लखीमपुर खीरी : लखीमपुर खीरी जिले में सोमवार को मूसलाधार बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। आईएमडी की वेबसाइट पर दर्ज आंकड़ों के मुताबिक 24 घंटे में 43 मिलीमीटर बारिश हुई है। लखीमपुर शहर में सुबह हल्की बूंदाबांदी होती रही, वहीं छोटी काशी कहे जाने वाले गोला गोकर्णनाथ में मूसलाधार बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। निर्माणाधीन शिव मंदिर कॉरिडोर परिसर, गोकर्ण तीर्थ, सिनेमा रोड, अंबेडकर तिराहा से मिल डायवर्जन रोड तक का इलाका जलमग्न हो गया। सुबह साढ़े सात बजे से बारिश शुरू हुई थी, जो दोपहर बाद तक होती रही।
गोला में भारी बारिश के कारण मकानों और दुकानों में पानी भरने से लोगों की परेशानियां बढ़ गईं हैं। सड़कों पर सैलाब जैसे हालात दिखाई दिए। निचले इलाके की सड़कों पर कमर तक पानी भर गया, जिससे आवागमन में काफी दिक्कत हुई।
भारत-नेपाल सीमा से सटे संपूर्णानगर इलाके में भी बारिश हुई है। इसके चलते कस्बे का खेल मैदान तालाब बन गया है। भारी बारिश के कारण जिले में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। मौसम विभाग ने चार जून तक बारिश की संभावना जताई है।
मैलानी में सुबह से ही शुरू हुई झमाझम बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिल गई, लेकिन जलभराव से परेशानी का सामना करना पड़ा। दिन में घने काले बादलों और बारिश की वजह से अंधेरा छाया रहा। इस कारण वाहन चालकों को दिन में भी लाइट जलाकर चलना पड़ा।
मैलानी-नानपारा रेलमार्ग सात जुलाई तक बंद कर दिया है। ऐसा पलिया में रेलवे लाइन के नीचे से शारदा नदी का पानी रिसने के कारण किया गया है। मैलानी-नानपारा मीटरगेज खंड पर रेल यातायात बंद किए जाने को लेकर वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक लखनऊ की ओर से पत्र जारी किया गया है।