Sunday , May 19 2024

विदेश

‘यह निर्मम और अमानवीय तरीका’, केनेथ स्मिथ को नाइट्रोजन गैस से मौत की सजा देने पर हुआ बवाल

अमेरिका के अलबामा में हत्या के दोषी एक व्यक्ति को नाइट्रोजन गैस से मारने पर हंगामा हो गया है। व्हाइट हाउस ने भी इस तरह से मौत की सजा देने पर चिंता जाहिर की है। वहीं संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार संगठन ने भी इसे निर्दयी तरीका बताते हुए इसकी तीखी आलोचना की है।

व्हाइट हाउस ने मौत के इस तरीके पर जताई चिंता
व्हाइट हाउस ने इस पर कहा कि नाइट्रोजन गैस का इस्तेमाल चिंताजनक है। हम इससे बेहद दुखी और व्यथित हैं। अमेरिका में जहर का इंजेक्शन देकर मौत की सजा दी जाती है, लेकिन अलबामा, ओकलाहामा और मिसिसिपी में नाइट्रोजन गैस से मौत की सजा देने का प्रावधान है। अलबामा के अटॉर्नी जनरल स्टीव मार्शल ने केनेथ स्मिथ को नाइट्रोजन गैस से मौत की सजा देने के फैसले का बचाव किया। उन्होंने कहा कि सबकुछ प्रोफेशनल तरीके से किया गया और हम आगे भी इस तरीके से कैदियों को मौत की सजा देंगे।

मौत से पहले बहुत तड़पा था केनेथ
केनेथ स्मिथ को साल 1988 में पादरी की पत्नी की गोली मारकर हत्या करने के आरोप में मौत की सजा दी गई थी। गुरुवार को केनेथ को फेसमास्क के जरिए नाइट्रोजन गैस सुंघाकर मौत की सजा दी गई। केनेथ की मौत की सजा के दौरान मौजूद रहे लोगों ने भी इसे बेहद भयावह करार दिया। उन्होंने बताया कि नाइट्रोजन गैस शरीर में जाने के दो से चार मिनट बाद केनेथ बहुत तड़पा था, इसके बाद उसने भारी-भारी सांस ली और फिर उसकी मौत हो गई। इस पूरी प्रक्रिया में पांच मिनट का समय लगा।

संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार संगठन के प्रमुख वोल्कर टर्क ने नाइट्रोजन गैस से मौत देने के तरीके पर चिंता जताई और इसे प्रताड़ना, निर्दयता, अमानवीय बताया। संयुक्त राष्ट्र संगठन की प्रवक्ता रविना शमदासानी ने मौत की सजा पर ही रोक की मांग उठाई और कहा कि 21वीं सदी में भी ऐसे तरीकों का इस्तेमाल गलत है। यूरोपीय यूनियन ने भी मौत के इस तरीके की आलोचना की और कहा किसी को भी इस तरह से मौत की सजा नहीं दी जानी चाहिए।

पादरी की पत्नी की हत्या का दोषी था केनेथ
केनेथ स्मिथ ने साल 1988 में अपने साथी जॉन पार्कर के साथ मिलकर पादरी की पत्नी एलिजाबेथ सेनेट की हत्या की थी। इस हत्या की सुपारी एलिजाबेथ के पति ने ही केनेथ और पार्कर को दी थी। पार्कर को साल 2010 में ही जहर का इंजेक्शन देकर मौत की सजा दी जा चुकी है। वहीं नवंबर 2022 में केनेथ को भी इसी तरीके से मारने की कोशिश की गई थी, लेकिन इंजेक्शन लगाने के लिए नसें ना मिलने की वजह से उस वक्त केनेथ की मौत की सजा टल गई थी।

‘अंतरराष्ट्रीय कोर्ट के हमें सही साबित किया’, गाजा में नरसंहार के आरोपों पर बोले सरिल रामाफोसा

पिछले साल सात अक्तूबर को गाजा स्थित आतंकी संगठन हमास ने इस्राइल पर पांच हजार रॉकेट दागे थे। जिसके बाद से हमास और इस्राइल के बीच भीषण युद्ध की शुरूआत हुई। जवाबी कार्रवाई में इस्राइल लगातार गाजा स्थित हमास के ठिकानों को निशाना बना रहा है। हमास और इस्राइल युद्ध को लेकर दुनिया दो भागों में बंट गई है। जहां एक तरफ कई देश गाजा की पैरवी कर रहे है तो वहीं इस्राइल की हितैषी देशों की संख्या में भी कोई कमी नहीं है। दोनों के बीच चल रहे युद्ध को लेकर संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष अदालत में सुनवाई हुई। दक्षिण अफ्रीका ने अदालत से आग्रह किया था कि वह इस्राइल को हमास आतंकवादियों के खिलाफ अपने सैन्य कार्रवाई को रोकने के आदेश दें। हालांकि कोर्ट ने इस तरह के आदेश देने से मना कर दिया है। गौरतलब है कि सुनवाई के दौरान इस्राइल को सैन्य हमले के दौरान मौत और क्षति को कम करने की हिदायत दी गई है। इस फैसले को लेकर दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने कहा कि फलस्तीनियों और न्याय सुरक्षा की दिशा में यह एक खास कदम है।

‘कोर्ट ने हमारे आरोपों को सही साबित किया’
इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस के फैसले पर दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति रामाफोसा ने कहा कि नरसंहार मामले में संयुक्त राष्ट्र अदालत के फैसले ने हमें सही साबित किया है। अतंरराष्ट्रीय न्यायालय के फैसले ने गाजा में हमास के खिलाफ इस्राइली कार्रवाई के दौरान नरसंहार के लगाए गए हमारे आरोपों को सही साबित किया है।

हम भेदभाव, हिंसा के दर्द को समझते हैं- रामाफोसा
शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए रामाफोसा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का फैसला अंतरराष्ट्रीय कानून, मानवाधिकारों और सबसे ऊपर न्याय की जीत है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने हमें अपने काम से काम रखने को कहा है। कई लोगों ने कहा कि हमारी कोई हैसियत नहीं है। लेकिन हम फिर भी पीड़ितों के साथ खड़े रहे। क्योंकि हम भेदभाव, बेदखली और हिंसा के दर्द को अच्छी तरह से समझते हैं। हमने रंगभेद जैसे अपराध के शिकार रहे हैं। हम दर्द का एहसास है। हम द्द में जिए और अनुभव किया। हमने अपने कई प्रिय नेताओं को खाया है, कई लोगों ने जेल में प्रताड़ना को झेला था।

दुनिया में हमारा भी अस्तित्व है- रामाफोसा
रामाफोसा ने कहा कि दुनिया में हमारा भी अस्तित्व है, हम दर्शक बने नहीं रह सकते हैं। हम उन अपराधों को नहीं देखेंगे जिसमें लोगों का शोषण हो रहा हो। हम सभी के लिए स्वतंत्रता के पक्ष में खड़े हैं। हम सदैव न्याय के साथ खड़े हैं।

ब्रिटिश-भारतीय शख्स को राहत, विमान उड़ाने की धमकी मामले में अदालत से बरी; मजाक में कहा था- तालिबान से..

स्पेन की एक अदालत में ब्रिटिश-भारतीय शख्स को बड़ी राहत मिली है। इस शख्स पर विमान उड़ाने की धमकी देने के आरोप लगे थे। अपने दोस्तों के साथ बैठे शख्स ने खुद को मजाक में ही तालिबान का सदस्य करार दिया था। लंदन के गैटविक से स्पेन के मिनोर्का तक जाने वाले विमान को उड़ाने की धमकी दी गई थी। मामला 2022 में दर्ज किया गया था। आदित्य वर्मा नाम के आरोपी ने जुलाई, 2022 में दोस्तों के बीच कहा था कि वह विमान को उड़ा देगा। धौंस जमाने के लिए उसने मजाक में ही खुद को तालिबान का सदस्य बताया था। बीबीसी की रिपोर्ट में कहा गया कि उसने यह मजाक निजी स्नैपचैट ग्रुप में किया था। उसका इरादा कानून व्यवस्था भंग करना या विमान में धमाके का नहीं था।

अदालत ने कहा- वास्तविक खतरा नहीं
रिपोर्ट के मुताबिक मैड्रिड की अदालत में शुक्रवार को पारित फैसले में न्यायाधीश ने कहा, वास्तविक खतरा नहीं पाया गया क्योंकि शख्स के पास से विस्फोटक बरामद नहीं हुआ। घटना के करीब डेढ़ साल के बाद स्पेन की राजधानी में राष्ट्रीय न्यायालय के इस फैसले में न्यायाधीश ने कहा, दक्षिण पूर्वी लंदन में आने वाले इलाके- केंट के ऑरपिंगटन में रहने वाले आदित्य वर्मा को आरोपों से मुक्त किया जाना चाहिए।

यात्री विमान के बगल में दो स्पैनिश एफ-18 लड़ाकू जेट भेजे गए
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक विमान में सवार होने से पहले उसने दोस्तों को संदेश भेजा था। उसे ब्रिटेन के सुरक्षाबलों ने गिरफ्तार कर लिया। ब्रिटिश सुरक्षा सेवा ने इस संदिग्ध संदेश को स्पैनिश अधिकारियों को भेजा। इस कार्रवाई के समय ईजी जेट विमान उड़ान भर रहा था। एहतियात के रूप में इस यात्री विमान के बगल में दो स्पैनिश एफ-18 लड़ाकू जेट भेजे गए। एक विमान मिनोर्का में लैंडिंग तक पीछा करता रहा। स्पेन में एयरपोर्ट पर विमान की सघन तलाशी के बाद 18 साल के आरोपी आदित्य वर्मा को गिरफ्तार किया गया। उसे स्पेनिश पुलिस सेल में दो दिन बंद रखने के बाद जमानत दी गई।

स्नैपचैट एन्क्रिप्टेड एप, इसके बावजूद संदेश कैसे बाहर आया
इस मामले में अहम सवाल यह भी उठा कि स्नैपचैट एक एन्क्रिप्टेड एप होने के बावजूद संदेश कैसे बाहर आया। एक दलील यह दी गई कि गैटविक के वाई-फाई नेटवर्क पर मैसेज इंटरसेप्ट किया जा सकता था। हालांकि, हवाई अड्डे के प्रवक्ता ने बीबीसी न्यूज़ को बताया कि उसके नेटवर्क में ऐसा करने की क्षमता नहीं है। न्यायाधीश ने कहा कि स्नैपचैट पर भेजा गया संदेश, इंग्लैंड के सुरक्षा तंत्र ने संदेश को पकड़ा, लेकिन इसके कारण अज्ञात हैं। संदेश उस समय सामने आया जब विमान फ्रांसीसी हवाई क्षेत्र में उड़ान भर रहा था।

कंपनी ने कहा- मामला व्यक्तिगत, एनक्रिप्शन पर टिप्पणी से इनकार
ब्रिटेन के अधिकारियों को यह संदेश कैसे मिला, उन्होंने उड़ान के बीच में विमान में सुरक्षा को लेकर कैसे सतर्क किया? इन सवालों पर न्यायाधीश ने कहा, इस मुकदमे में इससे जुड़े साक्ष्य शामिल नहीं। इस मामले में स्नैपचैट प्रवक्ता ने कहा, उनका सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म घटना को ‘व्यक्तिगत’ मानता है। इस मामले में क्या हुआ है, कंपनी इस पर टिप्पणी नहीं करेगी।

श्रीलंकाई मंत्री का सड़क हादसे में निधन; नेपाल के राष्ट्रपति ने फरवरी में शीतकालीन सत्र बुलाया

नेपाल के राष्ट्रपति राम चंद्र पौडेल ने पांच परवरी को संसद का शीतकालीन सत्र बुलाया है। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि अनुच्छेद 93(1) के अनुसार यह सत्र शाम के चार बजे बुलाया गया है।मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में राष्ट्रपति पौडेल से दोनों सत्रों में बैठक बुलाने की सिफारिश की गई थी। नेपाल के संविधान के अनुसार, राष्ट्रपति मंत्रिमंडल की सिफारिश पर सदन सत्र बुला या स्थगित कर सकता है। देश की सरकार आगामी सत्र के माध्यम से कई विधेयकों को पारित करने की तैयारी कर रही है। इससे पहले संसद का बजट सत्र तीन जुलाई को स्थगित कर दिया गया था।

श्रीलंका के राज्य मंत्री का सड़क हादसे में निधन

श्रीलंका के राज्य मंत्री शनत निशंता की एक सड़क हादसे में मौत हो गई। यह घटना गुरुवार को कटुनायके एक्सप्रेसवे के पास घटी। स्तानीय मीडिया ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि राज्य मंत्री के साथ एक सुरक्षा अधिकारी की भी मौत हो गई है। जीप में राज्य मंत्री निशंता के साथ सुरक्षा अधिकारी और चालक सवार थे। उनकी जीप एक कंटेनर वाहन से टकराने के बाद सड़क के बाड़ से टकरा गई। वह कटुनायके से कोलम्बो की तरफ जा रहे थे। इस हादसे में सभी गंभीर रूप से घायल हुए थे। उन्हें रागमा अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां निशंता और एक पुलिस कॉन्स्टेबल की मौत हो गई। जीप चालक का इलाज जारी है।

सिंगापुर में भारतीय मूल के व्यक्ति पर लोक सेवक पर हमला करने का आरोप

सिंगापुर में एक 49 वर्षीय भारतीय मूल के व्यक्ति पर लोक सेवक पर हमला करने का आरोप लगाया गया है। दरअसल 23 जनवरी को आरोपी हरिदास रेयान पीटर अपनी प्रेमिका के साथ फ्लैट में खुद को बंद कर लिया था। गिरफ्तारी के दौरान उसने एक 22 वर्षीय विशेष कांस्टेबल सर्जेंट को लात मारी थी। पुलिस ने बताया कि व्यक्ति को इससे पहले अपनी 52 वर्षीय प्रेमिका के साथ अपार्टमेंट में मारपीट के बाद उसे सतर्क कर दिया गया था। सिंगापुर के अधिकारी ने बताया कि व्यक्ति खुद के और दूसरे के लिए खतरा है। पुलिस ने बताया कि लोक सेवक पर हमला करने के आरोप में आरोपी को जुर्माने के साथ सात साल की जेल की सजा हो सकती है। उसके मामले की सुनवाई आठ फरवरी के लिए स्थगित कर दी गई है।

भारत से सीमा विवाद द्विपक्षीय रिश्तों की पूरी तस्वीर नहीं; सीमा मुद्दे को समग्र संबंधों से जोड़ना नासमझ

चीन की सेना ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत के साथ सीमा विवाद एक विरासती मुद्दा है। सीमा मुद्दे को समग्र संबंधों से जोड़ना एक नासमझी है, क्योंकि यह द्विपक्षीय संबंधों की पूरी तस्वीर का प्रतिनिधित्व नहीं करता है। यह दोनों देशों के साझा हितों के खिलाफ भी है। चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वरिष्ठ कर्नल वू कियान ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि पिछले तीन वर्षों में, चीन और भारत ने सैन्य और राजनयिक चैनलों के माध्यम से संचार और समन्वय बनाए रखा है। दोनों सेनाओं ने कोर कमांडर स्तर पर 20 दौर की बैठकें की और सीमा पर तनाव कम करने में योगदान देने वाले चार बिंदुओं मुख्य रूप से गलवां घाटी, पैंगोंग झील, हॉट स्प्रिंग्स और जियानन डाबन (गोगरा) से सैनिकों को हटाने पर सहमति व्यक्त की।

भारतीय पक्ष से उम्मीद
बू कियान ने कहा, हमें उम्मीद है कि भारतीय पक्ष रणनीतिक रूप से आपसी विश्वास को बढ़ाने, मतभेदों को ठीक से संभालने और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति की रक्षा के लिए चीनी पक्ष के साथ काम करेगा। अगली कोर कमांडर स्तर की बैठक के बारे में पूछे जाने पर वू ने कहा कि मंत्रालय उचित समय पर जानकारी साझा करेगा।

‘आज मानवता शर्मसार हुई है’, नाइट्रोजन गैस से मरने वाले पहले कैदी के ये थे आखिरी शब्द

अमेरिका के अलबामा राज्य में गुरुवार को हत्या के दोषी केनेथ यूजीन को मौत की सजा दे दी गई। केनेथ को मौत की सजा नाइट्रोजन गैस से दी गई और यह अमेरिका का पहला मामला है, जहां कैदी को नाइट्रोजन गैस से मौत की सजा दी गई। मौत के इस तरीके पर काफी विवाद है और मानवाधिकार कार्यकर्ता इस तरीके के इस्तेमाल के खिलाफ हैं।

पादरी की पत्नी की हत्या का दोषी था केनेथ स्मिथ
मौत के इस तरीके में केनेथ यूजीन को फेस मास्क पहनाया गया। इसके बाद उस फेस मास्क के जरिए केनेथ को नाइट्रोजन गैस दी गई। जैसे ही नाइट्रोजन गैस केनेथ के फेफड़ों में पहुंची तो दम घुटने से उसकी तड़प-तड़पकर मौत हो गई। केनेथ को साल 1988 में एक पादरी की पत्नी की हत्या का दोषी पाया गया था। पादरी ने ही अपनी पत्नी एलिजाबेथ सेनेट की हत्या की सुपारी केनेथ यूजीन और उसके साथी जॉन पार्कर को दोषी पाया गया था।

इस हत्या के बदले दोनों को हजार-हजार डॉलर मिले थे। हत्या के एक हफ्ते बाद ही पत्नी की हत्या की सुपारी देने वाले पादरी ने खुदकुशी कर ली थी। वहीं जॉन पार्कर को साल 2010 में जहर का इंजेक्शन देकर मौत की सजा दी जा चुकी है। साल 2022 में केनेथ को भी जहर का इंजेक्शन देकर मारने की कोशिश की गई थी, लेकिन हाथ की नसें ठीक तरह से न दिखने के चलते केनेथ की जान बच गई थी।

क्यों हो रहा है नाइट्रोजन गैस से मौत की सजा पर विवाद
फेस मास्क के जरिए नाइट्रोजन गैस जैसे ही केनेथ के फेफड़ों में पंप की गई। गैस छोड़ने और केनेथ की मौत की पूरी प्रक्रिया पूरे 22 मिनट तक चली। दो से चार मिनट के बाद केनेथ ने हाथ पैर मारना शुरू किया और पांच मिनट बाद उसकी सांस भारी हो गई। इसके बाद उसकी मौत हो गई। केनेथ की मौत के वक्त उसकी पत्नी और अन्य रिश्तेदार भी मौजूद रहे। साथ ही कुछ पत्रकारों ने भी केनेथ की मौत को देखा। एक पत्रकार ने बताया कि स्मिथ ने मरने से पहले कहा था कि ‘आज अलबामा की वजह से मानवता शर्मसार हो रही है।’

‘रूस भारत पर भरोसा कर सकता है क्योंकि…’ व्लादिमिर पुतिन ने पीएम मोदी की तारीफ में कही यह बात

भारत के 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर रूस की ओर से भारत को शुभकामना दी। इस मौके पर भारत में स्थित रूसी दूतावास में भव्य कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा की और भारत को ‘स्वतंत्र’ विदेश नीति का अनुसरण करने का श्रेय दिया, जो आज की दुनिया में आसान नहीं है, रूस स्थित मीडिया नेटवर्क रूस टुडे (आरटी) ने यह जानकारी दी। पुतिन गुरुवार को ‘रूसी छात्र दिवस’ के अवसर पर कैलिनिनग्राद क्षेत्र में विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा, ”भारत दुनिया में आर्थिक विकास और वृद्धि की उच्चतम दरों वाला देश है और ऐसा प्रधानमंत्री के नेतृत्व के गुणों के कारण है। उनके नेतृत्व के दौरान ही भारत इस गति से आगे बढ़ा।”

पुतिन बोले- वे आश्वस्त हैं कि नई दिल्ली उनके खिलाफ षड्यंत्र नहीं करेगा
उन्होंने आगे कहा कि “रूस भारत और उसके नेतृत्व पर भरोसा कर सकता है क्योंकि वह आश्वस्त है कि नई दिल्ली अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके खिलाफ ‘षड्यंत्र’ नहीं करेगा”। उन्होंने कहा, “भारत एक स्वतंत्र विदेश नीति का अनुसरण कर रहा है, जो आज की दुनिया में आसान नहीं है। लेकिन, 1.5 अरब की आबादी वाले भारत को ऐसा करने का अधिकार है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में उस अधिकार को महसूस किया जा रहा है। यह सिर्फ बयान नहीं है, यह संयुक्त कार्य संयुक्त रूप से आगे बढ़ने के लिए महत्वपूर्ण है औ हमें मध्यम अवधि और दीर्घकालिक अवधि में अपने भागीदारों के कार्यों का पूर्वानुमान लगाने का अवसर देता है।”

रूसी राष्ट्रपति ने ‘मेक इन इंडिया’ पहल की भी सराहना की
रूसी राष्ट्रपति ने भारत की ‘मेक इन इंडिया’ पहल की भी सराहना की और कहा कि रूस भारत में सबसे अधिक निवेश करने वाले देशों में से एक है और आगे भी वह वहां भारी निवेश करने की उम्मीद कर रहा है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने विकास के क्षेत्र में बड़े कदम उठाए हैं। उनके अभियान ‘मेक इन इंडिया’ को रूस सहित कई देशों ने देखा है। हम अपने भारतीय दोस्तों के साथ इन सभी योजनाओं को धरातल पर लाने की कोशिश कर रहे हैं… भारत में सबसे बड़ा विदेशी निवेश रूस से आया है। हमारी कंपनी रोसेनेफ्ट ने एक तेल रिफाइनरी का अधिग्रहण, गैस स्टेशनों का नेटवर्क, एक बंदरगाह के निर्माण और अन्य परियोजनाओं में 23 अरब डॉलर का निवेश किया है।

ऐसा चुनाव प्रचार पाकिस्तान में ही हो सकता है! नवाज शरीफ की रैली में समर्थक ले आए असली शेर

पाकिस्तान में जल्द ही आम चुनाव के लिए मतदान होगा। ऐसे में पाकिस्तान की राजनीतिक पार्टियां जोर-शोर से चुनाव प्रचार में जुटी हैं। चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक पार्टियां अलग-अलग पैंतरे अपना रही हैं, लेकिन नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज दो कदम आगे बढ़ गई है। दरअसल नवाज शरीफ की रैली में पीएमएलएन समर्थक असली शेर ही ले आए। इसकी पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है।

रैली में असली शेर ले आए समर्थक
दरअसल पाकिस्तान के लाहौर में नेशनल असेंबली 130 पर नवाज शरीफ की पार्टी ने एक विशाल रैली का आयोजन किया। हैरानी तो तब हुई जब पार्टी के समर्थक रैली स्थल पर असली शेर को ले आए। यह शेर पिंजरे में बंद था और एक खुली गाड़ी में शेर के पिंजरे को रखा गया था। पीएमएलएन का चुनाव चिन्ह शेर ही है। यही वजह है कि रैली में असली शेर लाकर लोगों को लुभाने की कोशिश की गई। हालांकि पार्टी समर्थकों की इस हरकत का उल्टा असर हुआ और लोगों ने इस कदम का आलोचना की।

नवाज शरीफ की आपत्ति के बाद वापस भेजा गया
पीएमएलएन की नेता मरियम औरंगजेब ने बताया कि नवाज शरीफ ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई और उनके निर्देश पर शेर को वापस भेज दिया गया। पार्टी का एक समर्थक इस शेर को लेकर आया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पहले भी पीएमएलएन की रैलियों में ऐसे ही असली शेर को लाया गया था। इस रैली के दौरान पीएमएलएन की नेता और नवाज शरीफ की बेटी मरयम नवाज भी मौजूद रहीं।

पाकिस्तान में 8 फरवरी को होगा चुनाव
पाकिस्तान में 8 फरवरी को आम चुनाव होने हैं। चुनाव प्रचार के दौरान नवाज शरीफ दावा कर रहे हैं कि उनकी सत्ता से विदाई के बाद पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ीं और पाकिस्तान को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ा। शरीफ ने वादा किया है कि अगर वह सत्ता में आते हैं तो फिर से देश में सकारात्मक बदलाव लेकर आएंगे।

आर्थिक गलियारा अपग्रेड होगा, चीन पाकिस्तान के साथ काम करने को राजी; जिनपिंग सरकार ने लगाए हैं अरबों डॉलर

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपनी महत्वाकांक्षी परियोजना- सीपीईसी पर अरबों डॉलर का निवेश किया है। ताजा घटनाक्रम में चीन और पाकिस्तान इस परियोजना पर एक साथ काम करने को सहमत हो गए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक जिनपिंग प्रशासन ने कहा है कि वह चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे को अपग्रेड करने की परियोजना पर एक साथ काम करने को राजी है। चीन का कहना है कि राजनीतिक रूप से आपसी विश्वास को और मजबूत और गहरा करने के मकसद से उसने पाकिस्तान के साथ काम करने का फैसला लिया है।

जिनपिंग प्रशासन के संपर्क में है पाकिस्तान, चीन ने भी दिखाई दिलचस्पी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने कहा है कि सीपीईसी का पहला चरण हासिल किया जा चुका है। पाकिस्तान शुरुआती फसल परियोजनाओं से लाभान्वित हो रहा है। पीएम काकर ने कहा कि सीपीईसी में अगले चरण का काम पूरा करने के लिए वह लगातार जिनपिंग प्रशासन के संपर्क में बने हुए हैं। डॉन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने कहा है कि वह सीपीईसी को और उन्नत करने को तैयार है। इस रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने नए युग में साझा भविष्य निर्माण और दोनों देशों के समुदाय को करीब लाने में दिलचस्पी दिखाई है।

तुर्किये की संसद ने स्वीडन की नाटो सदस्यता को दी मंजूरी; चीन में भूस्खलन से अब तक 25 की मौत

तुर्किये की संसद ने मंगलवार को स्वीडन को नाटो में शामिल किए जाने संबंध में लाए गए प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। इससे स्वीडन के दुनिया के शक्तिशाली सैन्य गठबंधन में शामिल होने का रास्ता लगभग साफ हो गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, तुर्किये की संसद में 346 सदस्यों में से 287 ने स्वीडन को नाटो में शामिल करने के पक्ष में मतदान किया, जबकि 55 सांसदों ने इसका विरोध किया।

दक्षिण पश्चिम चीन में भूस्खलन के बाद मरने वालों की 25 तक संख्या
दक्षिणपूर्वी चीन में बड़े पैमाने पर भूस्खलन के बाद मरने वालों की संख्या 25 तक पहुंच गई है, बचाव दल जीवित बचे लोगों का पता लगाने के प्रयास जारी रखे हुए हैं। मंगलवार तक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 19 लोग लापता हैं। अधिकारियों ने चल रहे खोज अभियान के लिए लगभग एक हजार बचाव कर्मियों और 45 रेस्क्यू कुत्तों को तैनात किया है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, सीसीटीवी फुटेज में कहा गया है कि 18 घर दब गए और 500 से अधिक लोगों को निकाला गया। शी ने चीनी अधिकारियों से चीनी नव वर्ष नजदीक आने पर बड़े हादसों से बचने के लिए हाई अलर्ट पर रहने का भी आग्रह किया।

टिड्डियों के खतरे से निपटने में सहायता के लिए अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र निकाय ने भारत को धन्यवाद दिया
अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, ‘यह देखकर अच्छा लगा कि अफगानिस्तान में टिड्डियों के खिलाफ संघर्ष में भारत हमारा सहयोगी है। इस समर्थन के लिए धन्यवाद,’। 40 हजार लीटर मैलाथियान कीटनाशक की आपूर्ति दो ट्रकों में की गई और आधिकारिक तौर पर तालिबान-नियंत्रित अफगानिस्तान सरकार के कृषि, सिंचाई और पशुधन मंत्रालय को सौंप दिया गया।

बता दें कि शुष्क क्षेत्रों में अपनी प्रभावकारिता और न्यूनतम पानी के उपयोग के लिए जाना जाने वाला मैलाथियान टिड्डी नियंत्रण में एक महत्वपूर्ण उपकरण माना जाता है। यह सहायता न केवल अफगानिस्तान में तत्काल खतरे को संबोधित करती है बल्कि पड़ोसी मध्य एशियाई देशों में टिड्डियों के प्रसार को रोकने के लिए भी काम करती है।

नेपाल में जनमत पार्टी ने मधेश सरकार से समर्थन वापस लिया
जनमत पार्टी ने मधेश सरकार से अपने दो मंत्रियों को वापस बुला लिया है। साथ ही जनता समाजवादी पार्टी (जसपा) के नेतृत्व वाली सरकार से अपना समर्थन भी वापस ले लिया है।
जनमत पार्टी के प्रदेश सांसद संजय यादव ने बताया कि उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष हरिशंकर मिश्र को पत्र देकर बताया है कि उन्होंने मधेश सरकार छोड़ दी है। सरकार में जनमत पार्टी के कोटे से शिक्षा एवं समाज कल्याण मंत्री महेश प्रसाद यादव और श्रम एवं परिवहन मंत्री चंदन सिंह शामिल थे। सरकार में शामिल होने के बाद से ही जसपा व जनमत पार्टी में मतभेद चल रहे थे। सप्तरी में कृषि यूनिवर्सिटी भवन के शिलान्यास को लेकर दोनों दलों में खुलकर टकराव सामने आ गया।

पाकिस्तान आम चुनाव पर नजर रखेंगे अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक
पाकिस्तान के कार्यवाहक सूचना मंत्री मुर्तजा सोलंगी ने कहा कि देश में आठ फरवरी को होने वाले आम चुनाव पर अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षक और पत्रकार निगरानी रखेंगे और इन्हें कवर करेंगे। वहीं सरकार 170 से अधिक अनुरोधों पर विचार कर रही है जिनमें 24 भारत से हैं। विदेशी पत्रकारों, अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों को जारी मान्यता पत्र केवल कराची, लाहौर व इस्लामाबाद तक के लिए सीमित हैं।