Saturday , May 18 2024

हेल्थ

सीने में दर्द, दबाव होना नहीं हैं किसी आम बीमारी के संकेत, देखे इसका सही इलाज

अब वो जमाना गया जब बीमारी उम्रदराज लोगों को होती थी। आज की जीवनशैली में बीमारी किसी भी उम्र में यानी बच्चे, जवान से लेकर बुजुर्गों तक किसी को भी, कभी भी अपनी चपेट में ले सकती है।

हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारी भी किसी को कभी भी हो सकती है, लेकिन अक्सर लोग इसके लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं, क्योंकि अधिकांश मामलों में इसके शुरुआती लक्षण इतने सामान्य होते हैं कि लोग समझ ही नहीं पाते कि ये हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारी का सिग्नल हो सकते है।

# सीने में दर्द, सीने में दबाव, दिल के बीचों बीच कसाव फील होना। दर्द सीने से हाथों में हो सकता है। अमूमन बाएं हाथ पर प्रभाव पड़ता है, परन्तु दोनों हाथों में दर्द हो सकता है।

# जबड़े, गर्दन, पीठ तथा पेट की तरफ जाता हुआ महसूस हो। मन अशांत लगे या चक्कर आएं। पसीने से तरबतर होना।

# सांस लेने में परेशानी होना। मतली आना, उल्टी जैसा लगना। बेचैनी फील हो। खांसी के दौरे, ज़ोर-ज़ोर से सांस लेना।

# दिल के दौरे में सीने में अक्सर तेज दर्द उठता है, परन्तु कुछ व्यक्तियों को केवल हल्के दर्द की शिकायत होती है। कुछ केसों में सीने में दर्द नहीं भी होता है।

आंखों में सूजन, जलन हैं मामूली समस्या इसे दूर करने के लिए आजमाएँ ये घरेलू उपाए

हम में से कई लोग महामारी के समय से अपनी आँखों को हल्के में ले रहे है. आपको तुरंत अपनी आंखों के स्वास्थ्य में सुधार के उपाय करने चाहिए. आजकल ज्यादातर लोग आंखों की समस्या से परेशान रहते हैं.

आंखों में जलन होना, पानी आना आंखों में सूजन हो जाना आम बात हो गई है. इसकी वजह है कि अब लोग ज्यादा समय तक कम्प्यूटर पर काम करते हैं बाकी समय भी स्मार्टफोन में व्यस्त रहते हैं.घरेलू उपाय से आंखों की मामूली समस्याओं को दूर किया जा सकता है. तो आइये जानते हैं ऐसा क्या करें जिससे कि आंखों में तकलीफ न हो.

1. ठंडा पानी
आंखों में जलन खुजली आदि समस्या होने पर ठंडे पानी से उन्हें धो लेना चाहिए. इसके लिए सबसे पहले आप एक बर्तन में ठंडा पानी लें उससे आंखों को अच्छी तरह से धोए. इससे आंखों में जमा मिट्टी धूल निकल जाती है.

2. सब्जियों का सूप
आंखों की समस्या को दूर करने के लिए सब्जियों का सूप काफी फायदेमंद होता है. इसके लिए आप गाजर, पालक चुकंदर को मिला कर उसका सूप बनाएं उसमें नींबू का रस मिला कर पिएं. रोज दो गिलास सूप पीने से आपकी आँखों को काफी आराम मिलेगा.

3. ग्रीन टी
आंखों में जलन सूजन की समस्या होने पर ग्रीन टी का इस्तेमाल करने से भी काफी फायदा होता है. ग्रीन टी को एंटीबैक्ट्रीयल माना गया है. इससे सूजन में भी कमी आती है. दिन में दो बार ग्रीन टी जरूर पिएं.

हार्ट संबंधी बीमारियों की संभवना को कम करता हैं दालचीनी का सेवन

दालचीनी को लोग सिर्फ एक मसाले के रूप में ही जानते हैं। लेकिन, क्या आपको पता है इंडियन डिशेस का जायका बढ़ाने वाली दालचीनी के फायदे स्वास्थ्य के लिहाज से भी काबिल-ए-तारीफ हैं। क्या आपको पता है? दालचीनी के औषधीय गुण पीसीओडी , अर्थराइटिस , डायबिटीज  जैसी तमाम गंभीर बीमारियों से आपको सुरक्षित रखता है। दालचीनी को इंग्लिश में सिनेमन  के नाम से भी जानते हैं।

दिल का रखे ख्याल
दालचीनी आपके दिल का ख्याल रखने में भी आपकी मदद करता है. इसके लिए दालचीनी पाउडर और शहद का पेस्ट बनाकर रोटी के साथ खाएं. इससे धमनियों में कोलेस्‍ट्रॉल जमा नहीं होगा, जिससे हार्ट संबंधी बीमारियों की संभवना भी कम हो जाएगी.उनके लिए ये उपाय रामबाण है.

बढ़ता वजन और मोटापा से लगभग हर दूसरा इंसान परेशान है। वेट लॉस डायट प्लान  और व्यायाम के साथ दालचीनी का इस्तेमाल किया जाए, तो शरीर में जमी चर्बी को घटाया जा सकता है। सिनेमन में पॉलीफेनॉल्स  नाम का एंटी-ऑक्सीडेंट पाया जाता है जो इंसुलिन की संवेदनशीलता को बेहतर करता है।

त्वचा के लिए फायदेमंद
अपनी सुगंध से सबको आकर्षित करने वाली दालचीनी त्‍वचा के लिए भी बेहद फायदेमंद है. त्वचा में न जाने कितनी तरह की समस्याएं हो जाती हैं, जैसे खाज, खुजली.  दालचीनी पाउडर में शहद मिलाकर इसका लेप बनाकर लगाएं और सूखने पर अच्छे से धो लें. दालचीनी के पाउडर में थोड़ा सा नींबू का रस मिलाकर चेहरे पर लगाने से पिंपल्स भी दूर होते हैं.

रोजाना अमरूद खाना आपके रक्तचाप के संतुलन को करेगा ठीक, देखें इसके लाभ

फल हमारे बेहतर स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हैं। फलों के लगातार सेवन से हमारे शरीर में विटामिन और आयरन की कमी दूर हो जाती है। सभी फलों में एक है मीठा अमरूद। यह आपके स्वास्थ्य के लिए तो फायदेमंद है ही, सुंदरता के लिए भी इसके लाभ बेमिसाल हैं। अगर आप नहीं जानते तो जरूर जानिए अमरूद खाने के यह अनमोल फायदे –

– अमरूद में विटामिन-सी भरपूर मात्रा में मौजूद होता है। अन्य सिट्र‍िक फल जैसे संतरे की अपेक्षा अमरूद में चार गुना अधि‍क विटामिन सी होता है, जो आपकी सेहत के साथ-साथ सुंदरता के लिए भी बेहद फायदेमंद है।

– रोजाना अमरूद खाना आपके रक्तचाप के संतुलन को बनाए रखता है, साथ ही आपकी त्वचा को झुर्रियों और अन्य समस्याओं से बचाकर आपको जवां बनाए रखने में मदद करता है।

– मोटापा और कोलेस्ट्रॉल कम करने में अमरूद खाना एक बेहतरीन उपाय है। जो आपको भरपूर ऊर्जा देने के साथ-साथ कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है और आपके वजन को कम करने में मदद करता है।

– अगर आपको थायरॉइड संबंधी समस्या है, तो आपके लिए सबसे बेहतरीन उपाय है अमरूद का सेवन। यह हार्मोन्स में संतुलन बनाए रखने में काफी मददगार होता है और थॉयरॉइड ग्रंथि‍ की समस्याओं में फायदेमंद है।

सिजोफ्रेनिया से पीड़ित व्यक्ति के अंदर आते हैं ये बदलाव, जान ले इसके लक्ष्ण

सिजोफ्रेनिया से पीड़ित व्यक्ति की सोच, समझ और व्यवहार में परिवर्तन आ जाता है। ऐसा मस्तिष्क में होने वाले रासायनिक असंतुलन के कारण होता है।बिना किसी वजह के हर बात और हर शख्स को शक की नजर से देखना, कल्पना की दुनिया में खोये रहना, वैसी ध्वनि सुनाई देना, जो वास्तव में नहीं होती आदि एक मनोरोग है

 

इसके लक्षण कई तरह के होते हैं। शुरुआत में ही अगर इसके लक्षण पहचान लिए जाएं तो इस रोग को काबू में किया जा सकता है। अक्सर यह बीमारी किशोरावस्था के बाद से ही शुरू हो जाती है। इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। दिमाग के लिम्बिक सिस्टम में रासायनिक असंतुलन के कारण मतिभ्रम की समस्या उत्पन्न होती  है।

पीड़ित डरा-डरा सा रहता है। उसे वैसी आवाजें सुनाई देती है, जो वास्तव में नहीं होती। पीड़ित को हर समय लगता है कि उस पर नजर रखी जा रही है।
नियंत्रण का भ्रमः  इससे पीड़ित व्यक्ति में एक ऐसा गलत विश्वास या सोच बैठ जाता है कि उसका मन, उसके विचार, या बर्ताव पर किसी दूसरे इंसान का नियंत्रण होता है।
आरोपी मानने का भ्रमः ऐसे भ्रम में मरीज पश्चाताप या अपराधी होने की गलत भावना का शिकार होता है।
संदर्भ का भ्रमः इसमें पीड़ित को लगता है कि उसके चारों तरफ होने वाली नकारात्मक घटनाएं उससे जुड़ी हुई हैं।
दैहिक भ्रमः इसमें इंसान को बिना किसी वजह लगता है कि वह बीमार है, जबकि वास्तव में वह बीमार नहीं होता।
साजिश का भ्रमः इसमें पीड़ित को लगता है कि लोग उसके खिलाफ साजिश रच रहे हैं। उसे महसूस होता है कि सभी उसके बारे में बातें करते हैं या उसे घूर रहे हैं। रोगी को ऐसा भी लगता है कि जैसे कुछ लोग उसके ऊपर जादू-टोना करवा रहे हैं या फिर उसके खाने में जहर मिलाया जा रहा है।

सेहत के साथ-साथ सुंदरता के लिए लाभदायक हैं विटामिन-सी युक्त ये फल

फल हमारे बेहतर स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हैं। फलों के लगातार सेवन से हमारे शरीर में विटामिन और आयरन की कमी दूर हो जाती है। सभी फलों में एक है मीठा अमरूद। यह आपके स्वास्थ्य के लिए तो फायदेमंद है ही, सुंदरता के लिए भी इसके लाभ बेमिसाल हैं। अगर आप नहीं जानते तो जरूर जानिए अमरूद खाने के यह अनमोल फायदे –

– अमरूद में विटामिन-सी भरपूर मात्रा में मौजूद होता है। अन्य सिट्र‍िक फल जैसे संतरे की अपेक्षा अमरूद में चार गुना अधि‍क विटामिन सी होता है, जो आपकी सेहत के साथ-साथ सुंदरता के लिए भी बेहद फायदेमंद है।

– रोजाना अमरूद खाना आपके रक्तचाप के संतुलन को बनाए रखता है, साथ ही आपकी त्वचा को झुर्रियों और अन्य समस्याओं से बचाकर आपको जवां बनाए रखने में मदद करता है।

– मोटापा और कोलेस्ट्रॉल कम करने में अमरूद खाना एक बेहतरीन उपाय है। जो आपको भरपूर ऊर्जा देने के साथ-साथ कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है और आपके वजन को कम करने में मदद करता है।

– अगर आपको थायरॉइड संबंधी समस्या है, तो आपके लिए सबसे बेहतरीन उपाय है अमरूद का सेवन। यह हार्मोन्स में संतुलन बनाए रखने में काफी मददगार होता है और थॉयरॉइड ग्रंथि‍ की समस्याओं में फायदेमंद है।

पत्थरी से ग्रसित मरीज़ आज ही छोड़ दें इन सभी चीजों का सेवन

हम जाने-अनजाने कुछ ऐसी चीजों को अपने डाइट में शामिल कर लेते हैं जो बाद में शरीर में स्टोन या पथरी का कारण बनती है ऐसी चीजें जिनमें ऑक्सिलेट की मात्रा ज्यादा होने की वजह से ये शरीर के अंदर उपस्थित कैल्शियम से मिलकर पत्थरी बनाता है ये चीजें शरीर में जाकर जल्दी से नहीं पचती है  बाद में पत्थरी का रूप ले लेती है आइए जानते हैं कुछ ऐसी चीजों के बारे में जिससे दूर रहकर आप पथरी से छुटकारा पा सकते हैं इन्हें अपनी डाइट से जल्दी दूर भगाएं

पालक  भिंडी

इनमें ऑक्सिलेट होता है जो हमारे कैल्शियम को जमा कर लेता है  यूरिन के रास्ते शरीर से बाहर नहीं निकलने देता इसके बाद धीरे-धीरे यह कैल्शियम किडनी में पत्थरी का रूप लेने लगता है

नमक

खाने में नमक का प्रयोग हमें कम करना चाहिए इसमें उपस्थित सोडियम शरीर के अंदर जाकर कैल्शियम बन जाता है जो बाद में पत्थरी बनना प्रारम्भ कर देता है

नॉनवेज फूड

ज्यादा मांस-मछली खाने वाले लोगों को पत्थरी का खतरा ज्यादा होता है मांस-मछली में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा पाई जाती है यह किडनी में प्यूरीन की मात्रा बढ़ा देता है, प्यूरिन की मात्रा बढ़ने से यूरिक एसिड बढ़ने लगता है, जिसके बाद शरीर में स्टोन बनना प्रारम्भ हो जाता है

चुकंदर

चुकंदर वैसे तो हमारे शरीर के लिए बहुत लाभकारी होता है लेकिन कहते है ना आवश्यकता से ज्यादा कोई भी वस्तु बहुत हानिकारक होती है अच्छा वैसे ही अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से शरीर में स्टोन बन सकता है

ज्यादा देर तक काम करते रहना बढ़ा सकता हैं हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा

कर्मचारियों की सेहत को ध्यान में रखते हुए सात से नौ घंटे तक काम करने की अवधि निर्धारित की गई है। पर क्या आप भी रोजाना इससे ज्यादा देर तक काम करते हैं? अगर हां, तो यह आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है।

अध्ययन के मुताबिक लगातार ज्यादा देर तक काम करते रहने की आदत हृदय रोग और स्ट्रोक के खतरे को बढ़ा देती है। आंकड़ों के मुताबिक हर साल काम से संबंधित घटनाओं के कारण लगभग 2 मिलियन (20 लाख) मौतें हो जाती हैं।

थकावट, अधिक देर तक काम करते रहने से जुड़े प्राथमिक लक्षणों में से एक है। अनुचित समय के दबाव और काम का बोझ, ओवरएकजर्सन का कारण बन सकता है।

लगातार लंबे समय तक काम करते रहने के कारण चूंकि शरीर और मस्तिष्क पर दबाव और थकान दोनों बहुत बढ़ जाता है, जिससे काम करने की उत्पादकता कम हो सकती है। वर्किंग ऑवर को नियत समय से अधिक बढ़ाना कई अन्य मामलों में शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है।

दांतों की चमक को बनाए रखना हैं तो भूल से भी नशे की चीजों का सेवन न करे

पेय पदार्थो का सेवन न करे – जिन भी खाद्य पदार्थो के सेवन से दांतों पर दाग-धब्बे पड़ जाते हैं, उनका सेवन करने से अवश्य बचें। सोडा, कॉफी, चाय, ब्लूबेरी, चेरी और सोया सॉस उनमें से महत्वपूर्ण हैं। अगर आप इन पेय पदार्थो का सेवन करना तत्काल बंद नहीं कर सकती हैं तो फिर इन्हें स्ट्रॉ से पीएं या हर तीन महीने पर दांतों को क्लीनिक में अवश्य साफ कराएं।

नशे की चीजों का सेवन न करे – शराब न पीएं और धूम्रपान से भी अवश्य बचें। और गुटका और पान मशाला खाने से जरूर बचे।

अधिक मात्रा में पानी पिए – खूब पानी पीएं। इससे न केवल आपके चेहरे पर बहुत अधिक चमक आती है बल्कि दांतों में भी पूर्ण चमक आती है। शादी के खास दिन भी आप पानी पर्याप्त मात्रा में पीएं, जिससे शरीर और होंठों पर पूरी तरह नमी बरकरार रहेगी और आप बहुत ही सहजता से मुस्कुरा सकेंगी। साथ ही लिपस्टिक भी लम्बे समय तक टिकी रहेगी।

शरीर में Vitamin B12 की कमी के कारण हो सकती हैं भूलने की बीमारी

विटामिन बी-12 (Vitamin B12) शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है. ऐसे में कई बार शरीर में विटामिन बी-12 की कमी होने लगती है, जिससे कई खतरनाक बीमारियां हो सकती है.

 

इससे शरीर में रेड ब्लड सेल्स के निर्माण में कमी आती है. शरीर में विटामिन बी-12 की कमी से कई तरह की परेशानी हो सकती हैं.  इससे शरीर में एनीमिया का खतरा भी बढ़ जाता है. जानते हैं शरीर में विटामिन बी-12 की कमी होने पर क्या परेशानियां हो सकती हैं और उनके लक्षण क्या हैं?

विटामिन बी-12 की कमी से होने वाले रोग

1- डिमेंशिया- उम्र के साथ-साथ लोगों में भूलने की बीमारी होने लगती है. इसकी बड़ी वजह है विटामिन बी12 की कमी. शरीर में विटामिन बी-12 की कमी होने पर दिमाग पर काफी असर पड़ता है. जिससे कई तरह की मानसिक बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है.

2- एनीमिया- शरीर में विटामिन बी-12 की मात्रा कम होने पर एनीमिया जैसी गंभीर समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है. दरअसल विटामिन बी-12 की कमी होने पर रेड ब्लड सेल्स का निमार्ण भी कम हो जाता है.

3-जोड़ों और हड्डियों में दर्द- विटामिन बी-12 हमारे हर अंग के सुचारु रुप से काम करने में मदद करता है. विटामिन बी-12 की कमी होने पर हड्डियों में दर्द की समस्या होने लगती है.

4- मानसिक बीमारी- विटामिन बी-12 हमारे मस्तिष्क को बहुत प्रभावित करता है. विटामिन बी-12 की कमी होने पर भूलने और भ्रम में रहने की समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है.