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हेल्थ

हल्दी दूध का सेवन करने से आपके शरीर को होंगे ये सभी लाभ, एक बार जरुर देखें

हज़ारों सालो से भारत और पूर्वी देशों में हल्दी का प्रयोग खाने के साथ-साथ चिकित्सा के क्षेत्र में होता रहा है Haldi एक बहुत ही अच्छी प्राकृतिक औषधि के रूप में काम करती है।इसलिए हमारे घरों के बड़े-बूढ़े अक्सर हमें सर्दी-जुखाम,या चोट लगने जैसी conditions में हल्दी वाला दूध पीने की सलाह देते रहे हैं। हल्दी दूध के फायदे अनगिनत हैं जिनको जानने के बाद पिछले कुछ वर्षों से पश्चिमी देशों में भी इसके प्रति काफी आकर्षण देखने को मिला है।

– गठिया के निदान के लिए एक बढ़िया और असरकारक पेय हल्दी वाला दूध हो सकता है. – हल्दी वाला दूध पीने से जोड़ों के दर्द को कम करता है और मांसपेशियां लचीला बनाकर दर्द करने में मददगार माना जाता है.

– आयुर्वेद में हल्दी वाले दूध का इस्तेमाल शोधन क्रिया में किया जाता है. यह खून से टॉक्सिन्स दूर करता है और लिवर को साफ करने में सहायक माना जाता है. पेट से जुड़ी समस्याओं में राहत चाहिए तो हल्दी वाला दूध मददगार हो सकता है.

– शोध की माने तो हल्दी में मौजूद तत्व कैंसर कोशिकाओं से डीएनए को होने वाले नुकसान को रोकते हैं और कीमोथेरेपी के दुष्प्रभावों को कम करते हैं
– हल्दी वाला दूध पीने से कान के दर्द में राहत मिलती है. ऐसा दूध पीने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है. जिससे दर्द में तेजी से आराम मिलता है.

बेदाग स्किन और अनचाहे बालों से छुटकारा पाने के लिए एक बार जरुर लगाएं ये फेस मास्क

चेहरे पर बाल होना किसी भी महिला की खूबसूरती में ग्रहण की तरह है. अनचाहे बालों को हटाने के लिए महिलाएं कई तरह के ब्यूटी ट्रीटमेंट का सहारा लेती हैं लेकिन, फिर भी उन्हें इस समस्या से छुटकारा नहीं मिलता है.

बेदाग और अनचाहे बालों से छुटकारा पाने में यह आपकी मदद कर सकता है. तो चलिए एग व्हाइट से चेहरे के अनचाहे बालों को हटाने के तरीके के बारे में जानते हैं-

इस तरह करें इस्तेमाल
इस नुस्खे को इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले एक बाउल में एग व्हाइट लें.
फिर टिश्यू पेपर को फाड़कर छोटे-छोटे भाग में बांट दें.
अब अब एग व्हाइट को फेस मास्क को ब्रश की मदद से चेहरे पर लगाएं.
अब उसके ऊपर से टिश्यू के टुकड़ों को चिपकाएं और फिर एग व्हाइट लगाएं.
इसे पलक और भौंहों पर ना लगाएं.
बाद में इसके सूख जाने के बाद टिशू पेपर फिर चपकाएं.
इसे आप महीने में दो बार इस्तेमाल कर सकती हैं.
इससे आपके चेहरे के अनचाहे बाल हट जाएंगे.

कोरोना की तीसरी लहर से पहले WHO ने की डरावनी भविष्यवाणी कहा-“एंडेमिक स्टेज में जा सकती है…”

कोरोना की तीसरी लहर का डर के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत के लिए बड़ी बात कही है. मुख्य वैज्ञानिक डॉक्टर सौम्या विश्वनाथन ने मंगलवार को कहा कि भारत में कोरोना वायरस की स्थिति एंडेमिक स्टेज में जा सकती है.

उन्होंने बताया कि भारत का आकार, आबादी की विविधता और देश के अलग-अलग हिस्सों में इम्यूनिटी की स्थिति को देखते हुए ये ‘बिल्कुल संभव’ है कि स्थिति इसी तरह विभिन्न जगहों में उतार और चढ़ाव के साथ जारी रह सकती है

. फिलहाल हमें वायरस के तीजे से फैलने की संभावना नहीं दिखाई दे रही है जैसा हमने कुछ महीनों पहले देखा था.” उन्होंने उम्मीद जताई कि 2022 के अंत तक भारत 70 फीसद लोगों का टीकाकरण करा पाने में कामयाब होगा. अगर 70 फीसद आबादी को कोविड-19 की वैक्सीन लग गई, तो भारत सामान्य अवस्था की तरफ लौट जाएगा.

संभावित तीसरी लहर के सवाल पर उन्होंने बताया कि पुख्ता तौर पर कुछ कहने के लिए किसी के पास क्रिस्टल बॉल नहीं है और तीसरी लहर की भविष्य कर पाना असंभव है. उन्होंने कहा, “कब, कहां तीसरी लहर आएगी, इसको बता पाना नामुमिक है.

रोजाना ब्रश करने के बावजूद मुँह से आती हैं दुर्गंध तो ऐसे पाए इससे निजात

मुंह की दुर्गंध हो या बेकार इम्यूनिटी, दोनों ही बातें अक्सर आदमी के लिए कठिनाई का सबब बन जाती हैं.  इसमें आयरन, पोटैशियम, कैल्शियम व मैग्नीशियम जैसे जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को कई तरीके से लाभ पहुंचाने का काम करते हैं। इतना ही नहीं गन्ने को चबाने से मुंह में बनने वाली लार का निर्माण भी अच्छी मात्रा में होता है.

यह लार गन्ने में उपस्थित कैल्शियम के साथ मिलकर ऐसे एंजमाइम्स का निर्माण करते हैं जो दांतों व मसूड़ों को मजबूत बनाते हैं.गन्ने का रस खनिजों में बेहद समृद्ध माना जाता है.

आपको जानकर हैरानी होगी कि यह दांतों की समस्या से लेकर कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी तक की रोकथाम कर सकता है। इसमें पोटेशियम व मिनरल्स उपस्थित होते हैं, जो एंटी-बैक्टेरियल्स की तरह कार्य करते हुए दांतों की सड़न व सांस की बदबू को रोकने में मदद करते हैं.

गन्ने के रस का सेवन आपको गर्मी के दुष्प्रभाव से बचाकर सेहतमंद बनाए रखने में मदद करता है। साथ ही इन दिनों में होने वाली डि‍हाइड्रेशन की समस्या से निजात दिलाकर शरीर को हाइड्रेट करने में मदद करता है।

शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आप गन्ने के रस का सेवन कर सकते हैं. इम्यूनिटी निर्बल होने पर आदमी जल्दी संक्रमण की चपेट में आकर बीमार पड़ जाता हैगन्ने का रस प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने की वजह से संक्रमण से लड़कर आदमी की इम्यूनिटी बूस्ट करता है.

हिमोग्लोबिन और आरबीसी को बढ़ाने में बेहद महत्वपूर्ण हैं शहद, देखें इसके कुछ लाभ

शहद का उपयोग सदियों से खाद्य पदार्थ के रूप में किया जा रहा है। यह एक महत्वपूर्ण औषधि है और साथ ही स्वाद में भी लाजवाब होता है। शहद का हमारे शरीर में बहुत महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।

शहद से होने वाले लाभः

हिमोग्लोबिन और आरबीसी को बढ़ाने में शहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर आप भी अपने शरीर में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाना चाहते हैं तो नियमित रूप से गुनगुने पानी में दो चम्मच शहद डालकर पीये। ऐसा करने से आयरन की कमी और एनीमिया जैसे रोग भी दूर होते हैं। शहद में भरपूर मात्रा में लौह तत्व पाया जाता है जो हमारे रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाता है। साथ ही रक्त के बहाव को भी नियमित रखता है।

कीमोथैरेपी में शहद का असरः

अक्सर देखा गया है कि कीमो थेरेपी का इलाज चलते समय व्यक्ति के शरीर में सफेद रक्त कणिकाओं की संख्या बहुत अधिक मात्रा में कम होने लगती है। जो मरीज के शरीर के लिए गंभीर हो सकता है। ऐसे में शहद कीमो थेरेपी का सामना कर रहे व्यक्ति के शरीर में सफेद रक्त कणिकाओं को बढ़ाने में मदद करता है।

शहद की एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल प्रॉपर्टीः

शायद हमारे शरीर में एंटी ऑक्सीडेंट तत्वों की संख्या को बढ़ाता है। यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है। शहद हानीकारक सूक्ष्म जीव से लड़ता है और हमारे शरीर को अंदर से मजबूत बनाता है। चोट या घाव पर अगर सीधे शहद को लगा दिया जाए तो यह एंटीसेप्टिक का काम करता है और बैक्टीरियल, फंगल इंफेक्शन से बचाता है।

विटामिन ई युक्त कच्चे पपीते का सेवन करने से दूर होंगी पाचन की सभी प्राॅब्लम्स

कच्चे पपीते में विटामिन ई, सी व ए के साथ-साथ एंटी-ऑक्सीडेंट, फीटोन्यूट्रिएंट्स व अन्य पोषक तत्व पाये जाते हैं, जो कैंसर को समाप्त करते हैं।हम आपको बताते हैं कच्चा पपीता खाने के तमाम फायदे।

पके पपीते की भांति ही कच्चा पपीता का सेवन भी पेट के रोगों में बेहद लाभप्रद है। ये गैस, पेटदर्द और पाचन की प्राॅब्लम्स में लाभप्रद है। और बेहतर पाचन तंत्र के लिए भी उपयोगी है। कच्चा पपीता गठिया और जोड़ों की प्राॅब्लम्स में लाभदायक होता है।

इसे ग्रीन टी के साथ उबालकर बनाई गई चाय का सेवन गठिया को ठीक करने में हेल्प करता है। कच्चा पपीता आपका वजन कम करने में बेहद सहायक साबित हो सकता है। जी हां, इसका नियमित सेवन तेजी से वसा को कम करने में सहायक है जिससे आपका वजन जल्दी कम होता है। मधुमेह के मरीजों के लिए भी कच्चे पपीते के फायदे कुछ कम नहीं हैं।

कच्चा पपीता गैस, पेट दर्द व पाचन की समस्याओं में लाभकारी होता है व बेहतर पाचन तंत्र के लिए भी बहुत उपयोगी होता है। आप सभी को बता दें कि इन सभी के अतिरिक्त कच्चा पपीता गठिया व जोड़ों की समस्याओं में लाभदायक होता है।

इन सभी के अतिरिक्त कच्चा पपीता यूरिन इंफेक्शन से बचाव व उसे अच्छा करने में बेहद लाभकारी माना जाता है। कच्चा पपीता पीलिया या लिवर संबंधी अन्य कोई भी समस्या में भी अच्छा होता है।केवल इतना ही नहीं डायबिटीज के लिए भी कच्चे पपीते के फायदे कुछ कम नहीं हैं व यह खून में शुगर की मात्रा को कंट्रोल करने में मदद करता है जिससे डायबिटीज कंट्रोल में रहती है।

खाना खाने के तुरंत बाद पीते हैं पानी, तो जान ले इससे होने वाले कुछ नुक्सान

अक्सर मां या किसी दूसरे बड़े ने आपको उस समय पक्का टोका होगा जब आप खाना खाने के तुरंत बाद पानी पी रहे होंगे… ऐसा अक्सर सुना तो होता है, लेकिन इसे मानने में दिक्कत होती है. अक्सर हम सामने वाले से पूछ लेते हैं कि क्यों नहीं पीना चाहिए. अगर तो सामने वाला ईमानदार है तो वह साफ कह देगा कि उसे नहीं पता, और अगर पता ही नहीं है तो वह अपने सुने-सुनाए बेतुके से जवाब आपको देगा…

तो अगर आप भी आज तक इस सवाल का जवाब नहीं पा सके हैं कि आखिर खाने के तुरंत बाद पानी क्यों नहीं पीना चाहिए, तो चलिए हम आपको बताते हैं-जो भी आप खाते हैं उसे पचने में तकरीबन 2 घंटे का समय लगता है. यह खाना आपकी ग्रास नली से होकर पेट तक जाता है. इसके बाद वह मल के रूप में बाहर निलकने से पहले आंत में पहुंचता है. इस दौरान पेट में बनने वाले तरल पाचन में मदद करने का काम करते हैं. अगर आप खाने से पहले पानी पी लेते हैं तो यह प्रक्रिया प्रभावित होगी।

खाने के बाद जब आप पानी पी लेते हैं तो खाने को पेट से आंत तक जितने समय में जाना चाहिए, उससे कम समय में वह आंत तक पहुंच जाता है. ऐसा होने पर शरीर को भोजन में मौजूद पोषक तत्वों का पूरा लाभ नहीं मिल पाता।

खाना खाने के तुरंत बाद अगर पानी पीते हैं तो आपका वेट गेन होता है. अगर आप वजन कम करने की कोशिश कर रहें तो खाने के दौरान या तुरंत बाद पानी पीने से बचें. दरअसल खाने के तुरंत बाद पानी पीने से खाना ठीक से पचता नहीं और भोजन में मौजूद ग्लूकोज फैट में तब्दील हो जाता है.

खाने के तुरंत बाद पानी पीने से पेट में मौजूद खाना पचने की जगह खराब होने लगता है जिससे गैस बनने लगता है. अगर आप तला और मसालेदार खाना खाते हैं तो आपको एसिडिटी भी हो जाती है. खाने के बीच पानी पीने से एसिडिटी और ज्यादा बढ़ जाती है.

उत्तराखंड में पिछले 24 घंटे में आए इतने कोरोना केस, सरकार ने बढाई कोरोना कर्फ्यू की अवधि

उत्तराखंड में बीते 24 घंटे में 22 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं, एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है। जबकि 24 मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। सक्रिय मामलों की संख्या भी घंटकर 313 पहुंच गई है।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार,  12154 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। पांच जिलों अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, पिथौरागढ़ और उत्तरकाशी में एक भी संक्रमित नहीं मिला है।

जनपद में कुल 2 लाख 34 हजार 892 नागरिकों का टीकाकरण होना है, जिसमें 18 से 44 आयुवर्ग के 1 लाख 49 हजार 945 व 45 आयुवर्ग व इससे ऊपर के 84 हजार 947 नागरिक शामिल हैं। लेकिन इस आयु वर्ग के शेष 21 हजार युवा अब तक पहली डोज भी नहीं लगा पाए हैं।

सरकार ने कोविड कर्फ्यू में कोई नई रियायत नहीं दी है, न ही कोई नई बंदिश लगाई है। मुख्य सचिव व उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ.सुखबीर सिंह संधू ने इसकी एसओपी जारी की है।

 

सरसों के ऑयल की मदद से दूर करें मांसपेशियों का दर्द, यहाँ जानिए कैसे

घर में बैठे बैठे शरीर दर्द करने लगा हैं तो इसकी मालिश करने के कुछ सरल तरीके अपनाए जिनसे आपको इन समस्याओं में खासी राहत मिलेगी. सरसों के ऑयल जो न सिर्फ खाना बनाने के उपयोग में आता है बल्कि इससे से भी मसाज कर सकते हैं. मार्केट में कई तरह के तेल, लोशन व कारागार आते हैं, आप उनका भी प्रयोग कर सकते हैं. ठंडा कारागार अगर मिले तो बेहतर रहेगा.

अगर किसी गंभीर कारण की वजह से मांसपेशियों में दर्द हो रहा है तो आप घरेलू नुस्‍खों की मदद से भी इसका इलाज कर सकते हैं।यहां हम आपको कुछ असरदार घरेलू उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जो मांसपेशियों में दर्द को कम करने में मदद करते हैं।

जमीन पर लेट जाएं व अपने हथेली में थोड़ा सा सरसों का ऑयल या ऑलिव तेल लेकर लगातार तीन मिनट तक हथेली को गोलकार घुमाते हुए मसाज करते रहें. पहले एक तरफ से फिर दूसरी ओर से.

नर्सिंग अध्ययन इंटरनेशनल जर्नल में छपे एक शोधपत्र के अनुसार, इससे पेट की मांसपेशियां शेप में आ जाती हैं यह फैट की चर्बी कम करने में भी बहुत ज्यादा अच्छा है. लाभ: पेट की मालिश करने से दर्द, अवसाद व कब्ज की समस्या से राहत मिलती है

गरमा-गरम कॉफी पीने के हैं शौकिन तो जरुर जान ले इससे होने वाले कुछ नुकसान

दुनियाभर में कई लोग हैं जो अपनी सेहत को लेकर बड़े सावधान रहते हैं. ऐसे में आज हम आपको एक ऐसी कॉफी के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे पीने से बड़े लाभ होते हैं.सुबह उठते ही आप भी गरमा-गरम कॉफी पीने के शौकिन हैं तो आपको इसके बारे में जरूर जनना चाहिए। कुछ लोगों की जिंदगी में कॉफी बहुत महत्वपूर्ण होती है।

कॉफी पीना लाभदायक भी है हानिकारक भी है लेकिन खाली पेट कॉफी पीना ज्यादा खतरनाक है। कॉफी पीने के कई स्वास्थ्य लाभ हैं लेकिन खाली पेट कॉफी हेल्थ के लिए खतरनाक हो सकती है।

खाली पेट कॉफी पीने से बचते हैं क्योंकि यह पेट के एंजाइम को डिस्टर्ब कर सकती है. लेकिन आपको बता दे कि कॉफी में घी डालकर पीने से पेट की कई समस्याओं से बचा जा सकता है.

एक्सपर्ट्स का मानना है की घी बटर से कम नमकीन और थोड़ा सा मिठास लिए होता है डायजेस्टिव सिस्टम को सबसे पहले खाना भी नहीं पचाना पड़ता और फैट से आपको एनर्जी भी मिल जाती है.

वहीं अगर कॉफी की खुशबू से ही आपका मूड बन जाता है तो इसके जायदा फायदे लेने के लिए इसमें घी भी डाल ले घी में मौजूद फैट दिमाग के लिए अच्छा होता है, नर्व कनेक्शन ठीक रखता है और मूड अच्छा रखने वाले हॉर्मोन्स रिलीज करता है.