बॉलीवुड की फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ की रिलीज पर रोक लगाने की मांग चल रही है, जिसकी कहानी 2002 में हुए कन्हैया लाल मर्डर पर आधारित है। अब दिल्ली हाईकोर्ट में केंद्र सरकार की ओर से एडिशिनल सॉलिसिटर जनरल (ASG) चेतन शर्मा ने सरकार के कानूनी अधिकार को लेकर पक्ष रखा है। जानिए क्या फिल्म की रिलीज को लेकर रास्ता साफ हो गया है।

इस सुनवाई से क्या मिला संकेत?
‘उदयपुर फाइल्स’ फिल्म को लेकर चल रहे विवाद में इस समय सिनेमैटोग्राफी एक्ट के तहत सरकार के अधिकारों और सेंसर प्रक्रिया में हस्तक्षेप को लेकर मामला चल रहा है। दिल्ली हाईकोर्ट में इस फिल्म पर हुई सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार की ओर से एडिशिनल सॉलिसिटर जनरल (ASG) चेतन शर्मा ने केंद्र सरकार का पक्ष रखा। ASG ने बताया कि जांच समिति की सिफारिशें अध्यक्ष को भेज दी गई थीं, जिसे सिनेमैटोग्राफी एक्ट के कानूनी नियमों के तहत किया गया था। इसके साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार ने फिल्म की समीक्षा के बाद कोई नई सूचना जारी नहीं की है। इसका मतलब यह हुआ कि संशोधन खारिज किया जाता है। अब देखना होगा कि दिल्ली हाईकोर्ट अगली सुनवाई पर इसमें क्या फैसला सुनाता है।

मेकर्स इस दिन रिलीज करने वाले हैं फिल्म
बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद फिल्म के निर्देशक भरत श्रीनेत ने ‘उदयपुर फाइल्स’ फिल्म के रिलीज की नई तारीख की घोषणा कर दी थी। उन्होंने बताया था कि यह फिल्म 8 अगस्त, 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। हालांकि पहले यह फिल्म 11 जुलाई को रिलीज होने वाली थी।

कन्हैयालाल टेलर के मर्डर पर आधारित है फिल्म
‘उदयपुर फाइल्स’ फिल्म की कहानी की बात करें, तो यह साल 2022 में हुए कन्हैया लाल के मर्डर केस पर आधारित है, जो पेशे से टेलर था। कन्हैया लाल की जून 2022 में राजस्थान के शहर उदयपुर में उनकी दुकान पर हत्या कर दी गई था। इल्जाम था कि कन्हैया लाल ने भाजपा नेता नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था।

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