Thursday , April 18 2024

खेल

कोच द्रविड़ का बड़ा एलान, इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट के लिए राहुल को इस जिम्मेदारी से किया मुक्त

भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने मंगलवार को कहा कि बल्लेबाज केएल राहुल इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में विकेटकीपर के रूप में नहीं खेलेंगे। भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज गुरुवार से हैदराबाद में शुरू होगी, जबकि अगले चार टेस्ट विशाखापत्तनम, राजकोट, रांची और धर्मशाला में खेले जाएंगे। द्रविड़ के इस बयान से साफ हो गया है कि शुरुआती दो टेस्ट में केएस भरत और ध्रुव जुरेल में से किसी एक का खेलना तय हो गया है। भरत पहले भी विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभालते रहे हैं, जबकि ध्रुव को पहली बार सीनियर टीम में मौका मिला है।

राहुल को विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी से मुक्त किया
भारत के मुख्य कोच ने कहा कि राहुल ने स्टंप के पीछे शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन इसके बावजूद टीम में शामिल दो प्रतिभाशाली विकेटकीपर में से किसी एक को विकेटकीपर की भूमिका के लिए चुना जाएगा। द्रविड़ ने कहा कि यह फैसला लंबी सीरीज और मौसम की स्थिति को देखकर लिया गया है।

भरत या जुरेल में से किसे मिलेगा मौका?
द्रविड़ ने कहा, ‘राहुल सीरीज में विकेटकीपर के तौर पर नहीं खेलेंगे। मुझे लगता है कि हम चयन से ही इसके बारे में काफी स्पष्ट थे। हमने दो अन्य लोगों को चुना था जो हमारे लिए इस भूमिका को निभा सकते हैं। राहुल ने दक्षिण अफ्रीका में हमारे लिए शानदार काम किया और उस सीरीज को ड्रॉ कराने में हमारी मदद से अहम भूमिका निभाई थी, लेकिन पांच टेस्ट मैचों और इन हालात में खेलने पर विचार करते हुए चयन हमारे दो अन्य विकेटकीपरों के बीच होगा।

विराट के बिना उतरेगी भारतीय टीम
भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ पहले दो टेस्ट मैचों में स्टार बल्लेबाज विराट कोहली के बिना उतरेगी। विराट ने निजी कारणों से टीम से हटने का अनुरोध किया था। अनुभवी बल्लेबाज रोहित शर्मा टीम का नेतृत्व करेंगे, जबकि स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह उप-कप्तान की भूमिका निभाएंगे। भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण में आवेश खान, मोहम्मद सिराज और मुकेश कुमार को भी 16 सदस्यीय मजबूत टीम में शामिल किया गया है।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहली बार हुए दो सुपर ओवर, नहीं देख पाए मैच तो यहां पढ़ें पूरा रोमांच

भारत और अफगानिस्तान के बीच टी20 सीरीज का तीसरा और आखिरी मैच टीम इंडिया ने दूसरे सुपर ओवर में जीत लिया। इस जीत के साथ ही भारत ने सीरीज 3-0 से अपने नाम की। रोमांच का चरम क्या होता है, यह भारत और अफगानिस्तान के बीच तीसरे टी20 में देखने को मिला। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में पहली बार दो सुपर ओवर खेले गए। पहला और दूसरा टी20 छह-छह विकेट से जीतने के बाद टीम इंडिया ने तीसरे टी20 में डबल सुपर ओवर में अफगानिस्तान को हरा दिया। निर्धारित 20 ओवर में भारत ने रोहित शर्मा की नाबाद 121 रन की पारी और रिंकू सिंह के नाबाद 69 रन की बदौलत भारत ने चार विकेट पर 212 रन बनाए थे। जवाब में अफगानिस्तान की टीम भी 20 ओवर में छह विकेट गंवाकर 212 रन बना सकी। मैच टाई हुआ और सुपर ओवर में पहुंचा। पहले सुपर ओवर में दोनों टीमों ने 16-16 रन बनाए। दूसरे सुपर ओवर में भारत के 11 रन के जवाब में अफगानिस्तान एक रन बना सका और भारत ने मैच जीत लिया।

भारत की पारी
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में चार विकेट गंवाकर 212 रन बनाए। बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में रोहित और रिंकू का तूफान देखने को मिला। एक वक्त भारत ने 22 रन पर चार विकेट गंवा दिए थे। यशस्वी जायसवाल चार रन और शिवम दुबे एक रन बनाकर आउट हुए। वहीं, विराट कोहली और संजू सैमसन खाता नहीं खोल सके। इसके बाद रोहित और रिंकू ने पांचवें विकेट के लिए 95 गेंद में 190 रन की नाबाद साझेदारी की।

किसी ने नहीं सोचा था कि टीम इंडिया 200 के स्कोर तक पहुंच पाएगी, लेकिन हिटमैन और रिंकू ने ऐसा कर दिखाया। रोहित ने टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर का रिकॉर्ड पांचवां शतक लगाया। वह इस प्रारूप में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। वह 69 गेंद में 11 चौके और आठ छक्के की मदद से 121 रन बनाकर नाबाद रहे। वहीं, रिंकू ने टी20 अंतरराष्ट्रीय करियर का दूसरा अर्धशतक लगाया। वह 39 गेंद में 69 रन बनाकर नाबाद रहे। अपनी पारी में उन्होंने दो चौके और छह छक्के लगाए।

अफगानिस्तान की पारी
213 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी अफगानिस्तान टीम को कप्तान इब्राहिम जादरान और रहमनुल्लाह गुरबाज ने अच्छी शुरुआत दिलाई। दोनों ने 93 रन जोड़े। इस साझेदारी को कुलदीप यादव ने तोड़ा। उन्होंने गुरबाज को कैच आउट कराया। वह 32 गेंद में तीन चौके और चार छक्के की मदद से 50 रन बनाए। वहीं, जादरान 41 गेंद में चार चौके और एक छक्के की मदद से 50 रन बनाकर आउट हुए। अजमतुल्लाह ओमरजई खाता नहीं खोल सके।

मोहम्मद नबी ने 16 गेंद में दो चौके और तीन छक्के की मदद से 34 रन की तूफानी पारी खेल मैच अफगानिस्तान की तरफ मोड़ दिया। हालांकि., वॉशिंगटन सुंदर ने 17वें ओवर में सधी हुई गेंदबाजी की नबी को पवेलियन भेजा। करीम जनत दो रन बनाकर रन आउट और नजीबुल्लाह जादरान पांच रन बनाकर आउट हो गए। इन विकेट ने मैच को फिर रोमांचक बना दिया।

आखिरी ओवर में अफगानिस्तान को जीत के लिए 19 रन की दरकार थी। गुलबदिन नईब क्रीज पर थे। उन्होंने शराफुद्दीन अशरफ के साथ मिलकर 20वें ओवर में 18 रन बनाए और मैच टाई हो गया। गुलबदिन 23 गेंद में चार चौके और चार छक्के की मदद से 55 रन बनाकर नाबाद रहे। भारत की ओर से वॉशिंगटन सुंदर ने तीन विकेट लिए। वहीं, आवेश खान और कुलदीप यादव को एक-एक विकेट मिला।

सुपर ओवर में क्या हुआ?
पहले सुपर ओवर में अफगानिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 16 रन बनाए। जवाब में भारत भी 16 रन बना सका। दूसरे सुपर ओवर में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 11 रन बनाए और फिर अफगानिस्तान को एक रन ही बनाने दिया। अफगानिस्तान की टीम ने तीन गेंद में ही दो विकेट गंवा दिए और इस तरह टीम इंडिया ने जीत हासिल की। रवि बिश्नोई दूसरे सुपर ओवर में गेंदबाजी के लिए आए और अफगानिस्तान की टीम उनके फिरकी में फंस गई। तीन गेंद में ही उन्होंने मोहम्मद नबी और रहमनुल्लाह गुरबाज के दो विकेट लिए। एक सुपर ओवर में किसी एक टीम के दो विकेट गिरने पर पारी वहीं समाप्त हो जाती है।

ऑस्ट्रेलियन ओपन में इतिहास रचने वाले नागल की सफलता में कोहली का हाथ, विराट ने ऐसे दिया था साथ

भारतीय टेनिस स्टार सुमित नागल ने मंगलवार को इतिहास रच दिया। वह 1989 के बाद से ऑस्ट्रेलियन ओपन में किसी वरीयता प्राप्त खिलाड़ी को हराने वाले देश के पहले खिलाड़ी बन गए। नागल ने पहले दौर में कजाखस्तान के एलेक्जेंडर बुबलिक को 6-4, 6-2, 7-6 (7-5) से हराया। नागल ने जीत के साथ इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया। हालांकि, उनके लिए यहां तक पहुंचना आसान नहीं था। यह भारत के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली के समर्थन के बिना संभव नहीं था। उन्होंने पहली बार 2017 में नागल की मदद की थी।

नागल 2013 के बाद एकल के दूसरे राउंड में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी हैं। सोमदेव देवबर्मन ने 2013 में दूसरे दौर में जगह बनाई थी। 1989 के बाद पहली बार किसी भारतीय खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलियन ओपन के एकल मैच में वरीयता प्राप्त खिलाड़ी को हराया है। 1989 में रमेश कृष्णन ने ऐसा किया था। तब उन्होंने दूसरे दौर में स्वीडन के मैट्स विलेंडर को हराया था। विलेंडर तब टेनिस रैंकिंग में दुनिया के शीर्ष खिलाड़ी थे।

नागल ने कोहली को लेकर किया था खुलासा
एक इंटरव्यू में नागल ने बताया कि कैसे कोहली और उनके फाउंडेशन ने उस समय उनका समर्थन किया जब उनकी जेब में सिर्फ छह डॉलर बचे थे। नागल ने कहा था, ”विराट कोहली का फाउंडेशन 2017 से मेरा समर्थन कर रहा है। मैं पिछले दो वर्षों से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा था और वित्तीय संकट का सामना कर रहा था। अगर विराट कोहली मेरा समर्थन नहीं करते, तो मुझे नहीं पता कि मेरे साथ क्या होता।”

नागल ने कहा था, “2019 के शुरुआत जब मैं एक टूर्नामेंट के बाद कनाडा से जर्मनी के लिए उड़ान भर रहा था, मेरे पर्स में सिर्फ छह डॉलर थे। मुझे जो मदद मिल रही थी उसके बाद सिर्फ छह डॉलर थे। ऐसे में कल्पना कीजिए कि मुझे कितनी परेशानी हो रही होगी, लेकिन मैं बच गया और चीजें बेहतर हो रही हैं। अगर लोग एथलीटों को फंड देते हैं, तो इससे देश में खेल को फलने-फूलने में मदद मिलेगी। मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे विराट से समर्थन मिला।”

पहली बार ऑस्ट्रेलियन ओपन के दूसरे दौर में नागल
ऑस्ट्रेलियन ओपन के पहले दौर से पहली बार नागल आगे बढ़ पाए हैं। 2021 में भारतीय स्टार को शुरुआती दौर में लिथुआनिया के रिकार्डस बेरांकिस के हाथों 2-6, 5-7, 3-6 से हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, नागल पहले भी किसी ग्रैंड स्लैम इवेंट के दूसरे दौर में खेल चुके हैं। नागल ने 2020 यूएस ओपन में ऐसा किया था, जहां वह दूसरी वरीयता प्राप्त डोमिनिक थिएम से 6-3, 6-3, 6-2 से हार गए थे।

सुमित नागल ने ऑस्ट्रेलियन ओपन में किया बड़ा उलटफेर, 1989 के बाद ऐसा करने वाले पहले भारतीय

भारतीय टेनिस खिलाड़ी सुमित नागल ने बड़ा उलटफेर किया है। उन्होंने ऑस्ट्रेलियन ओपन में पुरुष एकल के दूसरे राउंड में जगह बना ली है। मुख्य दौर के पहले राउंड में उन्होंने 27वीं रैंकिंग वाले एलेक्सजेंडर बबलिक को हराया है। नागल ने यह मैच सीधे सेटों में 6-4, 6-2, 7-6 से जीता। एलेक्सजेंडर को इस टूर्नामेंट में 31वीं वरीयता मिली है।

नागल 2013 के बाद एकल के दूसरे राउंड में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी हैं। सोमदेव देवबर्मन ने 2013 में दूसरे दौर में जगह बनाई थी। 1989 के बाद पहली बार किसी भारतीय खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलियन ओपन के एकल मैच में वरीयता प्राप्त खिलाड़ी को हराया है। 1989 में रमेश कृष्णन ने ऐसा किया था। तब उन्होंने दूसरे दौर में स्वीडन के मैट्स विलेंडर को हराया था। विलेंडर तब टेनिस रैंकिंग में दुनिया के शीर्ष खिलाड़ी थे।

सुमित ने दूसरी बार किसी ग्रैंड स्लैम के मुख्य दौर में जीत हासिल की है। इससे पहले 2020 यूएस ओपन में वह मुख्य ड्रॉ में एक मैच जीतने में सफल रहे थे। उन्होंने सातवीं बार टेनिस रैंकिंग में शीर्ष 100 में शामिल खिलाड़ी को हराया है। वहीं, विपक्षी खिलाड़ी की रैंकिंग के लिहाज से यह सुमित की दूसरी बड़ी जीत है।

मैच में क्या हुआ?
सुमित ने शानदार शुरुआत की और पहले सेट से ही अपना दबदबा बनाया। उन्होंने तीन एलेक्सजेंडर की सर्विस ब्रेक की और पहला सेट आसानी से 6-4 के अंतर से जीत लिया। दूसरे सेट में वह और भी बेहतरीन लय में दिखे। एलेक्सजेंडर बुबलिक ने कुछ गलतियां भी कीं और इसका फायदा उठाते हुए नागल ने दूसरा सेट 6-2 के अंतर से जीत लिया। तीसरे सेट में दोनों खिलाड़ियों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली और टाई ब्रेक में नागल ने जीत हासिल की। उन्होंने यह सेट 7-6 से जीता और मैच भी अपने नाम कर लिया।

ईशान के रणजी ट्रॉफी खेलने पर संशय जारी, झारखंड ने कहा- कोई जानकारी नहीं; द्रविड़ ने दी थी सलाह

भारतीय टीम के दो खिलाड़ी ईशान किशन और श्रेयस अय्यर इन दिनों गलत वजहों से चर्चा में हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा बताया जा रहा था कि दोनों के रवैये से बीसीसीआई नाराज है और अफगानिस्तान के खिलाफ टीम में नहीं चुनकर उन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। ईशान ने दक्षिण अफ्रीकी दौरे को बीच में छोड़ दिया था। वहीं, रिपोर्ट्स में यह बताया गया था कि बोर्ड अफ्रीकी दौरे पर टेस्ट सीरीज में उनकी बल्लेबाजी स्टाइल से नाराज था। साथ ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी के लिए दोनों को घरेलू क्रिकेट खेलने की भी सलाह दी गई है।

हालांकि, भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने अनुशासनात्मक कार्रवाई की बात का खंडन किया था, लेकिन उन्होंने ईशान को घरेलू टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी खेलने की सलाह जरूर दी थी। ईशान के रणजी खेलने को लेकर अभी तक कुछ भी साफ नहीं है। ऐसे में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में उनका चुना जाना मुश्किल नजर आ रहा है।

ईशान को लेकर द्रविड़ का बयान

द्रविड़ ने अफगानिस्तान के खिलाफ पहले टी20 मुकाबले की पूर्व संध्या पर कहा था- बिल्कुल नहीं (कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं)। ईशान किशन चयन के लिए उपलब्ध नहीं थे। ईशान किशन ने दक्षिण अफ्रीका में ब्रेक के लिए अनुरोध किया, जिस पर हम सहमत हो गए और समर्थन किया और उन्हें मान्यता दी। उन्होंने अभी तक खुद को चयन के लिए उपलब्ध नहीं रखा है। मुझे यकीन है कि जब वह उपलब्ध होंगे, तो वह घरेलू क्रिकेट खेलेंगे और खुद को चयन के लिए उपलब्ध रखेंगे।

JSCA ने क्या कहा?

इसका मतलब है कि सात सप्ताह से कोई क्रिकेट नहीं खेलने के कारण बाएं हाथ के बल्लेबाज ईशान का इस महीने के अंत में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए नहीं चुना जाना मुश्किल है। ऐसे में केएस भरत पहले विकेटकीपर के रूप में खेल सकते हैं, क्योंकि बीसीसीआई केएल राहुल को आराम देना चाहता है और उन्हें बतौर बल्लेबाज मौका देना चाहता है। इस बीच जब न्यूज एजेंसी पीटीआई ने झारखंड राज्य क्रिकेट संघ (जेएससीए/JSCA) के सचिव देबाशीष चक्रवर्ती से पूछा कि क्या किशन ने मौजूदा रणजी ट्रॉफी के लिए खुद को उपलब्ध रखा है, तो उन्होंने ना में जवाब दिया।

श्रेयस पर द्रविड़ का बयान

उन्होंने कहा, ‘नहीं, ईशान ने हमसे संपर्क नहीं किया है और न ही अपनी उपलब्धता के बारे में कुछ बताया है। जब भी वह हमें बताएंगे, वह अंतिम एकादश में शामिल हो जाएंगे।’ वहीं, अफगानिस्तान के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए श्रेयस अय्यर के नहीं चुने जाने से भी खिलाड़ियों की अनुशासनहीनता की चर्चाओं को बढ़ावा मिला था, लेकिन द्रविड़ ने अफवाहों का खंडन किया। उन्होंने कहा था- श्रेयस अय्यर के मामले का किसी भी अनुशासनात्मक मुद्दे से कोई लेना-देना नहीं है। बात बस इतनी सी है कि वह टीम में जगह बनाने से चूक गए। टीम में कई बल्लेबाज हैं। वह दक्षिण अफ्रीका में टी20 में भी नहीं खेले थे। द्रविड़ ने कहा था कि सभी खिलाड़ियों को टीम या शुरुआती प्लेइंग-11 में जगह देना मुश्किल है। उन्होंने कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि वह (श्रेयस) अच्छे खिलाड़ी हैं, लेकिन भारतीय टीम में पहले से ही काफी बल्लेबाज हैं और सभी को टीम में फिट करना या अंतिम 11 में जगह देना आसान नहीं है। कम से कम चयनकर्ताओं के साथ मेरी चर्चा के दौरान अनुशासन के किसी मुद्दे पर चर्चा नहीं की गई।

दूरदर्शन और अन्य फाइनेंस कंपनियों का था अमिताभ बच्चन पर कर्जा, 1990 में हो गए थे दिवालिया

बॉलीवुड सेलेब्स के लिए नब्बे का दशक बेहद खास रहा है. इस दौर में कई स्टार ऐसे हुए जिन्होंने स्टारडम का स्वाद चखा और अभी तक इसे एन्जॉय कर रहे हैं.

इस दौर में वह आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे और उनके दरवाजे पर लेनदारों का आना-जाना बढ़ गया था. उनपर 90 करोड़ रुपए का कर्जा हो गया था.अमिताभ बचन की कंपनी 1990 के दशक में दिवालिया हो गई थी. एक पुराने इंटरव्यू में बिग बी ने इस बात का भी खुलासा किया था कि उन पर 90 करोड़ रुपये का कर्ज था. इतना ही नहीं, उनका अपना घर भी कुर्क किया गया था.

उन्होंने कहा, “सारी प्रॉपर्टी कुर्क की गई थी. क्योंकि मैं कंपनी के पर्सनल गारंटी थे, जो पर्सनल गारंटर के तौर पर आपको ही भुगतान करने के लिए जिम्मेदार होते हैं. मुझे 90 करोड़ रुपए का भुगतान करना था.”

अमिताभ बच्चन ने कहा कि उनके खिलाफ 55 लीगल केस थे और हर दिन दरवाजे पर लेनदार आते थे. यह उनके लिए बहुत ही शर्मनाक और अपमानजनक था. उन्होंने कहा कि जो लोग पहले उनकी कंपनी से जुड़ने के लिए बहुत एक्साइटेड थे.

आईसीसी के लाभ साझा करने के प्रस्तावित मॉडल पर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल आथर्टन ने उठाए ये सवाल

 इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल आथर्टन ने अगले चार साल (2024-2027) के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के लाभ साझा करने के प्रस्तावित मॉडल की आलोचना की है जहां भारत को सालाना 60 करोड़ डॉलर के राजस्व का 38.50 प्रतिशत हिस्सा मिलेगा।

यदि आईसीसी की वित्तीय और वाणिज्यिक मामलों (एफ एंड सीए) समिति द्वारा प्रस्तावित मॉडल को जून में वार्षिक सम्मेलन के दौरान पारित किया जाता है तो बीसीसीआई को सालाना 23 करोड़ 10 लाख डॉलर मिलेंगे जबकि इंग्लैंड 6.89 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ दूसरा सबसे अधिक राजस्व हासिल करने वाला देश होगा।

आथर्टन ने हालांकि कहा कि अन्य सभी देशों के राजस्व में भी उछाल देखने को मिलेगा इसलिए वैश्विक सम्मेलन के दौरान शायद ही कोई इस पर सवाल उठाए।आथर्टन ने एक कॉलम में लिखा- प्रस्तावित वितरण मॉडल पर जून में अगली आईसीसी बैठक में चर्चा की जाएगी लेकिन हर देश को अभी की तुलना में बड़ी राशि (धनराशि के लिहाज से) मिल रही है इसलिए प्रस्तावों को चुनौती देने की इच्छा कम हो सकती है।

दाएं हाथ के इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि जैसा कि आईसीसी के पूर्व अध्यक्ष और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष अहसान मनि ने इस सप्ताह कहा था- पैसा वहां जा रहा है जहां इसकी सबसे कम जरूरत है।

भुवनेश्वर कुमार की ताबड़तोड़ फॉर्म से सनराइजर्स हैदराबाद को मिली जीत, लेकिन फिर भी अधूरी रही…

भुवनेश्वर कुमार ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ आईपीएल 2023 के मुकाबले में कहर बरपा दिया.उन्होंने 4 ओवर में 30 रन देकर 5 विकेट लिए.  ओवर में तो उन्होंने विकेटों की झड़ी लगा दी. उन्होंने 5 में से 3 विकेट तो आखिरी ओवर में ही लिए.

भुवी के आखिरी ओवर में गुजरात को 4 झटके लगे. 20वें ओवर में लगातार 3 विकेट गिरे. इसके बावजूद भुवी की हैट्रिक नहीं हो पाई. दरअसल 20वें ओवर की पहली गेंद पर भुवी ने शुभमन गिल की पारी को 101 रन पर रोक दिया. उन्होंने गिल को अब्दुल समद के हाथों कैच आउट करवा दिया. अगली गेंद पर भुवी ने राशिद खान को हेनरिक क्लासन के हाथों आउट करवाया.

भुवी की हैट्रिक बॉल पर स्ट्राइक पर नूर अहमद थे. वो सिंगल लेने के लिए दौड़े, मगर नॉन स्ट्राइक छोर पर भुवी ने उन्हें रन आउट कर दिया. इसी के साथ टीम हैट्रिक तो हो गई, मगर भुवी की हैट्रिक नहीं हो पाई.  भुवनेश्वर आईपीएल में दूसरी बार 5 विकेट के क्लब में शामिल है.

IPL 2023 आज LSG vs MI मैच के नतीजे का अंक तालिका पर होगा असर, इस टीम को जीतने की जरूरत

IPL 2023 की प्लेऑफ अभी तय नहीं है. एलिमिनेटर मुकाबला भी अभी दूर है. लेकिन, उससे पहले अगर आपको एलिमिनेटर मुकाबले वाला फील लेना है तो आज की शाम मुंबई इंडियंस और लखनऊ सुपर जायंट्स की टक्कर को देखना ना भूलें.

प्लेऑफ की रेस में दौड़ रही इन दोनों टीमों के लिए आज जीत और हार मायने रखने वाली है.IPL 2023 की अंक तालिका में अभी मुंबई इंडियंस के 12 मैच के बाद 14 अंक हैं. लखनऊ सुपर जायंट्स के 12 मैच में 13 अंक हैं.

IPL 2023 में ये मुंबई और लखनऊ के बीच पहली टक्कर होगी. इससे पहले सिर्फ 2 बार दोनों टीमें टकराई हैं. IPL 2022 में खेले उन दोनों मुकाबले को लखनऊ ने जीता था. मतलब मुंबई को आज जीतना है तो उसके अपने हार के सिलसिले को तोड़ना होगा.

सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ़ राजस्थान ने रिक्त पदों पर निकाली भर्ती

सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ़ राजस्थान ने रिसर्च एसोसिएट और जूनियर रिसर्च फेलो के रिक्त पदों के लिए योग्य उम्मीदवारों की भर्ती की घोषणा की है।

रिक्ति विवरण

सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ़ राजस्थान भर्ती 2023 के लिए उपलब्ध रिक्तियों की कुल संख्या तीन है। पात्र और इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक अधिसूचना के माध्यम से जा सकते हैं और अंतिम तिथि से पहले नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं, जो कि 15 मई 2023 है। नौकरी का स्थान अजमेर है।

योग्यता: रिसर्च एसोसिएट और जूनियर रिसर्च फेलो पदों के लिए आवश्यक योग्यता M.A, M.Pharma, और M.Sc. है। इन योग्यताओं को रखने वाले उम्मीदवार अंतिम तिथि से पहले नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं।

चरण 1: केंद्रीय राजस्थान विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।

चरण 2: वेबसाइट पर सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ़ राजस्थान भर्ती 2023 के बारे में नवीनतम अधिसूचना देखें।

चरण 3: आगे बढ़ने से पहले अधिसूचना में दिए गए निर्देशों को पूरी तरह से पढ़ें।

चरण 4: अंतिम तिथि से पहले आवेदन पत्र को लागू करें या भरें।