भारतीय सिनेमा के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा हो गई। इस साल कई हिंदी फिल्मों और कलाकारों को नेशनल अवॉर्ड दिया गया। आइए जानते हैं किन-किन हिंदी फिल्मों और सितारों का इस बार के नेशनल अवॉर्ड में जलवा देखने को मिला है।
‘जवान’
कई दशक से करोड़ों दिलों पर राज करने वाले शाहरुख खान को आखिरकार उनके करियर का पहला नेशनल अवॉर्ड मिल गया है। ये पुरस्कार उन्हें फिल्म ‘जवान’ के लिए दिया गया, जिसमें उन्होंने डबल रोल निभाकर दर्शकों को हैरान कर दिया था। डायरेक्टर एटली की इस फिल्म में शाहरुख एक आर्मी अफसर और उसके बेटे के किरदार में दिखे। फिल्म में देशभक्ति, सामाजिक मुद्दों और एक्शन का बेहतरीन मेल देखने को मिला, जो शाहरुख के करियर की सबसे बड़ी हिट्स में से एक बनी।
‘12वीं फेल’
एक और अभिनेता जो सुर्खियों में रहे वो हैं विक्रांत मैसी, जिन्हें ‘12वीं फेल’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। इस फिल्म में उन्होंने एक संघर्ष करने वाले छात्र का किरदार निभाया जो यूपीएससी की परीक्षा में सफलता पाने के लिए तमाम सामाजिक और आर्थिक मुश्किलों से लड़ता है। फिल्म सच्ची घटनाओं पर आधारित है और दर्शकों को खूब प्रेरणा देती है।
‘कटहल’
एक सामाजिक व्यंग्य पर आधारित फिल्म ‘कटहल’ को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का नेशनल अवॉर्ड मिला है। इसमें सान्या मल्होत्रा, विजय राज और अनंत जोशी मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म की कहानी एक छोटे शहर की है जहां दो कटहल चोरी हो जाते हैं और एक महिला पुलिस अधिकारी को ये केस सुलझाने की जिम्मेदारी दी जाती है।
‘मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे’
रानी मुखर्जी ने ‘मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे’ में एक भारतीय मां की भूमिका निभाकर सबका दिल जीत लिया। ये फिल्म एक सच्ची घटना पर आधारित है जिसमें एक मां अपने बच्चों को वापस लाने के लिए नॉर्वे की सामाजिक व्यवस्था से लड़ाई लड़ती है। रानी के बेहतरीन अभिनय ने इस फिल्म को भावनात्मक रूप से बेहद प्रभावशाली बना दिया और उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार दिलाया।