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हेल्थ

तो इस वजह से भारत में युवा पीढ़ी के बीच तेज़ी से बढ़ रहा हार्ट अटैक का खतरा, जानिए क्या है इसकी वजह

इंद्र कुमार, अमित मिस्त्री, राज कौशल के बाद अब सेलिब्रिटीज की लिस्ट में हार्ट अटैक से मरनेवालों में सिद्धार्थ शुक्ला का नाम जुड़ गया है. किसी ने सोचा भी नहीं था कि फिट और हेल्दी 40 वर्षीय शुक्ला साइलेंट किलर का शिकार हो जाएंगे.

ऐसे समय जब लोग अपनी सेहत को लेकर पहले से ज्यादा जागरुक हैं, हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं. सटीक तौर पर कहा जाए तो हम चाहे बाहर से कितने फिट क्यों न दिखाई देते हों, अंदर से भी हमें रहने की जरूरत है. भारत में हार्ट अटैक के कारण मौत की संख्या पर एक नजर डालने से चौंकानेवाला खुलासा होता है.

शारदा अस्पताल नोएडा में कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर सुभेदुं मोहंती बताते हैं, “हकीकत है कि महामारी के दौरान हम अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरुक हो गए हैं, लेकिन ये भी वास्तविकता है कि लोग उसके लिए बहुत ज्यादा नहीं कर रहे हैं. लिहाजा, उनका ज्यादा फोकस इस पर रहता है और अपना ब्लड टेस्ट हर छह महीनों पर कराते हैं.

4 घंटे पोस्टमार्टम चलने के बाद आज सिद्धार्थ शुक्ला के पार्थिव शरीर का किया जाएगा अंतिम संस्कार

कलाकार सिद्धार्थ शुक्ला का गुरुवार को निधन हो गया था. उनके शव का पोस्टमार्टम किया गया है जिसकी जिसकी रिपोर्ट आज आ जाएगी. सिद्धार्थ का पोस्टमार्टम गुरुवार दोपहर करीब साढ़े 3 बजे शुरू हुआ था और यह लगभग 4 घंटे तक चला.

उनका पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों ने मिलकर किया. इस दौरान दो गवाह और दो वार्ड-ब्वॉय के अलावा वीडियोग्राफी करने वाले लोगों की एक टीम भी मौजूद रही.

पुलिस सिद्धार्थ के परिवार को आज उनका पार्थिव शरीर सुबह 11 बजे सौंप देगी.  कूपर अस्पताल में कई बार सिद्धार्थ शुक्ला के शरीर की बारीकी से जांच की गई. इस दौरान डॉक्टर्स को उनके शरीर पर कहीं भी बाहरी चोट के निशान नहीं दिखाई दिए.

किसी भी आशंका को देखते हुए मुंबई पुलिस ने एहतियातन जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने सिद्धार्थ शुक्ला की मां, बहन और जीजा के बयान दर्ज किए हैं.

अल्कोहल सहित इन चीजों का अधिक सेवन आपको बना सकता हैं डिप्रेशन का शिकार

डिप्रेशन एक बहुत गंभीर और आम बीमारी है, जिससे दुनिया की लगभग 10% आबादी प्रभावित हैं। यदि इसे बिना इलाज के छोड़ दिया जाए, तो यह आपके जीवन के हर पहलु पर भारी दुष्प्रभाव डाल सकता है। अपने डिप्रेशन से लड़ें टाइम पर इलाज कराएं ज़िंदगी में पॉजिटीव सोचेंगे तो सब अच्छा होगा।

केचअप :केचअप को तैयार करने में टमाटर के अलावा कई तरह के रसायनों और भारी मात्रा में चीनी का इस्तेमाल किया जाता है। बेहतर होगा कि बाहर के केचअप की जगह घर पर बनाएं केचअप का इस्तेमाल करें और उसमें थोड़ी काली मिर्च जरूर एड करें।

अल्कोहल : कई लोग तनाव में आने के बाद ये सोचते हैं कि अल्कोहल यानी शराब के सेवन से सब ठीक हो जाएगा। लेकिन यह पूरी तरह से गलत है। शराब के सेवन से ना सिर्फ शरीर के महत्वपूर्ण अंगों को नुकसान पहुंचता है बल्कि डिप्रेशन भी बढ़ जाता है।

व्हाइट टोस्ट :नाश्ते में अधिकांश लोग व्हाइट टोस्ट का सेवन करते हैं। लेकिन व्हाइट टोस्ट के सेवन से शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता, जो आगे चलकर एंग्जाइटी की वजह बन जाता है। विशेषज्ञों के मुताबिक व्हाइट टोस्ट के अधिक सेवन से डिप्रेशन का खतरा भी बढ़ जाता है।

ब्लड प्रेशर की समस्या से ग्रसित मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद हैं खरबूजे का सेवन

मौसमी फल सेहत के लिए ज्‍यादा फायदेमंद होते हैं। खरबूजा भी हमारे स्‍वास्‍थ्‍य के लिए काफी अच्‍छा होता है। गर्मियों के दिनों में खरबूजा डिहाइड्रेशन से बचाने में मदद करता है। पर क्‍या आप जानते हैं कि इसके बीज भी बहुत काम के होते हैं।

खरबूजे में पोटेशियम नाम का पोषक तत्व पाया जाता है जो ब्लड प्रेशर के लिए फायदेमंद होता है. इसी के साथ खरबूजे में मौजूद उच्च फाइबर की मात्रा और पानी भी ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में सहायक माना जाता है.

इसी के साथ खरबूजा खाने से मल त्याग को नियमित करने में मदद मिल सकती है और यह आपके पेट पर ठंडा प्रभाव दे सकता है. कहा जाता है खरबूजे में लगभग 90 प्रतिशत तक पानी होता है

केवल इतना ही नहीं खरबूजे में मौजूद पानी और फाइबर की मात्रा आपके पाचन तंत्र के लिए बहुत अच्छी होती है. जी दरअसल यह आपको कब्ज से राहत दिलाने में भी मदद कर सकता है.

 

शारीरिक और मानसिक थकान से मुक्ति पाने के लिए आजमाएं ये टिप्स

थकान मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है शारीरिक थकान और मानसिक थकान। आज कल कि व्यस्त जिन्दगी में लोगो को आराम करने का समय कम मिलता हैं देर रात तक काम करने से नीद पूरी न होना जिसके कारण थकान महसूस होने लगती हैं.

दोपहर के ढाई बज चुके थे, लेकिन पल्लव ने अभी तक लंच नहीं किया था. उसे थकावट लग रही थी, इसलिए उसने एक कप कॉफी पी व सैंडविच खा लिया. वह दंग था कि इतनी जल्दी थक क्यों जाता है.

स्नायु रोगों में विटामिन बी की जरूरी किरदार होती है. इसकी कमी से याददाश्त में कमी, चलने-फिरने में संतुलन गड़बड़ाना, हाथ-पैरों में सनसनाहट व नसों की बीमारी पैरिफर्ल न्यूरोपैथी व सबएक्यूट कंबाइंड डिजनरेशन कॉर्ड भी हो सकती है.

आजकल ज्यादातर लोग देर रात तक टीवी या सोशल साइट्स पर चिपके रहते हैं, इससे उनकी नींद पूरी नहीं होती व हड़बड़ी में प्रातः काल उठकर वे बिना नाश्ता किए कार्यालय चले जाते हैं.

हीमोग्लोबिन लेवल बढ़ाने का काम करेगा इस ड्राई फ्रूट का तेल, जाने इसके फायदे

बादाम का तेल पोषक तत्व और विटामिन ई का भंडार होता है जो आपके स्वास्थ्य में सुधार लाने के साथ साथ आपकी त्वचा और बालों को भी सुंदर बनाता है।यहाँ जानिये इसके कुछ फायदे:

1. अगर आपका हीमोग्लोबिन कम है तो आज से ही बादाम के तेल को अलग-अलग रूपों में लेना शुरू कर दें। इसमें भरपूर मात्रा में आयरन होता है, जो हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने का काम करता है।

2. बादाम तेल के सेवन से कोलेस्ट्रॉल संतुलित रहता है। बादाम के नियमित सेवन से दिल से जुड़ी बीमारियों के होने का खतरा कम हो जाता है।

3.बादाम के तेल में ओमेगा-6 फैटी एसिड्स होते हैं। ओमेगा-6 दिमाग की सेहत के लिए एक आवश्यक तत्व है। इससे दिमाग को पोषण मिलता है।

4. गर्भावस्था में बादाम तेल के सेवन से डिलीवरी के नॉर्मल होने की संभावना बढ़ जाती है। इसमें मौजूद फॉलिक एसिड, आयरन, कैल्शियम और दूसरे पोषक तत्व मां और बच्चे दोनों को फायदा पहुंचाते हैं।

Covid-19 के इस नए वेरिएंट से आप भी हो जाए सावधान, WHO ने जताई वैक्सीन के कम असर की संभावना

कोरोना महामारी को खत्म करने के लिए दुनिया भर के कई देश अपने यहां वैक्सीनेशन (Covid-19 Vaccination) पर जोर दिए है. लेकिन, कोरोना वायरस में होने वाला नया म्युटेशन हर समय एक चुनौती खड़ी कर दे रहा है.

पिछले दिनों WHO ने कहा है कि कोरोना का यह नया वैरिएंट B.1.617 पहली बार भारत में दिसंबर में पाया गया था. इसके साथ ही ओरिजिनल वेरिएंट से यह अधिक संक्रामक है.

WHO ने कोरोना वेरिएंट पर जानकारी देते हुए कहा है कि यह नया म्यूटेशन कोरोना की वैक्सीन को लगाने के बाद भी इसके असर को कम कर सकता है और अभी इस वैरिएंट पर और रिसर्च की जरूरत है. इसके साथ ही एक्सपर्ट को इस वैरिएंट के उभरने से इस बात की चिंता है कि कोरोना के नए मामलों में तेजी आ सकती है.

कोरोना से जंग लड़ रहे जापान ने इस वजह से अचानक मॉडर्ना की कोरोना वैक्सीन पर लगाईं रोक

जापान इस समय कोरोना की बड़ी लहर से गुजर रहा है. जापान को इस वैक्सीन पर रोक लगानी पड़ी है. जापान ने मॉडर्ना की कोरोना वैक्सीन पर रोक लगा दी है. यह इस सप्ताह में चौथी बार है जब जापान ने कोरोना के इस वैक्सीन पर रोक लगा दी है.

मॉडर्ना की कोरोना वैक्सीन में यह काले रंग का कण मिलने के बाद से ही इस वैक्सीन पर जापान ने रोक लगा दी है. जापान में पिछले सप्ताह भी इस वैक्सीन के वॉयल में काले रंग का पदार्थ मिला था जिसके बाद 1.63 लाख मॉडर्ना कोरोना वैक्सीन पर रोक लगा दी थी.

पिछले कुछ दिन पहले गुनमा में मॉडर्ना वैक्सीन की शीशी में काले रंग और एक दूसरी सीरिंज में एक गुलाबी रंग का कुछ मिश्रण देखने को मिला था. उन्होंने कहा कि सीरिंज को अंदर डालते समय उसमें लगा रबड़ स्टापर टूट गया और वह टुकड़े शीशी में अंदर चले गए.

उत्तर प्रदेश में इन 27 जिले ने कोरोना से जीती जंग, रिकवरी रेट बढ़कर हुआ 98.7 फीसदी

उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से कम हो रहा है. प्रदेश के 27 जिले कोरोना मुक्त हो गए हैं. वहीं, रिकवरी रेट बढ़कर 98.7 फीसदी हो गया है. राहत की बात ये भी रही कि किसी भी जिले में कोरोना के नए आकड़े दोहरे अंक में नहीं आए.

रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में 20 रोगी ठीक हो चुके हैं, इस प्रकार कुल ठीक होने वाले रोगियों की संख्या 16,86,276 पहुंच गयी है. इससे पहले अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 2,08,106 नमूनों की जांच की गयी है. प्रदेश में अब तक कुल 7,25,27,053 नमूनों की जांच की गयी है.

पिछले 24 घंटे में कोरोना के 19 नए मामले सामने आए हैं. इसके अलावा कोरोना के कारण दो लोगों की मौत भी हो गई. वहीं, कोरोना से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 22,825 तक पहुंच गया है. वहीं, 19 नये मामले आने से कुल रोगियों की संख्या 17,09,351 पहुंच गयी है.

 

हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करने से आपके शरीर को होंगे ये सभी फायदे

अक्सर हम हरी पत्तेदार सब्जियों को नजरअंदाज कर देते हैं, इन सब्जियों को इतना तवज्जो नहीं देते हैं। लेकिन हरी पत्तेदार सब्जियां सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं।

इसलिए डॉक्टर भी हमेशा पत्तेदार सब्जियां खाने की सलाह देते हैं।इसलिए आइए जानते हैं कि कौन-कौन सी हरी पत्तेदार सब्जी सेहत के लिए फायदेमंद होती है और शरीर को क्या-क्या फायदा पहुंचाती हैं।

आंखों के लिए फायदेमंद: पालक में ल्यूटिन और जैक्सेंथिन सहित कई यौगिक मौजूद होते हैं जो आंखों की सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। शोध बताते हैं कि ये पिगमेंट मैक्यूलर डिजनरेशन और मोतियाबिंद के खतरे को कम करते हैं। ये यौगिक आपकी आंखों को सूरज की रोशनी से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करते हैं। इस सब्जी में एंटीऑक्सीडेंट भी पाया जाता है जो कैंसर के खतरे को कम करता है।
वजन घटाए: पालक में कम मात्रा में कार्बोहाइड्रेट लेकिन अधिक मात्रा में घुलनशील फाइबर पाया जाता है। यह सेहत के लिए कई मायनों में फायदेमंद है और वजन घटाने में भी काफी मदद करता है। साथ ही यह ब्लड शुगर को भी नियंत्रित रखता है। पालक में पाया जाने वाला फाइबर पाचन क्रिया को बेहतर रखता है जिससे कब्ज की समस्या नहीं होती है। इसका सेवन करने से बार-बार भूख नहीं लगती है जिससे मोटापे की समस्या नहीं होती है।
इम्यूनिटी बढ़ाने में सहायक: पालक में पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी, बीटा कैरोटिन और कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। यह इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं। आज के समय में अगर आप भी इम्यूनिटी बढ़ाने के तरीके खोज रहे हैं तो पालक से बेहतर कुछ भी नहीं है। इसमें मौजूद विटामिन ई और मैग्नीशियम जैसे खनिज इम्यूनिटी मजबूत करने के साथ ही वायरस एवं बैक्टीरिया को भी दूर रखते हैं।