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माखन चोरी की लीला का मनोहारी मंचन देखकर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हुए

भरथना। श्रीबालरूप हनुमानजी महाराज हनुमान गढी (छोला मन्दिर) पर आयोजित होने वाले 41वें मंगल महोत्सव के दौरान आयोजित में  वृदांवन (मथुरा) के श्रीसर्वेश्वर रासलीला संस्थान के स्वामी रमन बिहारी भारद्वाज की देखरेख में ख्यातिप्राप्त कलाकारों द्वारा रविवार को श्रीकृष्ण लीलामंचन के दौरान मां यशोदा अपने लाल को जगाती हैं और कन्हैया जागने के बाद मां यशोदा से माखन मिश्री खाने के लिए मांगते हैं, मां कहती हैं अभी माखन निकाला नहीं, पर कन्हैया जिद कर जाते हैं तो मां यशोदा एक मनसुखा को बुलाकर उसे खेल में लगा देती हैं पर कन्हैया अपने घर के मटका फोड़ देते हैं और माखन कर खा लेते है।

मां यशोदा कन्हैया को बांधने के लिए पकड़ती है,पर कन्हैया मां के हाथ नहीं आते और मनसुखा कन्हैया को पकड़कर मां को दे देते है मां लाला को ओखल से बांध देती हैं पर कन्हैया घुटनों के बल चल कर नारद जी के श्राप के कारण वृक्ष बने थमला, अर्जुन नाम के के बीच से निकल जाते हैं और वृक्ष दो पुरुष के रूप में निकलते हैं और भगवान कन्हैया उनका उद्धार कर देते हैं  जिसे देखकर मौजूद श्रध्दालु रोमांचित रहे।

इसके अलावा हिरण्यकश्यप-प्रहलाद की लीला का भी मंचन किया गया जिसमें  पुत्र पहलाद श्री राम की भक्ति करता था पर हिरण्यकश्यप अपने को ही परमात्मा समझता था।नारद जी ने प्रहलाद को राम नाम का मंत्र दिया प्रहलाद ने रामनाम के मंत्र को नहीं छोड़ा हिरण्यकश्यप ने प्रहलाद को कई यातनाएं दी पर प्रह्लाद ने राम के नाम को नहीं छोड़ा।

श्रीकृष्ण लीला का मंचन देखने का पंडाल में बड़ी संख्या में महिला-पुरुष श्रद्धालुओं की मौजूदगी बनी रही।

इस दौरान मन्दिर प्रबन्धक राजू चौहान, राजेश चौहान, अध्यक्ष रूपकिशोर गुप्ता (रूपे), पवन पोरवाल,दीपू दीक्षित, संजीव श्रीवास्तव, महेश शर्मा आदि व्यवस्था में जुटे रहे।