Friday , April 26 2024

विदेश

अगले सप्ताह भारत की यात्रा पर आएँगे इजराइल के विदेश मंत्री अली कोहेन, इन मुद्दों पर होगी वार्ता

इजराइल के विदेश मंत्री अली कोहेन अगले सप्ताह भारत की यात्रा करेंगे।इस यात्रा को प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की इस साल के अंत में होने वाली नयी दिल्ली की यात्रा से पहले तैयारियों से जुड़ी माना जा रहा है।

कोहेन 9 से 11 मई तक तीन दिन की भारत यात्रा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से बातचीत करेंगे। वह एक दिन मुंबई का दौरा भी करेंगे।

यह तीन महीने से कम समय में इजराइल के किसी वरिष्ठ अधिकारी की तीसरी उच्चस्तरीय यात्रा है। इससे पहले इजराइली संसद नेसेट के अध्यक्ष अमीर ओहाना ने मार्च के अंत में और अप्रैल के पहले सप्ताह में भारत का दौरा किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनवरी में नेतन्याहू को भारत आने का न्योता दिया था।

AI चैटटूल जल्द करेगा इंसानों को रिप्लेस, आपके दिमाग को पढ़ने में भी होगा सक्षम

2023 टेक्नोलॉजी के लिए बहुत ही खास रहने वाला है, खासकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के मामले में। फिलहाल AI चैटटूल काफी लोकप्रिय हो रहे हैं। AI चैटटूल, चैटजीपीटी ने तो चैटटूल का पूरा नक्शा ही बदल दिया है।

अब AI एक कदम आगे निकल रहा है। AI अब आपके दिमाग को भी पढ़ने में सक्षम हो गया है। AI अब आपके दिमाग को रियल टाइम में पढ़ सकता है और उसे शब्दों में लिखकर भी दे सकता है।

ऑस्टिन में टेक्सास विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों की एक टीम ने एक एआई मॉडल विकसित किया है जो आपके विचारों को पढ़ सकता है। सिमेंटिक डिकोडर के रूप में जाना जाने वाला गैर-इनवेसिव एआई सिस्टम नेचर न्यूरोसाइंस जर्नल में प्रकाशित हुआ है।

इस रिपोर्ट को कंप्यूटर विज्ञान में डॉक्टरेट छात्र जेरी टैंग और यूटी ऑस्टिन में तंत्रिका विज्ञान और कंप्यूटर विज्ञान के सहायक प्रोफेसर एलेक्स हथ के नेतृत्व में तैयार किया गया है।। यह अध्ययन आंशिक रूप से एक ट्रांसफॉर्मर मॉडल पर आधारित है जो Google बार्ड और ओपनएआई के चैटजीपीटी के समान है।

नेपाल: सीने से जुड़ी समस्या के उपचार के बाद राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल को मिली एम्स से छुट्टी

नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल को सीने से जुड़ी समस्या के उपचार के बाद नई दिल्ली स्थित एम्स से छुट्टी मिल गई और वह रविवार रात काठमांडू लौटे। राष्ट्रपति कार्यालय ने यह जानकारी दी।

पौडेल (78) को सांस लेने में तकलीफ के बाद 19 अप्रैल को नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज के लिए भारत ले जाया गया था। राष्ट्रपति कार्यालय ने यहां एक बयान में कहा, ”राष्ट्रपति पौडेल का उपचार सफल रहा। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद रविवार को नेपाल एयरलाइंस की नियमित उड़ान के जरिए वह काठमांडू लौट आये।”

पौडेल के इलाज में शामिल डॉक्टरों ने उन्हें कुछ और हफ्ते आराम करने की सलाह दी है। राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता सागर आचार्य द्वारा जारी बयान में कहा गया है, ”राष्ट्रपति के स्वास्थ्य की स्थिति में अब काफी सुधार हुआ है।”

स्वास्थ्य समस्याओं के बाद पौडेल को 18 अप्रैल को काठमांडू के त्रिभुवन यूनिवर्सिटी टीचिंग हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था और फेफड़े में संक्रमण होने का पता चलने पर उन्हें आगे के इलाज के लिए नयी दिल्ली भेजा गया था।

ISIS चीफ अबू हुसैन अल-कुरैशी को तुर्कीए की खुफिया एजेंसी ने मार गिराया, दिया ऑपरेशन को अंजाम

तुर्कीए की खुफिया एजेंसी ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के संदिग्ध चीफ को मार गिराया है. तुर्कीए के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने बताया कि सीरिया में इस्लामिक स्टेट के चीफ को ढेर कर दिया गया है.

आतंकी अबु अल-हुसैन-अल-हुसैनी अल-कुरैशी जिसे अबु हुसैन अल-कुरैशी के तौर पर जाना जाता था. एर्दोगन ने टीआरटी तुर्क को बताया कि इस्लामिक स्टेट के इस आतंकी को शनिवार रात तुर्की एमआईटी खुफिया एजेंसी के ऑपरेशन में ढेर कर दिया गया.

इस्लामिक स्टेट ने अभी तक अपने चीफ के मारे जाने पर कोई टिप्पणी नहीं की है. तुर्किए के राष्ट्रपित ने बताया कि एमआईटी खुफिया एजेंसी लंबे समय से अल-कुरैशी पर नजर बनाए हुई थी. उन्होंने कहा कि हम आतंकी संगठनों पर बिना किसी भेदभाव के कार्रवाई जारी रखने वाले हैं. तुर्की लंबे समय से सीरिया के भीतर घुसकर इस्लामिक स्टेट से लड़ता रहा है.

पश्चिमी अफ्रीका और अर्जेंटीना में मिलिट्री बेस बनाने की तैयारी में चीन, अमेरिका के लिए बना खतरा

ची दुनियाभर में सबसे शक्तिशाली देश बनना चाहता है. उसके इस सपने को पूरा करने में सबसे बड़ी दीवार है अमेरिका जो दुनियाभर में सैन्य और आर्थिक तौर पर महाशक्ति के रूप में जाना जाता है.

 अब चीन इसी दीवार को गिराने में जुट गया है. दरअसल चीन अमेरिका की तरह अलग-अलग देशों में मिलिट्री बेस बनाना चाहता है ताकी दुनियाभर में उसे अमेरिका के विकल्प के तौर पर देखा जा सके.

इसी कोशिश के तहत अब उसकी नजर पश्चिमी अफ्रीका और अर्जेंटीना पर है. पश्चिमी अफ्रीका के पश्चिमी तक पर एक क्षेत्र है इक्वेटोरियल गिनी. यहां के बाटा शहर में चीन मिलिट्री बेस स्थापित करने की फिराक में है.

बाटा पोर्ट सिटी होने के साथ-साथ मालाबो के बाद इक्वेटोरियल गिनी का दूसरा सबसे बड़ा शहर है और कभी इक्वेटोरियल गिनी की राजधानी भी रह चुका है.

इसके अलावा चीन अर्जेंटीना के टिएरा डेल फुएगो प्रांत में स्थित उशुआइया में एक मिलिट्री बेस बनाने की फिराक में है ताकी अटलांटिक और प्रशांत महासागरों के बीच समुद्री लेन की आसानी से निगरानी की जा सके.

जरूरतमंद देशों को कर्ज देना. चीन पहले इन देशों को भारी कर्ज देकर दबाता है और फिर यहां मिलिट्री बेस स्थापित कर देता. दक्षिण अफ्रीका और सोलोमन द्वीपसमूह इसके उदाहरण है.

चीन ने फिर की ताइवान को डराने की कोशिश, 38 लड़ाकू विमान और अन्य युद्धक विमान उड़ाये

चीन की सेना ने ताइवान के पास 38 लड़ाकू विमान और अन्य युद्धक विमान उड़ाये। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। स्व-शासित द्वीप के खिलाफ चीन के लंबे समय से चले आ रहे अभियान के तहत शुक्रवार सुबह छह बजे के बीच ताइवान के जल क्षेत्र में नौसेना के छह पोत भी देखे गए थे।

चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने बाद में शुक्रवार को एक बयान में ताइवान जलडमरूमध्य के माध्यम से अमेरिकी नौसेना पी-8ए पोसाइडन एंटी-सबमरीन गश्ती विमान की उड़ान का विरोध किया।

इस तरह की कार्रवाई ” पूरी तरह से साबित करती है कि अमेरिका ताइवान जलडमरूमध्य में शांति व स्थिरता के लिए खतरा उत्पन्न कर रहा है।” जलडमरूमध्य, चीन और ताइवान के बीच एक सहमति के अनुसार एक अनौपचारिक सीमा है।  पांच एसयू-30 और दो जे-16 विमान शामिल हैं। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, टीबी-001 ड्रोन ने द्वीप का चक्कर लगाया।

चीन के आक्रामक रवैये के बावजूद अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष केविन मैक्कार्थी ने अमेरिका के कैलिफोर्निया में ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन की मेजबानी की थी। इसके बाद से चीन इस तरह की कार्रवाई कर रहा है।

तो क्या सच में चोरी छुपे युद्ध की तैयारी कर रहा हैं पकिस्तान ? देखिए यहाँ

पाकिस्तान सेना ने युद्ध  तैयारियों और देश के सामने भविष्य के खतरों पर अपने पूर्व प्रमुख जनरल (सेवानिवृत्त) कमर जावेद बाजवा के बयान के हवाले से मीडिया में आयी खबरों को  खारिज किया और कहा कि उनकी अनाधिकारिक रूप से की गयी टिप्पणियों को ”संदर्भ से काटकर पेश किया गया।”

मीर ने दावा किया कि बाजवा ने 2021 में 20-25 पत्रकारों के साथ एक बैठक में कहा था कि ”पाकिस्तान सेना युद्ध करने के लिए सक्षम नहीं है।” ‘ मीर ने टीवी कार्यक्रम में खुलासा किया कि बाजवा ने बैठक में कहा था कि पाकिस्तान, भारत के साथ युद्ध करने की स्थिति में नहीं है।

इन खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान सेना ने कहा, ”हाल में पाकिस्तानी सेना के शस्त्रागार में कुछ हथियार प्रणालियों की स्थिति के मद्देनजर उसकी युद्धक क्षमता पर मीडिया में चर्चा हुई है।”

उसने कहा, ”इसके संबंध में पाकिस्तान के भविष्य के खतरों पर पूर्व सेना प्रमुख के विचार संदर्भ से काटकर पेश किए गए हैं, जिसके बारे में उन्होंने मीडियाकर्मियों से एक अनौपचारिक वार्ता में बातचीत की थी।”

स्वतंत्र रिपोर्ट से बढ़ सकती हैं सुनक सरकार की मुश्किलें, खालिस्तानी खतरे को लेकर आशंका

ब्रिटेन  के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा कमीशन की गई एक स्वतंत्र रिपोर्ट ने ब्रिटिश सिख समुदाय के भीतर खालिस्तान  समर्थक चरमपंथियों के बढ़ते प्रभाव पर चिंता व्यक्त की है.

ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा बनाई गई कमीशन ‘द ब्लूम रिव्यू’ ने ऋषि सुनक सरकार से इस मुद्दे को तत्काल हल करने का आह्वान किया है.   ब्रिटेन में उन अधिकतर सिखों की सुरक्षा दी जानी चाहिए जो चरमपंथी विचारधारा का समर्थन नहीं करते हैं.

खालिस्‍तानी समर्थक ब्रिटिश सिखों के बीच अपने प्रभाव को बढ़ाने में लगे हुए हैं  मानव अधिकारों की आड़ में राजनीतिक और दूसरे कामों करा रहे हैं. ब्रिटिश सिख समुदायों ने कहा है कि सब के सब खालिस्‍तान का समर्थन नहीं करते हैं.

खालसा वोक्स ने कहा है कि रिपोर्ट ने ब्रिटेन में सिखों की सुरक्षा और भलाई सुनिश्चित करने को कहा है. इसके साथ ही भारत के साथ संबंध बनाए रखने के लिए सिख समुदायों और चरमपंथी तत्वों के बीच अंतर करने पर जोर दिया है.

 

तो क्या म्यांमार की ये भूल पद सकती हैं भारत के लिए भारी, देश के सामने आई नई चिंता

साल 2005 में भारत के तत्कालीन नौसेना प्रमुख एडमिरल अरुण प्रकाश अंडमान निकोबार द्वीप समूह के दौरे पर थे. उन्होंने कहा था, “म्यांमार सरकार के मुताबिक़ कोको द्वीप में चीन की कोई मौजूदगी नहीं है और हम इस बात पर यक़ीन करते हैं.”

 आधिकारिक यात्रा के चंद महीने पहले म्यांमार के नौसेना प्रमुख, सो थेन, दिल्ली आए थे और एडमिरल प्रकाश से लंबी बातचीत का दौर चला था.1948 में म्यांमार की आज़ादी के पहले तक दूसरे विश्व युद्ध में जापानी सेना कोको द्वीप को अपने नौसेना अड्डे के तौर पर इस्तेमाल करती थी. म्यांमार का हिस्सा बनने के बाद 20वीं सदी के अंत तक यहां पर एक रडार स्टेशन हुआ करता था.

ब्रिटेन की नामचीन पॉलिसी इंस्टिट्यूट चैटम हाउस की एक नई रिपोर्ट के बाद कोको द्वीप दोबारा से अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनने की कग़ार पर है. “ताज़ा और भरोसेमंद सैटलाइट तस्वीरें इस द्वीप पर तेज़ हुई गतिविधियों की ओर इशारा करती हैं, जो भारत के लिए अच्छी ख़बर नहीं है.”

महीनों की रिसर्च के बाद ये तस्वीरें सैटलाइट इमेजरी में दुनिया में शीर्ष मानी जाने वाली ‘मैक्सर टेक्नॉलजीज़’ ने जारी की हैं, जिसमें साफ़ तौर पर देखा जा सकता है कि बंगाल की खाड़ी के बीच स्थित कोको द्वीप में निर्माण काम जारी है.

19 टेक कंपनियां अब करेंगी यूरोपीय संघ के नए नियमों का पालन, अगस्त से लागू होगा नियम

फेसबुक, एपल का एप स्टोर, अमेजन का मार्केट प्लेस, अलीबाबा का अली एक्सप्रेस आदि 19 टेक कंपनियां अब यूरोपीय संघ (ईयू) के नए ऑनलाइन सामग्री नियमों के अधीन लाई जा रही हैं।

 इसमें 4.50 करोड़ से अधिक मासिक यूजर्स संख्या वाली टेक कंपनियों को रखा जाएगा।यूरोपीय संघ के उद्योग प्रमुख थियरी ब्रेटन ने बताया कि यह नियम अगस्त से लागू हो रहे हैं। कंपनी को आचरण संहिता भी बनानी होगी।

माना जा रहा है कि यह 19 ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और सर्च इंजन नए नियमों से ज्यादा जवाबदेह बनेंगे। ब्रेटन के अनुसार समय के साथ इन प्लेटफॉर्म की प्रासंगिकता बढ़ी है, इसलिए इंटरनेट को सुरक्षित बनाने के लिए इन्हें अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।

मेटा की इंस्टाग्राम, अल्फाबेट की गूगल मैप्स, गूगल प्ले, गूगल सर्च, गूगल शॉपिंग, यूट्यूब, लिंक्डइन, पिनट्रेस्ट, स्नैपचैट, टिकटॉक, ट्विटर, विकिपीडिया, माइक्रोसॉफ्ट की बिंग, जालैंडो, बुकिंग डॉट कॉम आदि को नियमों के दायरे में लाया जा रहा है।