इस्राइल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक इलाके में दर्जनों अवैध यहूदियों ( जिन्हें अंग्रेजी भाषा में सेटलर्स कहा जाता है) ने रविवार रात एक सैन्य अड्डे में घुसकर भारी उपद्रव मचाया है। इस्राइली सेना के अनुसार, इन लोगों ने सेना के वाहनों में तोड़फोड़ की, आगजनी की, दीवारों पर भड़काऊ नारे लिखे और सैनिकों पर हमला किया।
कफर मलिक गांव में हमला और मौतें
बुधवार को 100 से ज्यादा सेटलर्स वेस्ट बैंक के कफर मलिक गांव में घुस आए। उन्होंने वहां की संपत्ति में आग लगाई और फलस्तीनियों पर गोलियां चलाईं। गांव के मुखिया नजीब रोस्तम के मुताबिक, जब स्थानीय लोग विरोध करने आए तो उन्हें भी निशाना बनाया गया। इस हिंसा में तीन फलस्तीनी मारे गए। बाद में इस्राइली सेना ने हस्तक्षेप किया और पांच सेटलर्स को गिरफ्तार किया।
नेतन्याहू और अन्य नेताओं की प्रतिक्रिया
वहीं इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, ‘कोई भी सभ्य देश सेना के खिलाफ इस तरह की हिंसा और अराजकता को बर्दाश्त नहीं कर सकता।’ इस्राइल के सुरक्षा मंत्री इतमार बेन-ग्विर, जो आमतौर पर सेटलर्स का बचाव करते हैं, उन्होंने भी इस बार हमले की आलोचना की और कहा, ‘सेना पर हमला एक लाल रेखा है। इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए।’ विपक्षी नेता यायर लापिड ने इन उपद्रवियों को यहूदी आतंकवादी और अपराधी गिरोह कहा, जो मौजूदा सरकार से समर्थन महसूस करते हैं।
‘हिलटॉप यूथ’ की भूमिका
मीडिया में जो वीडियो सामने आए हैं, उनमें ‘हिलटॉप यूथ’ नाम के यहूदी युवाओं को देखा गया है। ये युवा अक्सर वेस्ट बैंक की पहाड़ियों पर अवैध रूप से कब्जा करते हैं और फलस्तीनियों पर हमलों के लिए बदनाम हैं। इस बार भी उन्होंने बेस के बाहर जमा होकर सेना पर हमला किया। वीडियो में सुरक्षा बलों को स्टन ग्रेनेड का इस्तेमाल करते देखा गया।