1997 में सेवानिवृत्त कर दिए जाने के बाद आईएनएस विक्रांत को एक नए रूप में फिर से भारतीय नौसेना में शामिल कर लिया गया है. यह लगभग पूरी तरह से भारत के ही अंदर बना पहला विमान वाहक जंगी जहाज है