मंगलवार को अस्थिर कारोबार के दौरान बेंचमार्क शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी लगभग अपरिवर्तित बंद हुए। क्विक कॉमर्स और निजी बैंकिंग शेयरों में बढ़त की भरपाई तेल एवं गैस और आईटी शेयरों में गिरावट से हो गई।
30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 13.53 अंक या 0.02 प्रतिशत गिरकर 82,186.81 अंक पर बंद हुआ। कारोबार में यह 337.83 अंक या 0.41 प्रतिशत चढ़कर 82,538.17 पर पहुँचा था, लेकिन बाद में इसकी गति धीमी पड़ गई। वहीं 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 29.80 अंक या 0.12 प्रतिशत गिरकर 25,060.90 पर बंद हुआ।
व्यापार समझौते पर स्पष्टता की कमी ने डाला असर
विशेषज्ञों ने कहा कि एक अगस्त की समयसीमा से पहले अमेरिका-भारत व्यापार समझौते पर स्पष्टता की कमी और एफआईआई द्वारा मुनाफावसूली से बाजार की धारणा प्रभावित हुई।
सेंसेक्स की कंंपनियों का हाल?
सेंसेक्स की कंपनियों में, नतीजों के बाद आई तेजी में इटरनल के शेयर में सबसे ज्यादा 10.56 प्रतिशत की उछाल आई। जोमैटो और ब्लिंकिट ब्रांड की मालिक, फूड डिलीवरी और फास्ट-कॉमर्स कंपनी इटरनल ने सोमवार को जून तिमाही के लिए 25 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया।
टाइटन, हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, मारुति, आईसीआईसीआई बैंक और महिंद्रा एंड महिंद्रा भी लाभ में रहे। हालांकि, टाटा मोटर्स, अडानी पोर्ट्स, भारतीय स्टेट बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज पिछड़ने वालों में शामिल रहे।
यूरोपीय बाजारों में हुई गिरावट
एशियाई बाजारों में शंघाई का एसएसई कम्पोजिट सूचकांक और हांगकांग का हैंग सेंग सकारात्मक दायरे में बंद हुए, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी और जापान का निक्केई 225 सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए। यूरोपीय बाजार ज्यादातर गिरावट के साथ बंद हुए। सोमवार को अमेरिकी बाजार ज्यादातर बढ़त के साथ बंद हुए।
ब्रेंट क्रूड का भाव गिरकर 68.54 डॉलर प्रति बैरल पहुंचा
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.97 प्रतिशत गिरकर 68.54 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 1,681.23 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 3,578.43 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। सोमवार को सेंसेक्स 442.61 अंक या 0.54 प्रतिशत चढ़कर 82,200.34 पर बंद हुआ। निफ्टी 122.30 अंक या 0.49 प्रतिशत बढ़कर 25,090.70 पर बंद हुआ।