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हेल्थ

विटामिन A, K और B12 से भरपूर दूध पीने से होते है कई लाभ

आयुर्वेद के अनुसार दूध शरीर के लिये सबसे जरुरी चीज़ है जिसका हमारे आहार में शामिल होना महत्‍वपूर्ण है। आयुर्वेद, सभी को नियमित रूप से हल्‍का गर्म दूध पीने की सलाह देता है। दूध में विटामिन (A, K और B12), थायमाइन और निकोटिनिक एसिड, मिनरल्‍स जैसे- कैल्शियम, फास्फोरस, सोडियम और पोटेशियम पाए जाते हैं।

 

दूध पीने का सही समय क्या है इस बात को लेकर कई लोगों के मन में दुविधा होती है। दूध पीने का सही समय क्या है। कई लोग कहते हैं दूध पीना सुबह में अच्छा होता है। तो कभी कुछ लोग नाश्ते के साथ दूध पीना सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद समझते है। अगर रात में लिया जाए तो यह दिमाग को शांत करके नींद लाने में काफी मददगार साबित होता है।

सुबह में दूध पीना बच्चों के लिए फायदेमंद है। और बुजुर्गों के लिए दोपहर में दूध पीना आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। और यही दुध हम रात में पी ले तो हमारे सेहत के लिए काफी फायदेमंद साबित होती है। ऐसे मे दिन भर का थकान दूर होता है। और हमें नींद भी काफी अच्छे आती है। दूध में कैल्शियम का स्रोत होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाने में साबित होता है। शरीर की मांसपेशियों के विकास के लिए दूध आपके लिए बहुत जरूरी है

आंखों की रोशनी को बढाने के लिए गाजर सहित इन सब्जियों का करें सेवन

हमारे शरीर का सबसे सवेदनशील हिस्सा हमारी आंखें है. आंखों को लेकर जरा सी लापरवाही सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है. आजकल हम सभी लोग अपना ज्यादतर समय मोबाइल या लैपटॉप स्क्रीन पर बिताते हैं जिसका सबसे बुरा असर हमारी आंखों पर पड़ता है. इससे हमारी आंखों की रोशनी पर सबसे ज्यादा पड़ता है.

गाजर

गाजर आंखों के लिए बहुत अच्छा होता है. ये आपकी आंखों की रोशनी को बढ़ाने का काम करता है. इसमें बीटाकैराटीन और विटामिन ए होता है जो आंखों को स्वस्थ रखने में मदद करता है. गाजर आंखों के साथ- साथ त्वचा के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है.

पत्तेदार हरी सब्जियां

हरी सब्जियों में एंटी ऑक्सीडेंट, ल्यूटिन और जेक्सैन्थिन होता है जो आंखों की रोशनी को बढ़ाने में मदद करता है. आंखों को हेल्दी रखने के लिए पत्तेदार सब्जियां खाएं. हरी सब्जियां आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है.

मछली

आंखों की रोशनी को मजबूत रखने के लिए डाइट में टूना, सैल्मन, मैकेरल, एंकोवी और ट्राउट जैसी मछलियों का सेवन करें. इन मछलियों में डीएचए का प्राकृतिक स्त्रोत हैं जो रेटिना में पाया जाने वाला फैटी एसिड है.

ब्रेकफास्ट में स्मूदी बाउल का सेवन करने से आपके स्वास्थ्य को होंगे कई लाभ

ब्रेकफास्ट को कभी नहीं छोड़ने की सलाह दी जाती है क्योंकि ये दिन के भोजन का सबसे महत्वपूर्ण खाना है. लेकिन कोरोना काल के दौरान लोगों के खानपान की आदतों में अचानक बदलाव आया है. लोग पहले से ज्यादा हेल्थी और पौष्टिक फूड को प्राथमिकता दे रहे हैं.

ये फायदों से भरपूर है और देर तक एक शख्स को भरा रखने के लिए जाना जाता है. कई न्यूट्रिशनिस्ट उसे न सिर्फ हेल्दी बदलाव बल्कि एक लाइफस्टाइल के तौर पर परिभाषित करते हैं. ये विटामिन्स, फोलेट, मिनरल्स, डाइटरी फाइबर, प्रोटीन्स और कार्बोहाइड्रेट्स का शानदार स्रोत है.

रेड्डी का कहना है कि स्मूदी बाउल बनाना आसान है अगर आप सही सामग्री जैसे केला, सेब, डेयरी और चीकू इस्तेमाल करते हैं, जो आपके शरीर को विटामिन्स, कैल्शियम, आयरन और पोटैशियम उपलब्ध कराएगा, और आपकी स्किन, आंख और हड्डियों के लिए भी शानदार होगा. अपने नियमित ओट्स को स्मूदी बाउल से बदलें और अपने शरीर में पोषक तत्व का पावरहाउस चालू करें.

नींद न आने की समस्या से हैं परेशान तो आजमाएं ये डाइट चार्ट

बदलती लाइफस्टाइल के कारण लोगों की जिंदगी पूरी तरह से चेंज हो गई है. आजकल के समय में नींद न आना एक आम समस्या बन गई है. रात को लोग समय पर सोने तो जाते हैं लेकिन, नींद न आने के कारण करवट बदलते रहते हैं. आइए जानते हैं उन फूड्स के बारे में-

पनीर में भी ट्रिप्टोफैन की मात्रा पाया जाता है. गौरतलब है कि ट्रिप्टोफैन एक एमिनो एसिड है जो एक न्यूरोट्रांसमीटर सेरोटोनिन का उत्पादन करता है. यह नींद की cycle को ठीक करने में मदद करता है. इसे डाइट में शामिल करने से नींद न आने की परेशानी दूर होती है.

अगर आपको रात में नींद न आने की समस्या है तो आप अश्वगंधा का सेवन जरूर करें. यह बहुत गुणकारी है और तनाव को कम करने में मदद करता है. इसके साथ ही यह नींद न आने की परेशानी को दूर करता है.

जिम में घंटों वर्कआउट करने से भी नहीं कम हो रहा हैं वजन ? तो आजमाएं ये उपाए

हम में से कई लोग खुद को फिट रखने के लिए जिम में घंटों वर्कआउट करते हैं. लेकिन वर्कआउट (Workout) के बाद अक्सर ऐसी गलतियां कर देते हैं जो आपकी मेहनत को पूरी तरह से बर्बाद कर सकता है. अक्सर वर्कआउट के बाद हम पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीते हैं. पर्याप्त आराम नहीं करना और डाइट में सही पोषक तत्वों को शामिल नहीं करना है.

ज्यादातर लोग अपने डेली रूटीन में अधिका मात्रा में पानी नहीं पीते हैं. शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए. इसके अलावा समय- समय पर लिक्विड चीजें डाइट में लेनी चाहिए. अगर आप इंटेस वर्कआउट करते हैं तो कुछ समय बाद पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए.

एक्सरसाइज करने के बाद शुगर वाली चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए. आपको अधिक मात्रा में कैलोरी का सेवन करने से परहेज करना चाहिए. हम सभी जानते हैं चीनी वाली चीजों में अधिक मात्रा में कैलोरी होती है.

हाई फैट मील और स्नैक्स खाने की वजह से पाचन तंत्र धीमा हो जाता है और शरीर को रिकवर होने में बाधा आ सकती है. शरीर को एनर्जी देने के लिए डाइट में लीन प्रोटीन और कॉम्पलेक्स कार्ब्स वाली चीजों को शामिल कर सकते हैं.

 

टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज से बचाव के लिए आजमाएं ये उपाए

डायबिटीज दो प्रकार की होती है – टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज। टाइप 1 डायबिटीज में इंसुलिन का बनना कम हो जाता है या फिर इंसुलिन बनना बंद हो जाता है, और इसे काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है।

द इंडोक्राइन सोसायटी की तरफ से एक वर्चुअल कॉन्फ्रेंस  में इस नई रिसर्च को प्रेजेंट किया गया जिसमें यह बात सामने आयी कि अगर आप अपना सुबह का नाश्ता जल्दी कर लें तो इंसुलिन रेजिस्टेंस (Insulin Resistance) और टाइप 2 डायबिटीज बीमारी के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है. तब भी अगर आप सुबह जल्दी नाश्ता कर लें तो इसके भी कई फायदे हैं.

जबकि टाइप 2 डायबिटीज से प्रभावित लोगों का ब्लड शुगर का लेवल बहुत ज्यादा बढ़ जाता है जिसको कंट्रोल  करना बहुत मुश्किल होता है। इस स्थिति में पीडि़त व्यक्ति को अधिक प्यास लगती है, बार-बार यूरीन आता है और लगातार भूख लगना जैसी समस्‍यायें होती हैं। यह किसी को भी हो सकता है, लेकिन इसे बच्‍चों में अधिक देखा जाता है।

स्टडी मानें तो जो लोग अपने सुबह का नाश्ता यानी पहली मील सुबह 8.30 से पहले कर लेते हैं उनका ब्लड शुगर लेवल (Sugar level) भी कम होता है और इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या भी कम होती है. फिर चाहे उन्होंने इंटरमिटेंट फास्टिंग (Intermittent Fasting) की हो या नहीं, इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता. शिकागो के नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अमेरिका के 10 हजार 574 वयस्कों की सेहत और डाइट से जुड़ी आदतों के डेटा की जांच की.

पैरों से आने वाली पसीने की दुर्गंध से हैं परेशान तो ऐसे पाएं इससे निजात

अक्सर दिनभर जूते पहने रखों तो पैर से गंदी बदबू आने लगती है ये बदबू किसी से भी बर्दाश्त नहीं होती इसके लिए आप कितने ही तरीका क्यों ना कर लें ये बदबू जाती ही नहीं हैआपके पैरों की दुर्गंध आपको सबके बीच शर्मिंदा करती है तो इससे छुटकारा आप जरूर चाहेंगे जानिए ऐसे 5 घरेलू उपाय, जिनकी मदद से आप पैरों से आनी वाली पसीने की दुर्गंध से छुटकारा पा सकते है

नमक वाला पानी : बाहर से आने के बाद गुनगुने पानी में नमक मिलाकर उसमें 15 से 20 मिनट तक रोज पैर सेंकें इससे न सिर्फ पैरों से दुर्गंध गायब होती है बल्कि उनकी नमी भी बनी रहती है  एड़ियां नहीं फटतीं

विनेगर वाला पानी : विनेगर यानी सिरके को पानी में मिलाकर एक सप्ताह तक रोज 30 मिनट पैरों को सेंक दें इससे न केवल पसीने की बदबू दूर होगी बल्कि पैरों का बैक्टीरियाई संक्रमण से भी बचाव होगा

चाय का पानी : चाय में मिलने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स संक्रमण से बचाते हैं  बैक्टीरिया मारते हैं जिससे पैरों से दुर्गंध नहीं आती एक ग्लास पानी में दो टी बैग डालें, 15 मिनट उबालने के बाद ठंडा होने के लिए छोड़ दें अब इस पानी को टब में पानी डालकर उसमें मिलाएं  30 मिनट तक पैर भिगोएं

कपड़ा भी रखता है मायने : नायलॉन  कॉटन के मोजे इस मामले में अच्छा विकल्प हैं क्योंकि ये पसीने को सोखने में मदद करते हैं जिससे पैरों से दुर्गंध नहीं आती है

पाउडर : टाइम बिल्कुल नहीं है तो रोज नहाने के बाद पैरों पर भी पाउडर लगाएं जिससे नमीं की वजह से पैरों से दुर्गंध न आ सके

भूख न लगने की बीमारी से हैं परेशान तो आजमाएं ये उपाए

अगर आप को भी भूख न लगने की समस्या है तो यह आपकी सेहत के लिए अच्छा नहीं है। लंबे समय तक भूख न लगने की स्थिति को डॉक्टरी भाषा में एनोरेक्सिया कहा जाता है।

 

यह समस्या गलत जीवन-शैली, खान-पान की बुरी आदतों के कारण उत्पन्न होती है। एनोरेक्सिया से निजात पाने के लिए अच्छी जीवनशैली, खान-पान पर विशेष ध्यान और व्यायाम आवश्यक है।

30 ग्राम पानी में हरे धनिये का रस पानी में मिला कर रोजाना पीने से भूख लगनी जल्द शुरू हो जाती है।भोजन अकेले करने से भी भूख कम लगती है अगर आप कुछ लोगों के साथ बैठकर खाना खाएंगे तो यह स्वाभाविक सी बात है कि खाना खाने पहले के मुकाबले ज्यादा खाया जाता है इसलिए कोशिश करें अकेले खाना ना खाएं

रात को सोने से पहले अांवला का तीसरा भाग,हरड़ का दूसरा और बहेडा(बेलेरिक मिरोबोलम) का एक भाग मिलाकर चूर्ण बना लें और पानी के साथ पी लेने से सुबह पेट साफ हो जाता है। इससे भी भूख लगनी शुरू हो जाती है।

 

इस सिंपल Weight Loss Diet Plan को एक हफ्ते फॉलो करने से कम होगा वजन

तेजी से वजन घटाने के लिए घरेलू उपाय जरूरी होते हैं. अगर आप जल्दी वजन कम करना चाहते हैं तो इन 3 पेय पदार्थोंके बारे में जरूर जान लें. वेट लॉस डाइट प्लान के साथ आप इन वेट लॉस ड्रिंक्स का सेवन जरूर करें. पेट की चर्बी कम करने के लिए भी इन पेय पदार्थों का सेवन किया जा सकता है.

 

– नट्स और सीड्स में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके सेवन से पेट भरा महसूस होता है। इससे मोटापे को नियंत्रित किया जा सकता है।

– अमरूद को वजन घटाने वाला फल कहा जाता है। इसमें डायटरी फाइबर पाया जाता है। साथ ही अमरूद मेटाबॉलिज़्म को बढ़ाता है। इससे बढ़ते वजन में बहुत जल्द आराम मिलता है।

– एक कप स्ट्राबेरी में महज 49 कैलोरीज होती है। इसके लिए सर्दी के दिनों में स्ट्राबेरी का सेवन कर सकते हैं। इससे बढ़ते वजन को नियंत्रित किया जा सकता हैं

मधुमेह से ग्रसित मरीजों के लिए अंडा हैं बेहद फायदेमंद

क्या मधुमेह रोगी अंडे खा सकते हैं? प्रोटीन के एक उत्कृष्ट स्रोत के रूप में, मधुमेह रोगी अंडे खा सकते हैं। एक बड़े अंडे में, केवल ½ ग्राम कार्बोहाइड्रेट होते हैं। यही है, यह रक्त शर्करा के स्तर में स्पाइक का कारण नहीं होगा।

हालांकि, यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि अंडे में उच्च कोलेस्ट्रॉल होता है। मधुमेह रोगियों को हमेशा कोलेस्ट्रॉल के स्तर की निगरानी करनी चाहिए क्योंकि मधुमेह हृदय रोग के लिए एक जोखिम कारक है।

1-एक पैन में थोड़ा ठंडा पानी लें और उसमें अंडे रखें. ध्यान रखें कि एक बार में बहुत सारे अंडे न डालें. गैस स्टोव जलाएं और जब पानी उबलने लगे तो पैन को आंच से उतार लें. यदि आप चाहते हैं कि आपके अंडे का सफेद भाग थोड़ा हल्का सॉफ्ट, गुदगुदा और योक लिक्विड जैसा रहे तो ठीक 3 मिनट के लिए अंडे उबालें.

2- अगर अंडे का योक थोड़ा कम लिक्विड वाला और उसका सफेद भाग नरम और थोड़ा सा ठोस चाहिए तो अंडे को 4 मिनट तक उबालें.

3- अगर आप चाहते हैं कि अंडे की जर्दी यानी योक नर्म व चिकना रहे और अंडे की सफेदी मुलायम लेकिन ठोस हो तो आपको अंडों को 6 मिनट तक उबालना चाहिए.

4- यदि आपको अंडे का सफ़ेद भाग सॉलिड और योक सॉलिड लेकिन क्रीमी चाहिए तो इसके लिए अंडे को 10 मिनट तक उबालें.