Tuesday , May 14 2024

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कर्नाटक CM का आरोप- देवेगौड़ा ने पोते को भगाया, PM को चिट्ठी लिख की पासपोर्ट रद्द करने की मांग

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने अपने पोते को विदेश भगाने के लिए योजना बनाई है। प्रज्वल पर सेक्स स्कैंडल का आरोप लगा है, जिसकी जांच एसआईटी द्वारा की जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी को पत्र लिखकर प्रज्वल का पासपोर्ट रद्द करने की मांग भी की है।

हासन से सांसद प्रज्वल रेवन्ना जो कि एक सेक्स स्कैंडल के प्रमुख आरोपी भी हैं, उनके जांच के दौरान विदेश जाने के बाद से कई सारी राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। 26 अप्रैल को राज्य में पहले चरण का मतदान समाप्त होने के तुरंत बाद वह विदेश भाग गए, कुछ लोगों का कहना है कि वे जर्मनी भाग गए हैं। इस पर हाल ही में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने निशानसा साधते हुए कहा कि “विदेश यात्रा के लिए पासपोर्ट और वीज़ा कौन देता है? क्या वह केंद्र की जानकारी के बिना जा सकते है? यह पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा ही थे जिन्होंने योजना बनाकर उन्हे विदेश भेजा।

दरअसल गृहमंत्री अमित शाह ने पिछली चुनावी रैली में आरोप लगाया था कि राज्य सरकार ने उन्हें भागने की इजाजत दी थी। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने गृह मंत्री अमित शाह की आलोचना करते हुए पूछा कि अगर भाजपा “मातृ शक्ति” (महिला शक्ति) की समर्थक थी तो उनकी पार्टी ने अपने गठबंधन सहयोगी उम्मीदवार को टिकट क्यों दिया? जबकि भाजपा को पहले से ही इस वीडियो की जानकारी थी। फिर भी भाजपा ने इस पार्टी के साथ गठबंधन क्यों किया?

उन्होंने कहा कि डीके शिवकुमार का नाम भी इस मामले में घसीटा जा रहा है, जबकि उनका भी इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि मामले जांच चल रही है, सब सच जल्द ही बाहर आ जाएग। उन्होंने कहा कि जांच पारदर्शी होगी और उनकी पार्टी एसआईटी जांच में हस्तक्षेप नहीं करेगी।

‘सिल्क रूट की तरह गेम चेंजर होगा भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा’, प्रधानममंत्री मोदी बोले

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा (आईएमईसी) रेशम मार्ग (सिल्क रूट) की तरह एक बड़ा गेम चेंजर साबित होगा। आईएमईसी के लिए पिछले साल भारत की मेजबानी में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन के दौरान एक समझौता हुआ था।

एक इंटरव्यू में पीएम मोदी ने आईएमईसी को लेकर कहा, ‘खाड़ी देशों ने सकारात्मक भूमिका निभाई है। अमेरिका और यूरोप ने भी इस पर भारत का समर्थन किया है। G20 में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, पीएम नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के हाथ मिलाने की तस्वीरों ने विश्व स्तर पर सुर्खियां बटोरी थीं। उन्होंने कहा, जब हम वैश्विक भलाई के लिए काम करते हैं, तो कोई अगर-मगर की बात नहीं होती। आप दुनिया को अपने साथ ले सकते हैं और मेरी यही कोशिश थी।

आप मुझे बताएं कि G8 और G20 का जन्म कैसे हुआ। जिन मुद्दों के लिए इनका गठन किया गया है, हमें उन मुद्दों से कभी भटकना नहीं चाहिए। मैंने हर किसी को आश्वस्त किया। कुछ लोगों के साथ मुझे निजी तौर पर बात करने की जरूरत थी। मैंने वैसा ही किया। दूसरी बात, मेरा इरादा ये था कि मैं आखिरी सत्र में प्रस्ताव नहीं लाऊंगा। मैं इसे इतनी जल्दी करूंगा कि लोग हैरान हो जाएंगे। इसलिए मैंने दूसरे दिन की घोषणा का काम पहले दिन ही पूरा कर लिया। यह मेरी रणनीति थी और वह रणनीति काम कर गई।’

बाइडन और मोहम्मद बिन सलमान के हाथ मिलाने के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि उनकी दोनों नेताओं से मित्रता है। उन्होंने कहा, हमने आईएमईसी पर काम किया है, जो सिल्क रूट की तरह एक बड़ा गेम चेंजर होने जा रहा है। खाड़ी देशों की सकारात्मक और सक्रिय भूमिका थी। भारत को अच्छी भूमिका निभाने का मौका मिला। अमेरिका और यूरोप हमारे साथ थे।

सभी ने सोचा कि एक ठोस और सकारात्मक परिणाम होगा। इसलिए हम उस पर मिलते थे। पीएम ने आगे कहा, इसलिए सऊदी किंग और राष्ट्रपति बाइडन को एक साथ लाने का अवसर था और मेरी दोनों के साथ अच्छी दोस्ती है।पिछले साल सितंबर में नई दिल्ली में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन के दौरान आईएमईसी के लिए भारत, अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), सऊदी अरब, फ्रांस, जर्मनी, इटली और यूरोपीय संघ ने एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे।

हिंद प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा पर आयोजित सम्मेलन में शामिल हुए सीडीएस, सैन्य सहयोग बढ़ाने पर हुई चर्चा

नई दिल्ली:  भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान मंगलवार को हिंद प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा पर आयोजित एक वर्चुअल सम्मेलन में शामिल हुए। इस सम्मेलन का आयोजन अमेरिका की इंडो पैसिफिक कमांड के कमांडर एडमिरल जॉन सी एक्विलिनो ने किया। इस सम्मेलन में 27 देशों के वरिष्ठ सैन्य कमांडर शामिल हुए। इस वर्चुअल सम्मेलन में सैन्य सहयोग बढ़ाने, साझा सुरक्षा मुद्दों पर सहयोग, हिंद प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। साथ ही उद्देश्यों की पूर्ति संबंधी समीक्षा भी की गई।

हिंद प्रशांत क्षेत्र क्यों है अहम
हिंद प्रशांत महासागर का क्षेत्र अमेरिका की सामरिक रणनीति का केंद्र है और अमेरिका इस क्षेत्र में भारत के साथ व्यापक सहयोग का हिमायती है। हिंद प्रशांत महासागर में चीन का प्रभाव भी लगातार बढ़ रहा है, जिसकी वजह से अमेरिका इस क्षेत्र के देशों के साथ लगातार सहयोग बढ़ा रहा है। वर्तमान में हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र में 38 देश शामिल हैं, जो दुनिया के कुल सतह क्षेत्र का 44 प्रतिशत हैं। यहीं पर दुनिया की 65 प्रतिशत आबादी रहती है और आर्थिक तौर पर बात करें तो दुनिया की कुल जीडीपी में से 62 प्रतिशत हिस्सा हिंद प्रशांत क्षेत्र से ही आता है।

दुनिया के कुल व्यापार का 46 प्रतिशत यहीं से होता है। समुद्र के जरिए होने वाले कुल व्यापार का 75 प्रतिशत इसी इलाके से होकर गुजरता है और यहां के बंदरगाह दुनिया के सबसे व्यस्त बंदरगाह हैं। यही वजह है कि हिंद प्रशांत क्षेत्र में भू-आर्थिक प्रतिस्पर्धा जोर पकड़ रही है। ऐसे में अमेरिका भारत और अन्य सहयोगी देशों के साथ मिलकर हिंद प्रशांत क्षेत्र में अपना दबदबा बनाना चाहता है। चीन भी इसी कोशिश में लगा है।

हिंद प्रशांत क्षेत्र में भारत की भूमिका
भारत इस क्षेत्र के प्रमुख देशों में से एक है। अमेरिका की हिंद प्रशांत क्षेत्र की रणनीति में भी भारत की अहम भूमिका है। चीन के बढ़ते प्रभाव को भारत ही टक्कर देने की क्षमता रखता है। हिंद महासागर में भारत का दबदबा है। साथ ही भारत अरब सागर में भी प्रभाव रखता है। इन इलाकों में समुद्री सुरक्षा कायम रखने में भारत की भूमिका अहम है।

भाजपा के निमंत्रण पर 10 देशों के 187 राजनीतिक प्रतिनिधि आएंगे भारत, लोकसभा चुनाव का लेंगे अनुभव

नई दिल्ली:  लोकसभा चुनाव में शुरू हो चुके हैं। भाजपा इस चुनाव में 400 सीटों का लक्ष्य लेकर मैदान में उतरी है। वहीं, कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। देशभर में चल रहे लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया को देखने और समझने के लिए पूरी दुनिया से लोग भारत आएंगे। भाजपा के विदेश विभाग के प्रभारी डॉ. विजय चौथाईवाले ने बताया कि भारत के चुनावी इतिहास में पहली बार 10 देशों के कई राजनीतिक दल भाजपा के निमंत्रण पर एक से पांच मई तक भारत दौरे पर रहेंगे।

भाजपा नेताओं से करेंगे मुलाकात
लोकसभा चुनाव का शुरुआती अनुभव लेने के लिए सत्तारूढ़ पार्टी के निमंत्रण पर 10 देशों के 18 राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भारत की यात्रा पर आएंगे। इस दौरान यह लोग भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और विदेश मंत्री एस जयशंकर सहित भाजपा के कई नेताओं से बातचीत करेंगे।

इन देशों के प्रतिनिधि भारत आएंगे
डॉ. विजय चौथाईवाले ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, मॉरीशस, नेपाल, रूस, श्रीलंका, तंजानिया, युगांडा और वियतनाम सहित 10 देशों से आने वाले प्रतिनिधि भारतीय चुनावी प्रक्रिया के साथ-साथ भाजपा की चुनाव अभियान रणनीतियों को समझने के लिए नई दिल्ली में वरिष्ठ भाजपा नेताओं के साथ बातचीत करेंगे।

इन राजनीतिक दलों के नेता करेंगे दौरा
ऑस्ट्रेलिया की लिबरल पार्टी, वियतनाम की वियतनाम की कम्युनिस्ट पार्टी, बांग्लादेश की अवामी लीग, इस्राइल की लिकुड पार्टी, युगांडा की नेशनल रेसिस्टेंस मूवमेंट, तंजानिया की चामा चा मापिनदुजी और रूस की यूनाइटेड रशिया पार्टी उन राजनीतिक दलों में शामिल हैं, जिनके प्रतिनिधि भारत आ रहे हैं।

इसके अलावा, श्रीलंका के दो राजनीतिक दल श्रीलंका पोदुजना पेरामुना और यूनाइटेड नेशनल पार्टी के प्रतिनिधि भी इसका हिस्सा रहेंगे। वहीं, मिलिटेंट सोशलिस्ट मूवमेंट, मॉरीशस लेबर पार्टी, मॉरीशस मिलिटेंट मूवमेंट और पार्टी मॉरिशियन सोशल डेमोक्रेट और नेपाली कांग्रेस, जनमत पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (यूनिफाइड मार्क्सवादी-लेनिनवादी), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (माओवादी) और नेपाल से राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी उन अन्य दलों में शामिल हैं, जो भाजपा के निमंत्रण पर भारत के दौरा कर रहे।

महाराष्ट्र में गरजे पीएम मोदी; सिंचाई परियोजना पर कांग्रेस को घेरा, विकसित भारत के लिए महिलाओं को सराहा

तीसरे चरण के मतदान से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के माढा में चुनाव प्रचार किया। यहां उन्होंने एक रैली को भी संबोधित किया। रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि भाजपा-एनडीए सरकार महाराष्ट्र को विकास की नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए काम कर रही है। पीएम मोदी ने इस रैली में कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कांग्रेस के 60 वर्षों के कार्यकाल की तुलना अपने दस वर्षों के कार्यकाल से की। इसके अलावा सिंचाई परियोजना को लेकर भी उन्होंने कांग्रेस को घेरा। इस दौरान पीएम मोदी ने विकसित भारत बनाने में महिलाओं के योगदानों की भी सराहना की।

पीएम मोदी ने कहा, “बीते 10 साल में आपने जब से मुझे काम दिया है, मैंने अपने शरीर का कण-कण और समय का पल-पल आपकी सेवा में लगाया है। आज देश के लोग, महाराष्ट्र के लोग, मोदी सरकार के 10 साल और कांग्रेस सरकार के 60 साल में अंतर देख रहे हैं। कांग्रेस 60 वर्षों में जो नहीं कर पाई, आपके इस सेवक ने 10 साल में करके दिखाया है।”

सिंचाई परियोजना पर कांग्रेस को घेरा
पीएम मोदी ने इस रैली में सिंचाई परियोजना को लेकर कांग्रेस को घेरा। उन्होंने कहा, “2014 में सरकार बनने के बाद, मैंने पूरी शक्ति सिंचाई परियोजनाओं पर लगा दी। कांग्रेस की लटकाई 100 परियोजनाओं में से 63 हमने पूरी की हैं। हर खेत में, हर घर तक पानी पहुंचाना मेरे जीवन का बहुत बड़ा मिशन है।”

उन्होंने आगे कहा, “विदर्भ हो या मराठवाड़ा, बूंद बूंद पानी के लिए तरसाने का ये पाप वर्षों से होता रहा है। कांग्रेस को देश ने 60 साल तक राज करने का मौका दिया। इन 60 वर्षों में दुनिया के अनेक देश पूरी तरह से बदल गए, लेकिन कांग्रेस किसानों के खेत तक पानी नहीं पहुंचा पाई। 2014 में करीब 100 सिंचाई परियोजनाएं ऐसी थीं, जो कई दशकों से लटकी पड़ी थीं, इसमें से 26 परियोजनाएं महाराष्ट्र से थीं। सोचिए, कितना बड़ा धोखा कांग्रेस ने महाराष्ट्र को दिया है।”

रैली में मौजूद लोगों से प्रधानमंत्री ने कहा, “मोदी, देश की पूरी ग्रामीण व्यवस्था में सहकारिता के दायरे को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए 2019 में जब आपने फिर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई, तो हमने पहली बार सहकारिता के लिए अलग मंत्रालय बनाया। 10 साल पहले, जब रिमोट कंट्रोल वाली सरकार चलती थी, तब महाराष्ट्र के कद्दावर नेता कृषि मंत्री थे। जब यहां के कद्दावर नेता दिल्ली में राज करते थे, तब गन्ने का एफआरपी करीब 200 रुपये था और आज मोदी के सेवाकाल में गन्ने का एफआरपी करीब 350 रुपये है।”

नारी शक्ति के योगदानों की सराहना की
रैली में पीएम मोदी ने देश की नारी शक्ति के योगदानों की सराहना की। उन्होंने बताया कि विकसित भारत बनाने में देश की नारी शक्ति की बहुत बड़ी भूमिका है। बीते दस वर्षों में हमारे प्रयासों से एक करोड़ बहनें लखपति दीदी बनी हैं। पीएम मोदी ने गारंटी देते हुए कहा, “मैं 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाऊंगा।”

धाराशिव में पीएम मोदी की रैली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धाराशिव में रैली को संबोधित करते हुए विपक्ष पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि जो प्रतिद्वंद्वी भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार से मुकाबला करने में असमर्थ हैं, वे टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग कर फर्जी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करते हैं।

एयरपोर्ट्स और उद्योग समूहों पर हमले की धमकी, ईमेल मिलने के बाद अलर्ट पर सुरक्षाबल

देश के विभिन्न एयरपोर्ट्स और टर्मिनल पर हमले की धमकी देने का मामला सामने आया है। यह धमकी ‘टेरराइजर्स 111’ नामक संगठन के हवाले से धमकी दी गई है। संगठन द्वारा कई लोगों को ईमेल के जरिए यह धमकी दी गई। जिसके बाद देश के सभी एयरपोर्ट्स और टर्मिनल पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। शीर्ष साइबर सिक्योरिटी और आईटी एजेंसियां संदिग्ध ईमेल के स्त्रोत का पता लगाने में जुट गई हैं।

नागपुर एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की दी गई धमकी
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को सुबह करीब साढ़े नौ बजे संदिग्ध ईमेल भेजा गया। जिसमें नागपुर एयरपोर्ट पर भी हमले का दावा किया गया था। जिसके बाद नागपुर सिटी पुलिस के कमिश्नर रविंद्र सिंघल और उनकी टीम तुरंत एयरपोर्ट पहुंची और शीर्ष अधिकारियों को अलर्ट किया। विस्फोट का पता लगाने वाली और विस्फोटक निष्क्रिय करने वाली टीमें तैनात कर दी गईं। नागपुर के अलावा, जयपुर और गोवा एयरपोर्ट को भी बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, ईमेल में कहा गया कि ‘हम ये सुनिश्चित करेंगे कि हर तरफ खून बिखरे और हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को मारना चाहते हैं।’ ईमेल में कहा गया कि टेरराइजर्स 111 नामक संगठन इसके पीछे है। कुछ हवाई जहाजों में भी बम रखने का दावा किया गया।

ईमेल मिलने के बाद सभी एयरपोर्ट और विभिन्न संस्थानों में सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर दिए गए। इसके चलते सीआईएसएफ को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि सघन जांच पड़ताल के बाद जब कोई खतरा नहीं मिला तो सुरक्षा अधिकारी मानकर चल रहे हैं कि ये किसी सिरफिरे का काम हो सकता है। संदिग्ध ईमेल मिलने के बाद महाराष्ट्र एंटी टेरेरिस्ट स्कवॉड सक्रिय हुई और एयरपोर्टस और रेलवे स्टेशनों पर सामान की तलाशी ली गई। हालांकि कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रहेगी और सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर रहेंगे। एयरपोर्ट के साथ ही एक प्रमुख उद्योग समूह को भी धमकी भरा ईमेल मिला। साथ ही एक बैंक, एक निजी एयरलाइन कंपनी और एक अखबार को भी धमकी भरा ईमेल मिला। सीआईएसएफ की अगरतला, गया, इंफाल, श्रीनगर और वाराणसी यूनिट को भी ऐसा ईमेल भेजा गया।

पहले चरण में कम वोटिंग ने बढ़ाई चिंता, अजित पवार बोले- बावजूद इसके मोदी को पीएम बनाना चाह रहे लोग

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने लोकसभा चुनाव के पहले चरण में हुई कम वोटिंग पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पहले चरण की वोटिंग ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया था। हालांकि, दूसरे चरण में बढ़े मतदान प्रतिशत से एनडीए को बल मिला। उन्होंने कहा कि लोग पीएम नरेंद्र मोदी की बात सुन रहे हैं। लोगों ने मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का मन बना लिया है।

पवार ने मंगलवार को कहा कि उनकी पीएम मोदी से लोकसभा चुनाव के पहले और दूसरे चरण को लेकर बातचीत हुई। उन्होंने पीएम से महाराष्ट्र और देश में एनडीए के प्रति माहौल के बारे में पूछा। हालांकि, पहले चरण में करीब 50 प्रतिशत वोटिंग हुई, जिसने सोचने पर मजबूर कर दिया। वहीं, दूसरे चरण में वोटिंग प्रतिशत बढ़कर 60 प्रतिशत के पार चला गया, जिससे एनडीए को बल मिला। कहा, देश और महाराष्ट्र में एनडीए को लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है।

पवार ने कहा, लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात सुन रहे हैं। वहीं, पीएम मोदी भी लोगों को बता रहे हैं कि उन्हें एनडीए के लिए वोट क्यों करना चाहिए। बीते कल पुणे में पीएम मोदी की रैली थी। वह करीब एक घंटे की देरी से रैली को संबोधित करने के लिए पहुंचे। बावजूद इसके लोग उनको सुनने के लिए वहां पर डटे रहे।

नवनियुक्त नेवी चीफ ने पदभार संभालते ही मां के पैर छूकर लिया आशीर्वाद, भावुक हो गए वहां मौजूद अधिकारी

नई दिल्ली:  एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने भारतीय नौसेना प्रमुख के रूप में पदभार ग्रहण किया। इस दौरान खास बात यह रही कि पदभार संभालते ही वे सीधा अपनी मां रजनी त्रिपाठी के पास गए और पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। यह देख वहां मौजूद सभी अधिकारी भावुक हो गए। इसके अलावा, उन्होंने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीद नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। रायसीना हिल्स के साउथ ब्लॉक के लॉन में उन्हें औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

 

नौसेना को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करना मेरा लक्ष्य
इस दौरान, मीडिया से बात करते हुए उनहोंने कहा कि मेरा पूरा प्रयास रहेगा कि मैं नौसेना को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार कर सकूं। मेरी कोशिश रहेगी की मैं आत्मनिर्भरता की दिशा में और नई तकनीकों को अपनाने की दिशा में काम करूं। विकसित भारत के तहत मैं भारतीय नौसेना के प्रयासों को मजबूत करूंगा। उन्होंने कहा कि मेरी प्राथमिकता हैं कि हम हमारे जवानों को और कुशल बनाएं। मैं उन्हें सर्वोत्तम हथियार, प्रशिक्षण और पेशेवर वातावरण के साथ प्रशासनिक सहायता उपलब्ध कराने के लिए काम करूंगा। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से हमारी नौसेना युद्ध के लिए और अधिक तैयार हुई है। नौसेना को मजबूत करने के लिए मैं सभी पूर्व प्रमुखों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं।

एडमिरल के सामने यह है चुनौती
एडमिरल त्रिपाठी ने ऐसे समय में नौसेना की कमान संभाली, जब लाल सागर और अदन की खाड़ी के साथ-साथ विभिन्न रणनीतिक जलमार्गों पर सुरक्षा चुनौतियां हैं। वर्तमान में हूती विद्रोही इन क्षेत्रों में सक्रिय हो गए हैं, वे व्यापारिक जहाजों को निशाना बना रहे हैं, जिससे शिपिंग लागत बढ़ रही है।

लखीमपुर खीरी में भाजपा के लिए हैट्रिक लगाना बड़ी चुनौती, सपा-बसपा ने की घेराबंदी

लखीमपुर खीरी :  यूपी की राजधानी लखनऊ से 130 किलोमीटर दूर घाघरा से गोमती तक लखीमपुर-खीरी की जमीन सोना उगलती है। यह इलाका किसानों का गढ है और यहां से केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी भाजपा के टिकट पर फिर मैदान में हैं। उनके लिए हैट्रिक लगाना एक बड़ी चुनौती है, क्योंकि तिकुनिया कांड में चार किसानों की मौत का मामला उनका पीछा नहीं छोड़ रहा है। विपक्षी गठबंधन में यह सीट सपा के खाते में है। सपा ने पूर्व विधायक उत्कर्ष वर्मा और बसपा ने पंजाबी समाज के अंशय कालरा को उतारकर अजय मिश्र की तगड़ी घेराबंदी की है।

अजय मिश्रा को दूसरी बार जीतने का इनाम मिला। उनको केंद्रीय गृह राज्यमंत्री बना दिया गया। वह अपनी जनसभाओं में मोदी-योगी का गुणगान करते हैं। मोदी-योगी के नाम पर वोट मांगते हैं। वह लोगों के बीच राम मंदिर व धारा 370 की बात भी करते हैं और कहते हैं कि यह मोदी सरकार के कारण संभव हो पाया है। सपा ने इंडी गठबंधन से पहले ही यह सीट अपने खाते में डाल ली थी। दो बार के विधायक रहे उत्कर्ष वर्मा को टिकट दे दिया। बहरहाल कांग्रेस ने गठबंधन के बाद इस सीट को सपा के खाते में डाल दिया। गठबंधन महंगाई, बेरोजगारी, पेपर लीक के साथ ही गन्ना किसानों के मुद्दों पर हमलावर है। बसपा के अंशय कालरा किसानों-गरीबों और युवाओं की नब्ज पर हाथ रखने की कोशिश कर रहे हैं।

वर्मा परिवार के रुख पर सबकी नजर
खीरी की सियासत में वर्मा परिवार का दबदबा रहा है। 1980 में बालगोविंद ने कांग्रेस की झोली में सीट डालकर चौथी बार जीत दिलाई थी। उनके निधन के बाद उपचुनाव में उनकी पत्नी ऊषा वर्मा जीतीं। 1984 और 1989 में भी ऊषा वर्मा ने यह सीट कांग्रेस की झोली में डाली। 1991 और 96 में गेंदालाल कन्नौजिया ने यहां भगवा परचम फहराया। 1998 में सपा ने ऊषा के बेटे रविप्रकाश वर्मा को टिकट दिया और खीरी में पहली बार साइकिल दौड़ी। उन्होंने जीत की हैट्रिक लगाई। पिछले चुनाव में उनकी बेटी पूर्वी सपा से मैदान में उतरीं, लेकिन हार गईं। इस बार वर्मा परिवार का कोई चुनाव मैदान में नहीं है, पर सबकी नजर उनके परिवार के रुख पर है।

आमजन में बहुत सवाल हैं
हम चुनावी माहौल जानने के लिए निघासन रोड पर निकले। दुकान चलाने वाली विंकी गुप्ता चुनावी मुद्दों को लेकर पूछे सवाल पर कहती हैं, यहां मजदूरों को महज 300 रुपये दिहाड़ी मिलती है। आप ही बताइए, ऐसे में वह कैसे गुजारा करेगा? महंगाई की मार से जनता त्रस्त है। अंबुपुर के रहने वाले वरिंदर गिरी कहते हैं, हमारे 25 गांवों में एक भी हाईस्कूल नहीं है। अपनी बात को पुख्ता करने के लिए वे एक बच्चे अंकुश को बुलाकर कहते हैं, देखिए, यह बच्चा तीन किलोमीटर पैदल जाता है, वह भी निजी स्कूल में पढ़ने के लिए। वहीं किसान विजयपाल कहते हैं, हमें फसल बेचने के लिए कमीशन देना पड़ता है। कीटनाशक ब्लैक में मिलता है।

केजरीवाल की याचिका पर आज फिर सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली सीएम ने गिरफ्तारी को बताया अवैध

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट अरविंद केजरीवाल की याचिका पर मंगलवार को भी सुनवाई करेगा। सोमवार को केजरीवाल की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने पूछा था कि आपने ट्रायल कोर्ट के समक्ष याचिका दायर क्यों नहीं की? जिस पर केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि इसके कई कारण हैं, जिनमें से एक ये है कि केजरीवाल की गिरफ्तारी ही अवैध है।

सीएम केजरीवाल ने गिरफ्तारी को बताया अवैध
दिल्ली के शराब नीति घोटाले में फंसे दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कहा है कि उनकी गिरफ्तारी अवैध है और उनकी हिरासत भी अवैध है। आम चुनाव से पहले राजनीति के तहत ये किया जा रहा है। केजरीवाल ने अपनी याचिका में कहा कि एक राजनीतिक पार्टी को खत्म करने और एक चुनी हुई सरकार को गिराने के लिए यह कोशिश की जा रही है। जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की पीठ याचिका पर सुनवाई कर रही है। सोमवार को सुनवाई के दौरान अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि किसी को भी केवल अपराध के सबूत मिलने पर ही गिरफ्तार किया जा सकता है, सिर्फ संदेह के आधार पर नहीं।

केजरीवाल के वकील ने दी यें दलीलें
जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की पीठ याचिका पर सुनवाई कर रही है। सोमवार को सुनवाई के दौरान अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि किसी को भी केवल अपराध के सबूत मिलने पर ही गिरफ्तार किया जा सकता है, सिर्फ संदेह के आधार पर नहीं। कोर्ट ने बार-बार समन जारी होने के बावजूद भी केजरीवाल के पूछताछ के लिए पेश न होने पर सवाल उठाया और कहा कि ऐसी स्थिति में जांच अधिकारियों के पास क्या रास्ता था? इस पर सिंघवी ने कहा कि बयान दर्ज नहीं कराना गिरफ्तारी का आधार नहीं है। जब ईडी गिरफ्तारी के लिए सीएम आवास आ सकती है तो वो बयान दर्ज कराने के लिए क्यों नहीं आ सकते?