Thursday , May 16 2024

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‘तेजस MK1ए सीरीज का पहला विमान हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने तैयार किया’; बंगलूरू में पहली सफल उड़ान

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने हल्के लड़ाकू विमान (LCA) तेजस एमके1ए सीरीज का पहला विमान तैयार किया है। विमान ने पहली सफल उड़ान बंगलूरू के आसमान में भरी है। एचएएल की तरफ से जारी बयान के मुताबिक 18 मिनट की सॉर्टी के बाद विमान की सुरक्षित लैंडिंग प्रक्रिया पूरी की गई। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने बताया कि गुरुवार को बंगलूरू में मेड इन इंडिया स्वदेशी एलसीए मार्क 1ए लड़ाकू विमान की पहली उड़ान पूरी की गई।एचएएल अधिकारी ने बताया कि विमान अपनी पहली उड़ान के दौरान 15 मिनट तक हवा में रहा।

बंगलूरू के आसमान में 18 मिनट की सॉर्टी
स्वदेशी विमान विनिर्माता- हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने गुरुवार को सोशल मीडिया हैंडल- एक्स पर लिखा कि तेजस Mk1A विमान श्रृंखला के पहले विमान LA5033 ने आज बंगलूरू में HAL के सेंटर से आसमान में उड़ान भरी। 18 मिनट की उड़ान (सॉर्टी) के साथ इसे सफल उड़ान की श्रेणी में गिना गया।

तेजस Mk1A विमान श्रृंखला के पहले विमान LA5033 की उड़ान देखिए
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की तरफ से जारी बयान के मुताबिक वैश्विक भू-राजनीतिक माहौल में आपूर्ति श्रृंखला की चुनौतियों से निपटने के लिए फरवरी 2021 में अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए। इसके बाद एचएएल ने समय की मांग के अनुरूप डिजाइन तैयार किया। एचएएल के मुताबिक तेजस Mk1A विमान श्रृंखला के पहले विमान LA5033 का उत्पादन महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

‘कोई ऐसा कुछ न करे, जिसका फायदा BJP को हो’, सांगली सीट पर दावा ठोक राउत का कांग्रेस पर निशाना

महाराष्ट्र की सांगली लोकसभा सीट को लेकर महा विकास अघाड़ी गठबंधन (एमवीए) में खींचतान बनी हुई है। अटकलें हैं कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के इस सीट पर उम्मीदवार के एलान करने के बाद कांग्रेस में बगावत शुरू हो गई है। ऐसे में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेता संजय राउत ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र की सांगली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने को लेकर दृढ़ है। साथ ही उन्होंने बिना नाम लिए कांग्रेस को नसीहत दी है कि किसी को भी ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए, जिसका सीधा फायदा भाजपा को मिले।

महा विकास अघाड़ी में फूट!
दरअसल, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने बुधवार को महाराष्ट्र की 16 सीटों के लिए प्रत्याशियों का एलान किया। इससे कांग्रेस में बगावत शुरू हो गई है। वहीं, महा विकास अघाड़ी में फूट के संकेत मिलने लगे। इन्हीं सब अटकलों से जुड़े सवालों का जवाब संजय राउत दे रहे थे। बता दें, महा विकास अघाड़ी गठबंधन (एमवीए) का जो राजनीतिक दल हिस्सा हैं वो उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना, कांग्रेस और शरद पवार वाली राकांपा है।

यह सीटें कांग्रेस के पाले में
राउत ने कहा, ‘गठबंधन में हमेशा लेन-देन होता है। हमने रामटेक, कोल्हापुर की सीटें कांग्रेस को दे दी। इतना ही नहीं अमरावती को भी कांग्रेस को दे दिया। यहां तक कि हमारे स्थानीय कार्यकर्ता परेशान थे, लेकिन हमने नाराजगी बढ़ने नहीं दी।’

क्या एक सीटे के लिए पीछे हटेगी कांग्रेस?
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पाले में रामटेक गई तो यूबीटी शिवसेना ने कहा कि वह मुंबई उत्तर से चुनाव लड़ेगी। राउत ने कहा कि गठबंधन को बढ़ाने और मजबूत करने की जरूरत होती है, न कि व्यक्तिगत दलों की। कांग्रेस को देश का नेतृत्व करना है और इसके लिए हम पार्टी का समर्थन करते हैं। उन्होंने पूछा कि क्या कांग्रेस सिर्फ एक सीट (सांगली) के लिए भाजपा के खिलाफ लड़ाई छोड़ देगी?

BJP ने पूछा- आतिशी के पास कहां से आया केजरीवाल का पत्र, बिना दस्तखत की चिट्ठी को बताया फ्रॉड

अरविंद केजरीवाल की रिमांड पर अदालत ने आदेश सुरक्षित रख लिया है। कुछ ही देर में यह तय हो जाएगा कि वे दोबारा जेल जाते हैं, या उन्हें बाहर जाने की अनुमति मिल जाएगी। लेकिन इसी बीच भाजपा ने आम आदमी पार्टी से कुछ गंभीर प्रश्न किए हैं, जिसका जवाब आने के बाद आप के कुछ नेताओं की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। भाजपा ने आम आदमी पार्टी नेताओं से यह प्रश्न पूछा है कि आखिर उन्हें प्रवर्तन निदेशालय की गिरफ्त में जेल में बंद अरविंद केजरीवाल का पत्र कैसे मिला?

दरअसल, इसके पहले अमर उजाला ने संविधान के विशेषज्ञों से बात की थी। उनका मानना था कि प्रवर्तन निदेशालय की गिरफ्त में जेल में बंद कोई व्यक्ति पत्राचार नहीं कर सकता। सार्वजनिक पद पर बैठे व्यक्ति को भी जेल में रहने के बाद इस तरह के आदेश-निर्देश पत्र जारी करने की अनुमति नहीं होती।

लेकिन इसी बीच भाजपा ने अरविंद केजरीवाल से पांच सवाल कर उसके लिए स्थिति असहज कर दी है। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेंस कर आम आदमी पार्टी नेताओं से पूछा है कि दिल्ली की जनता मंत्री आतिशी से जानना चाहती है कि उन्होंने जो पत्र मुख्यमंत्री केजरीवाल का पत्र कह कर दिखाया वह उनके पास कहां से आया? किसने उन्हें वह पत्र दिया?

वरिष्ठ वकील आभा सिंह और अश्विनी उपाध्याय का मानना है कि विशेष परिस्थितियों में जेल में बंद व्यक्ति को पत्र लिखने या हस्ताक्षर करने की अनुमति दी जाती है, लेकिन इसके लिए अधिकारियों से पूर्वानुमति ली जाती है। इसके बारे में जेल अधिकारियों को पूरी सूचना दी जाती है। यदि अरविंद केजरीवाल ने बिना अनुमति के पत्र लिखे हैं, या उन पर हस्ताक्षर किये हैं तो इस मामले में उन पर नया मामला दर्ज किया जा सकता है।

‘ये फ्रॉड होगा’

वहीं, यदि किसी व्यक्ति ने बिना अरविंद केजरीवाल के हस्ताक्षर का पत्र उनका बताकर मीडिया में सार्वजनिक किया है, यह फ्रॉ़ड जैसे अपराध की श्रेणी में आता है और इस मामले में उचित धाराओं में केस दर्ज किया जा सकता है। हालांकि, इस मामले में असलियत में क्या हुआ है, इस पर जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

500 से ज्यादा प्रमुख वकीलों का CJI चंद्रचूड़ को पत्र, न्यायपालिका पर ‘खास समूह’ के ‘हमलों’ पर जताई चिंता

देश के जाने-माने 500 से ज्यादा वकीलों ने चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ को चिट्ठी लिखी है। पत्र लिखने वालों में वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे से लेकर बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा समेत तमाम प्रमुख नाम शामिल हैं। इन वकीलों ने चिट्ठी में न्यापालिका की अखंडता पर खतरे को लेकर चिंता जताई है। इन वकीलों का कहना है कि कुछ ‘खास समूह’ न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं और कोर्ट के फैसलों पर असर डाल रहे हैं।

पत्र में कहा गया है कि यह समूह राजनीतिक एजेडों के साथ आधारहीन आरोप लगा रहे हैं और न्यायपालिका की छवि के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश कर रहे हैं। चिट्ठी में कहा गया है कि भ्रष्टाचार के मामलों में घिरे राजनीतिक चेहरों से जुड़े केसों में यह हथकंडे जाहिर तौर पर दिखते हैं। ऐसे मामलों में अदालती फैसलों को प्रभावित करने और न्यायपालिका को बदनाम करने के प्रयास सबसे अधिक स्पष्ट होते हैं।

पत्र में कहा गया है कि कुछ खास समूह कथित तौर पर झूठे नैरेटिव गढ़ कर न्यायपालिका के कामकाज की गलत छवि पेश करना चाहते हैं। यह समूह इस वक्त की अदालतों की तुलना कोर्ट्स के एक कथित ‘स्वर्णिम युग’ से करते हैं, ताकि न्यायिक फैसलों को प्रभावित किया जा सके और न्यापालिका पर जनता के विश्वास को डिगाया जा सके।

ममता बनर्जी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले दिलीप घोष की मुश्किलें बढ़ीं, BJP नेता के खिलाफ मामला दर्ज

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर टिप्पणी करने के मामले में भाजपा नेता दिलीप घोष के खिलाफ दुर्गापुर पुलिस स्टेशन में धारा 504 और 509 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

क्या था मामला
हाल ही में भाजपा नेता और सांसद दिलीप घोष का वीडियो जारी हुआ था, जिसमें उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का मजाक उड़ाते हुए विवादित टिप्पणी की थी। इस टिप्पणी पर टीएमसी कार्यकर्ताओं ने भाजपा नेता को आड़े हाथों लिया था। इस बीच, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने घोष को नोटिस जारी करके स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं दिलीप घोष ने भी मांफी मांग ली है।

भाजपा के वरिष्ठ नेता दिलीप घोष ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर की गई अपनी टिप्पणी के लिए बुधवार को माफी मांग ली थी। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी और अन्य लोगों को उनके शब्दों के चयन को लेकर आपत्ति है और अगर ऐसा है तो उन्हें इसके लिए खेद है। गौरतलब है, तृणमूल कांग्रेस ने उनके बयान को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। दीलिप घोष ने अपनी सफाई पेश करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ उनकी व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है। यह केवल उनका राजनीतिक बयान था।

कांग्रेस रायबरेली और अमेठी सीट पर अब भी मौन, बैठक में नहीं हुई चर्चा, लग रही हैं कई तरह की अटकलें

लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया भी पूरी हो गई है। बावजूद इसके कांग्रेस की पांरपरिक मानी जाने वाली रायबरेली और अमेठी में अब भी प्रत्याशी की घोषणा नहीं हो पाई है। बुधवार देर शाम कांग्रेस ने यूपी से चार प्रत्याशी घोषित तो किए हैं लेकिन इस लिस्ट में एक बार फिर से रायबरेली और अमेठी का नाम नहीं है।

अमेठी और रायबरेली का नाम लिस्ट में ना होने से इन क्षेत्रों के कार्यकर्ता निराश होने के साथ असमंजस की स्थिति में हैं। पार्टी के पदाधिकारी सिर्फ वेट एंड वॉच की स्थिति में हैं। अमेठी और रायबरेली दोनों क्षेत्रों के नेता प्रियंका गांधी सहित दूसरे वरिष्ठ नेताओं से मिलकर गांधी परिवार के ही व्यक्ति को उम्मीदवार बनाने की बात कह चुके हैं।

कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि वरुण गांधी इंडिया गठबंधन से अमेठी से उम्मीदवार हो सकते हैं। पीलीभीत की नामांकन प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद इन बातों को बल मिला है कि वरुण प्रत्याशी हो सकते हैं। कांग्रेस अमेठी और रायबरेली में कोई बड़ा नाम भी ला सकती है इस बात की संभावनाएं बरकरार हैं।

कांग्रेस की बैठक में अमेठी और रायबरेली पर चर्चा नहीं
लोकसभा चुनाव के लिए 8वीं सूची से पहले बुधवार को कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने काफी मंथन किया। कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में उत्तर प्रदेश गोवा, बिहार, झारखंड, तेलंगाना, तमिलनाडु की लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में 40 नामों पर मंथन किया गया। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, अमेठी और रायबरेली सीट पर इस बैठक में भी चर्चा नहीं की जा सकी। पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की अगली बैठक 31 को होगी।

रामपुर में नदवी को उतारने से बढ़ेगी आजम खां और अखिलेश में रार, मनाने के लिए शिवपाल जाएंगे सीतापुर जेल

पा के रामपुर लोकसभा सीट से मोहिबुल्लाह नदवी को उतारने से पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच रार बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि, सपा ने डैमेज कंट्रोल शुरू करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। सूत्र बताते हैं कि शीघ्र ही आजम खां को मनाने सपा महासचिव शिवपाल यादव सीतापुर जेल जाएंगे। वहीं, मुरादाबाद के प्रत्याशी को लेकर कन्फ्यूजन दूर हो गया है। इस सीट पर मंगलवार को मौजूदा सांसद एसटी हसन और बुधवार को पूर्व विधायक रुचि वीरा ने सपा के सिंबल के साथ नामांकन कराया था। हालांकि, बुधवार को एसटी हसन ने अपना पर्चा वापस लेने की बात कहकर रुचि वीरा का रास्ता साफ कर दिया।

पहले चरण के चुनाव में टिकट को लेकर सपा में घमासान हो गया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के रामपुर से चुनाव न लड़ने से जेल में बंद आजम खां ने मंगलवार को बगावत कर दी है। उन्होंने इस सीट पर चुनाव के बहिष्कार का एलान किया है। आजम खां चाहते हैं कि रामपुर से अखिलेश यादव और मुरादाबाद से मौजूदा सांसद एसटी हसन के बजाय रुचिवीरा लड़ें। यह आजम खां का दबाव ही है कि रुचिवीरा को मंगलवार को सपा का सिंबल दे दिया गया, जबकि उससे पहले एसटी हसन अपना पर्चा भर चुके थे। बुधवार को आजम के दबाव में ही सपा नेतृत्व ने एसटी हसन को अपना पर्चा वापस लेने के लिए मनाया।

सपा नेतृत्व ने रामपुर से दिल्ली की पार्लियामेंट स्ट्रीट जामा मस्जिद के इमाम मोहिबुल्लाह नदवी को मैदान में उतार दिया। जबकि, आजम खां के खासमखास माने जाने वाले आसिम रजा ने भी पर्चा खरीदकर बता दिया कि नदवी को उतारने के फैसले से आजम खां और उनके समर्थक खुश नहीं हैं। कुल मिलाकर पश्चिमी यूपी की इन दोनों सीटों पर जबरदस्त कन्फ्यूजन बना हुआ था। अब सबकी निगाहें शिवपाल यादव पर टिकी हुई हैं। देखते हैं कि वे आजम खां को मनाने में कितना कामयाब होते हैं।

भाजपा ने यूपी में चुनाव प्रचार के लिए नियुक्त किए स्टार प्रचारक, राजस्थान व एमपी के सीएम भी करेंगे प्रचार

यूपी में लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण में आठ सीटों पर मतदान होगा जिसके लिए नामांकन का आज आखिरी दिन है। इन सीटों पर प्रचार के लिए भाजपा ने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी यूपी में प्रचार करेंगे।पहले चरण के लिए 19 अप्रैल को मतदान होगा। इस चरण में सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत में मतदान होगा।

पहले चरण के लिए जारी की गई स्टार प्रचारकों की सूची:
1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
2. जगत प्रकाश नड्डा
3. राजनाथ सिंह
4. अमित शाह
5. योगी आदित्यनाथ
6. मोहन यादव
7. भजन लाल शर्मा
8. पुष्कर सिंह धामी
9. बैजयंत जय पांडा
10. भूपेंद्र सिंह चौधरी
11. ब्रजेश पाठक
12. केशव प्रसाद मौर्य
13. स्वतंत्र देव सिंह
14. धर्मपाल
15. स्मृति ईरानी
16. पियूष गोयल
17. एस पी सिंह बघेल
18. बी एल वर्मा
19. संजीव कुमार बालयान
20. डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेयी
21. धर्मपाल सिंह
22. जयवीर सिंह
23. नरेंद्र कश्यप
24. असीम अरुण
25. कपिल देव अग्रवाल
26. सुरेंद्र सिंह नागर
27. चौधरी लक्ष्मी नारायण
28. सुनील शर्मा
29. बेबी रानी मौर्य
30. हेमा मालिनी
31. मुख्तार अब्बास नकवी
32. सोमेंद्र तोमर
33. जसवंत सैनी
34. दानिश आजाद
35. गीता शाक्य
36. अश्विनी त्यागी
37. सुभाष यदुवंश
38. सत्येंद्र सिसोदिया
39. संतोष सिंह
40. दुर्विजय सिंह शाक्य

बोले- पूर्वोत्तर में उग्रवाद…जम्मू में थे पत्थरबाज; आज देश में रामराज

उत्तर प्रदेश के मथुरा में बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ पहुंचे। यहां उन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 के चुनाव प्रचार अभियान का शुभारंभ कर दिया। सीएम ने प्रबुद्धजनों को संबोधित करते हुए कहा कि 2014 से पहले पूर्वोत्तर में उग्रवाद था। जम्मू कश्मीर में पत्थरबाज थे। 2014 के बाद मोदी नेतृत्व में वहां शांति बहाल हुई है। अब सैनिक जम्मू कश्मीर में पत्थरबाजों द्वारा घायल नहीं किए जाते हैं।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने 26 मिनट प्रबुद्धजन सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान उनके निशाने पर कांग्रेस पार्टी रही। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2014 से पूर्व योजनाएं जाति और धर्म के अनुसार बनाई जाती थी। उनका लाभ भी जाति और धर्म के चेहरे अनुसार दिया जाता था। मोदी सरकार ने नागरिकों की संतुष्टि को अपनी जीत का आधार बनाया, जाति मजहब को नहीं।

आज माफिया राज समाप्ति की ओर
उन्होंने कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके लिए फैमिली फर्स्ट है, जबकि नरेंद्र मोदी के लिए नेशन फर्स्ट है। फैमिली फर्स्ट वालों के राज में भ्रष्टाचार माफिया राज और पुष्टिकरण की राजनीति होती थी। नरेंद्र मोदी के राज में, रामराज, सबका साथ सबका विकास, माफिया राज की समाप्ति के कार्य होते हैं।

बेरोजगारी को लेकर प्रियंका गांधी ने केंद्र को घेरा, कहा- भाजपा के पास इसका समाधान नहीं

लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने बेरोजगारी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि युवा समझ चुके हैं कि भाजपा उन्हें रोजगार नहीं देगी। हमारी पार्टी के पास उन्हें रोजगार देने के लिए ठोस योजना है।

भाजपा पर साधा निशाना
इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन (आईएलओ) और इंस्टीट्यूट ऑफ ह्यूमन डेवलपमेंट द्वारा जारी भारत रोजगार रिपोर्ट का हवाला देते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि देश में 83 फीसदी बेरोजगार जनता युवा है। उन्होंने आगे कहा, “साल 2000 में बेरोजगारों में पढ़े-लिखे युवा 35.2 फीसदी थे। वहीं, 2022 में यह आंकड़ा 65.7 फीसदी हो गया।”

कांग्रेस नेता ने कहा, “एक तरफ प्रधानमंत्री के मुख्य आर्थिक सलाहकार कह रहे हैं कि सरकार बेरोजगारी की समस्या का समाधान नहीं कर सकती है। यह भाजपा सरकार का सच है।” उन्होंने आगे कहा, “आज देश का हर युवा समझ गया है कि भाजपा रोजगार प्रदान नहीं कर सकती है। कांग्रेस पार्टी के पास रोजगार को लेकर ठोस योजना है।”

बेरोजगारों को कांग्रेस की गारंटी
प्रियंका गांधी ने कांग्रेस की योजनाओं के पहलुओं को भी सूचिबद्ध किया। उन्होंने बताया कि कांग्रेस 30 लाख खाली सरकारी पदों को भरने की गारंटी देती है। प्रत्येक ग्रेजुएट और डिप्लोमा धारकों को एक लाख रुपये की अप्रेंटिसशिप दी जाएगी।