सिंगापुर में भारतवंशी ब्लॉगर ने टिकटॉक पर नस्लीय समूह को लेकर पोस्ट की। इसके बाद कोर्ट ने ब्लॉगर पर छह हजार सिंगापुर डॉलर (करीब चार लाख रुपये) का जुर्माना लगाया गया है। पीटीआई के मुताबिक मनमीत सिंह ने एक अज्ञात व्यक्ति से मिले लिंक के बाद सिंगापुर के मंत्री पर आरोप लगाते हुए आपत्तिजनक सामग्री टिकटॉक पर पोस्ट की। उन्होंने इस पोस्ट की प्रमाणिकता की जांच भी नहीं की। साथ ही पोस्ट पर आपत्तिजनक टिप्पणी भी की।

मनमीत सिंह एक ब्लॉगर हैं जो टिकटॉक सहित अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों पर पोस्ट करते हैं। उन्होंने 12 अगस्त 2024 को टिकटॉक पर आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट की थी। पोस्ट में मनमीत सिंह ने दावा किया कि डिजिटल विकास और सूचना मंत्री जोसेफिन टेओ ने मलयेशियाई लोगों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।

उन्होंने एक वीडियो पोस्ट करते हुए आरोप लगाया कि पिछले साल सिंगापुर के 59 साल के विकास पर चीनी मीडिया के साथ एक साक्षात्कार में टेओ ने नस्लीय प्रगति के बारे में पूछे जाने पर मलय लोगों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। साक्षात्कार का वीडियो सामने आने के बाद टेओ ने प्रेस सचिव के जरिये मुकदमा दर्ज कराया। मुकदमा दर्ज होने के बाद जब ब्लॉगर मनमीत सिंह ने टिकटॉक से वीडियो हटाया और टेओ से माफी मांगी। मामले में ब्लॉगर सिंह को चार फरवरी 2025 को गिरफ्तार किया गया और अगले दिन जमानत पर रिहा कर दिया गया।

कोर्ट में सुनवाई के दौरान वकीलों ने कहा कि जब सिंह को अहसास हुआ कि अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें भ्रमित किया है, तो उन्होंने इसे हटा दिया। वह अपने कृत्यों के कारण अपराध बोध से ग्रस्त थे। मनमीत लाभ या प्रभाव के लिए वीडियो नहीं बनाते हैं। उसकी विषय-वस्तु उसके स्वयं के और उसके विचारों का विस्तार है, जिसे वह इसलिए साझा करता है क्योंकि वह जागरूकता बढ़ाना चाहता है। वकीलों ने कहा कि सिंह ने विवाद से बचने के लिए जानबूझकर अन्य राजनेताओं के साथ जुड़ने से परहेज किया है। कोर्ट ने ब्लॉगर पर जुर्माना लगाया है।

By Editor