकूल रहेगा। शेयर मार्केट में जोखिम न लें। नौकरी में चैन रहेगा। घर-बाहर प्रसन्नता बनी रहेगी। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। ध्यान रखें।

कन्या: वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग से हानि की आशंका है, सावधानी रखें। दूसरों के झगड़ों में हस्तक्षेप न करें। आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से क्षोभ होगा। फालतू की बातों पर ध्यान न दें। व्यापार ठीक चलेगा। जोखिम व जमानत के कार्य बिलकुल न करें।

तुला: शत्रुओं का पराभव होगा। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। वैवाहिक प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। कारोबार से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। कोई बड़ा कार्य करने की योजना बन सकती है। कार्यसिद्धि होगी। सुख के साधनों पर व्यय होगा। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें।

वृश्चिक: संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। प्रॉपर्टी ब्रोकर्स के लिए सुनहरा मौका साबित हो सकता है। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। रोजगार में वृद्धि के योग हैं। स्वास्थ्‍य कमजोर रहेगा। आय में वृद्धि होगी। व्यस्तता रहेगी। मित्रों की सहायता कर पाएंगे।

धनु: मेहनत का फल पूरा नहीं मिलेगा। स्वास्थ्य खराब हो सकता है। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन मिल सकता है। यात्रा मनोरंजक रहेगी। पारिवारिक मांगलिक कार्य हो सकता है। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे।

मकर: लेन-देन में सावधानी रखें। किसी भी अपरिचित व्यक्ति पर अंधविश्वास न करें। शोक संदेश मिल सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। किसी के उकसाने में न आएं। व्यस्तता रहेगी। थकान व कमजोरी रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा। आय में निश्चितता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा।

कुंभ: मेहनत सफल रहेगी। बिगड़े काम बनेंगे। कार्यसिद्धि से प्रसन्नता रहेगी। आय में वृद्धि होगी। सामाजिक कार्य करने के अवसर मिलेंगे। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। समय की अनुकूलता का लाभ लें। धनार्जन होगा।

मीन: पुराने संगी-साथी व रिश्तेदारों से मुलाकात होगी। नए मित्र बनेंगे। अच्‍छी खबर मिलेगी। प्रसन्नता रहेगी। कार्यों में गति आएगी। विवेक का प्रयोग करें। लाभ में वृद्धि होगी। मित्रों के सहयोग से किसी बड़ी समस्या का हल मिलेगा। व्यापार ठीक चलेगा। घर-बाहर सुख-शांति रहेगी।

अर्ध भेकासन करने से किडनी रहेगी हमेशा के लिए स्वास्थ्य

किडनी हमारे शरीर का एक जरूरी अंग है, यह शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकाल कर रक्त शाेधन का कार्य करती है. इसलिए आवश्यक है कि इसे स्वास्थ्य वर्धक रखा जाए. किडनी की कार्यक्षमता को बनाए रखने के लिए खानपान के साथ कुछ योगासन किए जा सकते हैं. साथ ही विषैले पदार्थ शरीर से बाहर निकल जाते हैं  आदमी स्वस्थ रहता है. आइए जानते हैं उनके बारे में:-

अर्ध भेकासन
ऐसे करें : पेट के बल लेट जाएं. हथेलियों को कंधों के बराबर रखकर शरीर के अग्र भाग को धीरे-धीरे ऊपर 45 डिग्री तक उठाएं. इसके बाद दाएं पैर को घुटने से मोड़कर एड़ी कूल्हे पर लगाएं. फिर दाएं हाथ से दाएं पैर के पंजे को इस तरह पकड़ें कि पैर का अग्रिम भाग पकड़ में आए. हथेली और पैर को वापस जमीन पर टिक पाएं. इसे बाईं तरफ से भी दोहराएं.

पासासन
ऐसे करें : गहरी सांस लेते हुए ताड़ासन की मुद्रा में खड़े हो जाएं. फिर घुटनों को मोड़ते हुए सारा वजन पैर पर रखते हुए बैठ जाएं. अब धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए घुटनों को हल्का सा बाएं  शरीर को दाईं ओर मोड़ें. इस दौरान ध्यान रखें कि शरीर का ऊपरी भाग दाईं जांघ को छुए. बायां हाथ ऊपर उठाएं  दाएं पैर के सामने की ओर लाएं. फिर दायां हाथ पीठ की तरफ से पीछे ले जाते हुए इससे बाईं हथेली पकडऩे की प्रयास करें. बाएं हाथ की मदद से शरीर को उलटी दिशा में घुमाने का कोशिश करें  सिर को दाईं ओर पीछे की तरफ घुमाएं. कंधे को घुटने की सीध में लाएं. कुछ समय के लिए इस मुद्रा में रुकने के बाद प्रारंभिक स्थिति में आ जाएं. दूसरी तरफ से भी इसे दोहराएं.

शरीर में होने वाली पोषक तत्त्वों की कमी को उम्र के हिसाब से करे दूर

शरीर में होने वाली पोषक तत्त्वों की कमी की पूर्ति के लिए हर चिकित्सा पद्धति में सप्लीमेंट्स दिए जाते हैं. ये मुख्यत: कैल्शियम  आयरन के होते हैं जिन्हें हर आयु और वर्ग के आदमी को देते हैं. प्राकृतिक जड़ी-बूटियों के अर्क से तैयार होने के कारण ये दुष्प्रभाव नहीं छोड़ते. आइए जानते इनके फायदाें के बारे में :-

बच्चों में उपयोगी : इनमें 4 माह बाद से दांत निकलने प्रारम्भ हो जाते हैं. कैल्केरिया फॉस की 1-1 गोली दिन में तीन बार एक चम्मच पानी में घोलकर देते हैं. वहीं बायो-21 दवा आठ माह से डेढ़ वर्ष तक दो-दो गोली दिन में तीन बार चम्मच में घोलकर देते हैं. ये कम से कम एक वर्ष तक चलती हैं. निर्बल हड्डियां, अधिक पसीना आने, चूना, मिट्टी खाने की आदत होने पर कैल्केरिया कार्ब दिन में 3 बार देते हैं.

गर्भावस्था में लाभदायक : प्रेग्नेंसी के दौरान महिला के शरीर में आयरन तत्त्व की कमी से एनीमिया रोग आम है. ऐसे में गर्भावस्था के दौरान चौथे माह से महिला को फैरम फॉस आठवें माह तक दिन में 4-4 गोली तीन बार लेने की सलाह देते हैं.

वृद्धावस्था : आयु के इस पड़ाव पर 50-60 साल की आयु के बाद ज्यादातर पुरुष और स्त्रियों की मांसपेशियां  हड्डियां निर्बल होने लगती हैं. ऐसे में कैल्शियम फॉस दिन में तीन बार 4-4 गोली  जोड़ों में होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए कैल्केरिया फ्लोर देते हैं.

 

डिप्रेशन जैसी बीमारी को बढ़ावा देते हैं ये खाद्य पदार्थ

डिप्रेशन एक बहुत गंभीर और आम बीमारी है, जिससे दुनिया की लगभग 10% आबादी प्रभावित हैं। यदि इसे बिना इलाज के छोड़ दिया जाए, तो यह आपके जीवन के हर पहलु पर भारी दुष्प्रभाव डाल सकता है। अपने डिप्रेशन से लड़ें टाइम पर इलाज कराएं ज़िंदगी में पॉजिटीव सोचेंगे तो सब अच्छा होगा।

केचअप :केचअप को तैयार करने में टमाटर के अलावा कई तरह के रसायनों और भारी मात्रा में चीनी का इस्तेमाल किया जाता है। बेहतर होगा कि बाहर के केचअप की जगह घर पर बनाएं केचअप का इस्तेमाल करें और उसमें थोड़ी काली मिर्च जरूर एड करें।

अल्कोहल : कई लोग तनाव में आने के बाद ये सोचते हैं कि अल्कोहल यानी शराब के सेवन से सब ठीक हो जाएगा। लेकिन यह पूरी तरह से गलत है। शराब के सेवन से ना सिर्फ शरीर के महत्वपूर्ण अंगों को नुकसान पहुंचता है बल्कि डिप्रेशन भी बढ़ जाता है।

व्हाइट टोस्ट :नाश्ते में अधिकांश लोग व्हाइट टोस्ट का सेवन करते हैं। लेकिन व्हाइट टोस्ट के सेवन से शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता, जो आगे चलकर एंग्जाइटी की वजह बन जाता है। विशेषज्ञों के मुताबिक व्हाइट टोस्ट के अधिक सेवन से डिप्रेशन का खतरा भी बढ़ जाता है।

चीनी के ज्यादा सेवन की आदत ‘नशे’ का रूप ले रही है तो पढ़े ये खबर

आज चीनी (Sugar) हमारे दैनिक जीवन में इतनी घुल मिल गई है कि इसकी मिठास के अतिरिक्त उसकी उस कड़वाहट का अंदाजा ही नहीं हो पाता, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है | बशर्ते की आप मीठे फल या गुड लेते रहे दरअसल शरीर को जितनी शर्करा चाहिए उतनी उसे दूध, फल, अनाज व सब्जियों से ही प्राकृतिक रूप से मिल जाती है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से जारी किये गये नए निर्देशों में लोगों को अपने खाने में शुगर की मात्रा को आधा करने की सलाह दी है। शुगर से हमारा मतलब सफेद चीनी, कोल्ड ड्रिंक्स, आइसक्रीम, एनेर्जी ड्रिंक्स या अन्य मीठे पेय या वे सब चीजे है जो शुगर मिलाकर बनाई जाती हैं |

अगर खाने की किसी चीज में न हो तो भी चाय में तो चीनी का इस्तेमाल होता ही है। आपको यह जान कर बहुत हैरानी हो सकती हैं कि चीनी में भी तंबाकू जैसा नशा होता हैं, नही तो आइए आज हम आपको बताते है कैसे चीनी से ज्यादा नशा होता है।

डॉक्टरों ने यह चेतावनी दी है कि चीनी के ज्यादा सेवन की आदत ‘नशे’ का रूप ले रही है और इसके कारण दांतों में गंभीर समस्याएं पैदा हो रही हैं। भारत में चीनी युक्त पेय पदार्थ तथा जंक फूड का अत्यधिक सेवन स्थिति को और खराब बना रहा है। चीनी के ज्यादा सेवन की आदत नशे का रूप ले रही है और इसके कारण दांतों में गंभीर समस्याएं भी उत्पन्न हो रही हैं ।

कीटो डाइट में पाई जाती हैं कैलोरी की अत्यधिक मात्रा, जानिए इसके लाभ

क्या  आपको पता है छरहरी फिगर पाने के लिए क्या करना चाहिए? बेशक ऐसा फिगर पाने के लिए एक्सरसाइज की जरूरत है लेकिन आपको अपने खाने में डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ, जूस और सीरिअल आदि का भी इस्तेमाल कम करना चाहिए। दरअसल इन चीजों में शुगर की मात्रा छिपी हुई होती है। आपको बता दें कि फैट और शुगर का सेवन कम करना किसी भी वजन कम करने की डायट का पहला नियम है।

वजन कम करने के अलावा, अधिकतर लोग कीटो डाइट से कई फायदे हासिल कर चुके हैं और इसलिए उसका इस्तेमाल हो रहा है. सबसे पहले और सबसे जरूरी है कि कीटो डाइट के इस्तेमाल से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें.

जरूरी चेकअप कराएं जिससे पता चल सके कि क्या वास्तव में डाइट आपके अनुरूप होगी. अगर आपको डायबिटीज, मोटापा, पॉलिसिस्टिक ओवरी डिजीज या अन्य स्वास्थ्य समस्या है, तो कीटो डाइट आपके लिए मुनासिब नहीं हो सकती. जरूरी है कि प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फैट्स की मात्रा बराबर हो. आपको पूरा रखने के लिए पर्याप्त फैट्स का इस्तेमाल आवश्यक है.

कीटो डाइट में कैलोरी की अत्यधिक मात्रा फैट्स से मिलती है. घी, नट्स, बटर, दूध, डेयरी प्रोडक्ट्स, नारियल तेल, सरसों तेल, जैतून का तेल और मूंगफली का तेल हेल्दी फैट के स्रोत हैं. इसलिए कीटो डाइट में उसका हिस्सा होना चाहिए. प्रोटीन कीटो डाइट का एक आवश्यक हिस्सा है. ये एक पोषक तत्व मांसपेशियों को बनाने और वजन कम करने में मदद कर सकता है.

डायबिटीज से पीड़ित मरीजों को मटर जरूर इस्तेमाल करना चाहिए

कुछ डिशेज ऐसी हैं, जो मटर के बिना अधूरी हैं। फिर चाहे हम बात करें पुलाव की या फिर वेज बिरयानी और मटर-पनीर की। इन व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने के लिए थोड़े-से मटर ही काफी हैं। एक तरफ इनका स्वाद लाजवाब है, तो वहीं दूसरी तरफ इनके आयुर्वेदिक गुण भी अनगिनत हैं।

क्या आप हर समय खुद को थका और उदास महसूस करते हैं? अगर हां, तो ऐसे में आपको अपनी किसी डाइट में मटर को जरूर शामिल करना चाहिए. मटर प्रोटीन हासिल करने का प्राकृति स्रोत होने के साथ शरीर को ऊर्जा देने का भी काम करता है. मटर के इस्तेमाल से आपकी थकान दूर होगी और आप ज्यादा सक्रिय रह सकेंगे.

डायबिटीज से पीड़ित मरीजों के लिए मटर जरूर इस्तेमाल करना चाहिए. दिन के एक भोजन में किसी न किसी रूप में मटर शामिल करना मुफीद साबित होगा. मटर में मौजूद प्रोटीन आपके शरीर में इंसुलिन लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है. इसके अलावा मटर के इस्तेमाल का ये फायदा होगा कि आपके ब्लड में ग्लूकोज का लेवल बढ़ नहीं पाएगा. इससे शुगर लेवल को सामान्य बनाए रखने में मदद मिलती है.

सांस की बदबू को कम करना चाहते हैं तो बंद कर दे इन चीजों का सेवन

खाने के चक्कर में हम भूल जाते हैं कि उससे सांस की बदबू भी हो सकती है.  की बदबू आपके पूरे दिन को खराब कर सकती है. अगर आप ऐसी कठिन स्थिति से निकलना चाहते हैं, तो हमेशा खाने प ध्यान दें अगर ऐसा फूड से होता है, तो सांस की बदबू को कम करना सुनिश्चित करें. कुछ फूड्स के बारे में बताया जा रहा है जो आपके मुंह की बदबू का कारण बन सकते हैं.

लहसुन- लहसुन में सल्फर बड़ी मात्रा में पाया जाता है. उसकी गंध बहुत मजबूत होती है. लहसुन चबाने के बाद तेज गंध मुंह से आने लगती है. लहसुन के निगलने या लहसुन वाले फूड खाने से भी मुंह में सांस की बदबू होती है, जो पेट के अंदर से आती है.

प्याज- प्याज और लहसुन एलियम पौधे के परिवार से संबंध रखते हैं. लहसुन की तरह, प्याज में भी सल्फ्यूरिक यौगिक की बड़ी मात्रा होती है. कच्चा प्याज खाने के कारण मजबूत गंध मुंह से आना शुरू हो जाती है. उसकी बदबू और स्वाद कम हो जाती है.

कॉफी- पेशेवर काम के दौरान खुद को तरोताजा और सक्रिय रखने के लिए कई कप कॉफी पी जाते हैं. कॉफी के बीज से सांस की बदबू होती है. कॉफी में एक सल्फर यौगिक पाया जाता है. उसमें मौजूद कैफीन हमारे मुंह में लार को सुखा देता है.

फास्टिंग के दौरान कॉफी का सेवन क्या आपकी सेहत के लिए हैं सही

आंतरायिक उपवास (आईएफ) एक संशोधित खाने का दृष्टिकोण है जो उपवास के लाभों को दोहराने के लिए चाहता है, लेकिन अधिक मध्यम और प्राप्त करने योग्य प्रोटोकॉल के साथ। यदि आपकी कमर से अधिक लाभ होता है; यह रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर करने, सूजन को कम करने और आपके दिल को स्वस्थ रखने में भी मदद करता है।

फास्टिंग के दौरान कॉफी पीने आपके लिए अच्छा है. इसमें कम कैलोरी होती है. इसलिए डाइटिशन आपको ब्लैक कॉफी पीने की सलाह देते हैं. ब्लैक कॉफी में 2 से 3 कैलोरी काउंट होता है. इसमें मिनरल और प्रोटीन की मात्रा कम होती है. कॉफी पीने की वजह से आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगती है.

तो आंतरायिक उपवास के दौरान कॉफी ठीक है? जवाब है, यह निर्भर करता है।यह वास्तव में इस बात पर निर्भर करता है कि व्यक्ति रुक-रुक कर उपवास क्यों कर रहा है। उनके लक्ष्य क्या हैं? क्या वे इसे वजन घटाने या दीर्घायु और एंटी-एजिंग उद्देश्यों के लिए कर रहे हैं?

अगर आप दिन भर में 2 से 3 कप कॉफी पीते हैं तो यह आपके मेटाबॉलिज्म और वेट लॉस पर ज्यादा प्रभाव नहीं डालता है. इसलिए ब्लैक कॉफी पीना फायदेमंद है.

कॉफी कम कैलोरी इनटेक ड्रिंक है. यह आपकी भूख को भी शांत रखता है. रोजाना 2 से 3 कप ब्लैक कॉफी पीना ठीक है. लेकिन अगर आप जरूरत से ज्यादा कॉफी पीते है तो यह आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है.