संसद के मानसून सत्र में पेगासस स्पाईवेयर को लेकर बवाल बढ़ गया है, विपक्ष लगातार केंद्र सरकार से इस मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रही है। इस बीच बुधवार को भाजपा लोकसभा सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर को आईटी कमेटी के चेयरमैन पद से हटाने की मांग करते हुए विशेषाधिकार हनन का नोटिस दे दिया है।
निशिकांत दुबे ने नियम 222 का हवाला देते हुए कहा कि एक तरफ कांग्रेस विपक्षी दलों के लोग सदन नहीं चलने दे रहे हैं और दूसरी तरफ संसदीय समिति की बैठक हो रही है। उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष इन मुद्दों पर न तो लोकसभा में और न ही राज्यसभा में चर्चा करने के लिए तैयार है, फिर भी समिति के प्रमुख (थरूर) उसी पर (बैठकों में) चर्चा करना चाहते हैं।
दुबे ने कहा कि सदन के विशेषाधिकार का हनन हुआ है, क्योंकि बैठक में जिस मुद्दे पर चर्चा की जानी है वह पहले से ही अखबारों में छपा था, जो बैठकों के लिए निर्धारित-निर्देशों का उल्लंघन है।
उन्होंने कहा कि हम ‘भारत का संविधान के अनुच्छेद 94 के तहत …उनके खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव ला सकते हैं। उन्होंने कहा कि शशि थरूर के खिलाफ प्रिविलेज मोशन प्रस्ताव पर 17 सदस्यों के सिग्नेचर हैं।