Friday , May 17 2024

विदेश

कोरोना के डेल्टा वेरिएंट ने चीन में मचाया आतंक, टेस्टिंग को लेकर हुई लापरवाही तो सरकार देगी ये सजा

कोरोना पर लगभघ काबू पाने वाले चीन में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं. जांच में सभी मामले डेल्टा वेरिएंट के सामने आए हैं. एटरपोर्ट से लेकर अन्य स्थानों पर टेस्टिंग को लेकर हुई लापरवाही को देखते हुए चीनी सरकार जिम्मेदार अधिकारियों को कड़ी सजा दे रही है.

पूर्वी चीनी शहर यांगझोऊ ने बड़े पैमाने पर कोरोना परीक्षण को गलत तरीके से करने के लिए पांच अधिकारियों को चेतावनी जारी की कहा कि उन्होंने वायरस को फैलने दिया.

फिर भी अधिकारी टीकाकरण पर भरोसा नहीं करने के बजाय वायरस को बाहर निकालने के लिए बड़े पैमाने पर परीक्षण लॉकडाउन की नीति को लागू करने की तैयारी में हैं.  चीनी सरकार के निशाने पर देशभर के 30 से अधिक अधिकारी हैं. इनके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.  इसलिए पिछले एक हफ्ते

में यहां पर 11.3 मिलियन लोगों का कोविड टेस्ट किया गया है. नए मामले देश के अलग-अलग हिस्सों में मिल रहे हैं इनमें वो प्रांत भी शामिल हैं जहां से चीन की व्यापारिक गतिविधियां चलती हैं. अगर कोरोना के मामले बढ़े तो लॉकडाउन के चलते यहां उत्पादन ठप हो सकता है.

UNSC में समुद्री सुरक्षा को लेकर हुई उच्च स्तरीय बैठक में भिड़े अमेरिका-चीन, दक्षिण चीन सागर को लेकर कहा ये…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की समुद्री सुरक्षा को लेकर हुई उच्च स्तरीय बैठक में सोमवार को अमेरिका और चीन आपस में भिड़ गए। अमेरिका ने कहा कि उसने दक्षिण चीन सागर में गैरकानूनी समुद्री दावों के तहत चीन को ”उकसाने वाले कदम” उठाते देखा है, जिसके जवाब में चीन ने कहा कि अमेरिका को इस मामले पर ”गैरजिम्मेदाराना बयान” देने का कोई अधिकार नहीं है।

इस क्षेत्र पर ब्रुनेई, मलेशिया, फिलीपीन, ताइवान और वियतनाम भी दावा करते हैं। चीन इस क्षेत्र में कृत्रिम द्वीपों पर सैन्य शिविर बना रहा है। ब्लिंकन ने कहा, ”अमेरिका ने उन कदमों को लेकर अपनी चिंताएं स्पष्ट कर दी हैं, जो अन्य देशों को उनके समुद्री संसाधनों तक कानूनी तरीके से पहुंचने को लेकर धमकाते या परेशान करते हैं।”

पाकिस्तान ने भारत का जिक्र करते हुए दावा किया कि कुछ देश भू-रणनीतिक प्रतिस्पर्धा सैन्य प्रभुत्व स्थापित करने में लिप्त है। साथ ही पाकिस्तान ने कहा कि वह सैन्यीकरण करना जारी रखेगा।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में समुद्री सुरक्षा पर सोमवार की उच्च स्तरीय बैठक के बाद, पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि मुनीर अकरम ने सत्र के रिकॉर्ड में शामिल होने के लिए भारतीय मिशन को एक लिखित बयान भेजा है।

चीन के उप स्थायी प्रतिनिधि दाई बिंग ने बैठक में सबसे अंत में अपनी बात रखी और कहा कि वह ”इस बात को रखना चाहते हैं कि दक्षिण चीन सागर के मामले पर चर्चा करने के लिए सुरक्षा परिषद उचित मंच नहीं है। अमेरिका ने अभी-अभी दक्षिण चीन सागर का जिक्र किया और चीन इसका कड़ा विरोध करता है।”

अफगानिस्तान में दिन-ब-दिन बिगड़े हालात, पलायन को मजबूर हो रहे हजारों परिवार

अफगानिस्तान में तालिबान आतंकवादियों का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसका अधिक प्रांतों पर कब्जे का मंसूबा खतरनाक होता जा रहा है । उनके खौफ से बचने के लिए हजारों अफगान परिवारों ने पलायन कर राजधानी काबुल का रूख अख्तियार किया है जहां वे खुले आसमान तले सड़कों पर जीने को विवश हैं। तालिबान ने पिछले चार दिनों में छह प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा किया है।

सोमवार को तालिबान ने उत्तरी प्रांत समनगन की राजधानी ऐबक पर कब्जा कर लिया। इससे पहले तालिबान ने कुंदुज, तखार, जोज्जान, सर-ए-पोल और निमरुज पर कब्जा कर रखा है।

अमेरिकी सेना ने हाल के दिनों में तालिबान आतंकवादियों के खिलाफ हवाई हमले किए क्योंकि आतंकवादी समूह ने तेजी से प्रगति की है भारी संघर्षों के बाद छह प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा करने का दावा किया है।

कई अफगान शहरों देश के 34 प्रांतों में से लगभग आधे ने हाल के हफ्तों में भारी लड़ाई देखी है। तालिबान आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों के खिलाफ लड़ाई जारी रखी है।सुरक्षा की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए, 7 अगस्त को काबुल में अमेरिकी दूतावास ने सभी अमेरिकियों से उपलब्ध वाणिज्यिक उड़ानों के माध्यम से तुरंत देश छोड़ने का आग्रह किया।

खामा प्रेस ने कहा कि उत्तरी कुंदुज प्रांत से विस्थापित हुए सैकड़ों लोग काबुल शहर के पुलिस जिला 15 के एक पार्क में रह रहे हैं। बच्चों, बुजुगोर्ं और घायल सदस्यों सहित परिवार काबुल में डेरा डाले हुए हैं, जिनमें से कई अपने वयस्क पुरुष सदस्यों के भाग्य के बारे में नहीं जानते, जो अकेले कमाने वाले हैं।

इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने लेबनान को दी ये सख्त चेतावनी, जानिए पूरा मामला

इजरायल के प्रधान मंत्री नफ्ताली बेनेट ने लेबनान को चेतावनी दी है कि उनका देश रॉकेट हमले स्वीकार नहीं करेगा।  कैबिनेट बैठक में बोलते हुए, बेनेट ने कहा कि लेबनानी सरकार और सेना को अपनी हरकतों की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।

हिज्बुल्लाह नेता सैय्यद हसन नसरल्लाह ने यह भी कहा कि लेबनानी शिया आंदोलन किसी भी इजरायल युद्ध से नहीं डरता है। हम युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और हमें यकीन है कि हम इसे जीतेंगे। 6 अगस्त को, हिज्बुल्लाह द्वारा उत्तरी इजराइल पर लगभग 19 रॉकेट दागे गए, जिससे कोई हताहत नहीं हुआ।

पिछले तीन महीनों में लगभग 200 जिलों पर कब्जा करने के बाद, सशस्त्र संगठन ने पिछले कुछ दिनों में पश्चिम में निमरोज प्रांतीय राजधानी जरंज उत्तर में जावजान प्रांत की राजधानी शिबरघन शहर पर कब्जा कर लिया है।

तालिबान आतंकवादी पश्चिमी हेरात की राजधानी हेरात शहर बदख्शां प्रांत की राजधानी फैजाबाद शहर पर भी दबाव बढ़ा रहे हैं।रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने जोर देकर कहा है कि फैजाबाद हेरात में जमीन हासिल करने के तालिबान के प्रयासों को विफल कर दिया गया है।

4 अगस्त को लेबनान से इजराइल की ओर तीन रॉकेट दागे जाने के बाद हवाई हमले किए गए, जिससे कोई हताहत नहीं हुआ। इजराइल ने कहा कि रॉकेट एक फिलिस्तीनी समूह द्वारा दागे गए।

बांग्लादेश: अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने चार मंदिरों में की तोड़फोड़, ये हैं बड़ी वजह…

बांग्लादेश के खुलना जिले में उपद्रवियों ने अल्पसंख्यक समुदाय के कम से कम चार मंदिरों, कुछ दुकानों और घरों पर हमला किया जिसके बाद पुलिस ने मामले में 10 लोगों को गिरफ्तार किया और इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है।  घटना शनिवार को रूपशा उपजिला के शियाली गांव में हुई।

वहां से उपद्रवी शियाली पुरबापारा इलाके में गए, जहां उन्होंने हरि मंदिर, दुर्गा मंदिर और गोविंदा मंदिर में स्थापित मूर्तियों को क्षतिग्रस्त कर दिया। इसमें कहा गया है कि स्थानीय हिंदू समुदाय के लोगों की छह दुकानों और दो घरों में भी तोड़फोड़ की गई।

स्थानीय मस्जिद के इमाम मौलाना नाजिम उद्दीन ने बताया कि ईशा की नमाज के दौरान हिंदू कीर्तन गाते हुए शियाली महाश्मशान मंदिर की ओर जा रहे थे जिसके कारण विवाद हुआ।

उन्होंने कहा, ‘जब मैंने उनसे नमाज के दौरान मस्जिद के सामने कीर्तन नहीं गाने का अनुरोध किया, तो किसी ने मुझे धक्का दे दिया जिससे स्थिति बिगड़ गई। पुलिस के आने और हस्तक्षेप करने के बाद स्थिति को सुलझा लिया गया। हालांकि, सेन ने कहा कि हिंदुओं के समूह में से किसी ने भी इमाम को धक्का नहीं दिया था।

 

UNSC की बैठक में आज अफगानिस्तान के मुद्दे पर होगी बड़ी वार्ता, अफगानी विदेश मंत्री ने जयशंकर से की ये सिफारिश

भारत की अध्यक्षता में शुक्रवार यानी कि आज संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद  की बैठक में अफगानिस्तान  में बदतर होती सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की जाएगी. अफगानिस्तान पर खुली UNSC चर्चा आयोजित करने का निर्णय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ अफगानिस्तान के विदेश मंत्री मोहम्मद हनीफ अतमार  के बात करने के एक दिन बाद आया है.

रूस ने अफगानिस्तान में तेजी से बदल रहे हालात पर एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है. लेकिन इस बैठक में रूस ने भारत को नहीं बुलाया है. जबकि रूस ने चीन पाकिस्तान को बैठक के लिए बुलाया है.

भारत को इस बैठक में नहीं बुलाने से कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. माना जा रहा है कि रूस अमेरिका के बीच तनाव का माहौल है. भारत की करीबी अमेरिका की तरफ है. सवाल यह है कि क्या इस वजह से भारत के सामने ऐसे हालात पैदा हुए हैं.

संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में भारत के स्थायी प्रतिनिधि और अगस्त माह के लिए सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष राजदूत टी एस तिरुमूर्ति (TS Trimurti) ने बुधवार रात ट्वीट किया, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद भारत की अध्यक्षता में शुक्रवार, छह अगस्त को अफगानिस्तान में स्थिति पर चर्चा करने और उसका जायजा लेने के लिए बैठक करेगा.

फुटबॉल खिलाड़ी लियोनेल मेसी ने बार्सिलोना क्लब के साथ तोड़ा 17 साल पुराना संबंध

 

फुटबॉल के सुपरस्टार खिलाड़ी लियोनेल मेसी का बार्सिलोना के साथ बरसों पुराना साथ अब खत्म हो गया है. एफसी बार्सिलोना ने खुद ही इसकी जानकारी देते हुए बताया कि मेसी अब क्लब के साथ खेल जारी नहीं रखेंगे.

एफसी बार्सिलोना क्लब की उन्नति में योगदान के लिए लियोनेल मेसी का तहे दिल से आभार व्यक्त करता है और उसके व्यक्तिगत तथा पेशेवर जीवन में भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता है.

लियोनेल मेसी और बार्सिलोना दोनों अब अलग हो गए हैं. मेसी बतौर खिलाड़ी अब बार्सिलोना के लिए नहीं खेलेंगे. नए समझौते के सौदे को लियोनेल मेसी ने स्वीकार नहीं किया था.

कम वेतन शर्तों पर मेसी एक नए दीर्घकालिक सौदे के लिए इंतजार में थे. लेकिन अब कैटलन दिग्गजों ने पुष्टि की है कि आर्थिक और संरचनात्मक बाधाओं (स्पेनिश लीगा नियमों) के कारण करार खत्म हो गया है.

जम्मू-कश्मीर पर IOC के विवादित बयान को अरिंदम बागची ने किया ख़ारिज कहा,”J-K भारत का अभिन्न अंग”

भारत ने गुरुवार को इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के जम्मू-कश्मीर पर एक बयान को खारिज कर दिया और उसे देश के आंतरिक मामलों पर टिप्पणियों के लिए अपने मंच का फायदा उठाने की अनुमति देने से परहेज करने के लिए कहा.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, “हम ओआईसी के महासचिव द्वारा जारी केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के लिए एक और अस्वीकार्य रिफ्रेंस को स्पष्ट रूप से खारिज करते हैं.” अरिंदम बागची ओआईसी के बयान पर मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे.

भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसे लेकर पाकिस्तान के सामने कड़ा विरोध दर्ज कराया है.भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि पाकिस्तान के उच्चयोग के वरिष्ठ अधिकारी को बुलाकर चिंता से अवगत कराया गया.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि उन्होंने सोशल मीडिया पर मंदिर और आसपास के घरों पर हुए हमले रिपोर्ट देखी हैं.उन्होंने कहा कि ऐसे ‘हमले चिंताजनक रफ़्तार में हो रहे हैं और पाकिस्तान की सरकार और सुरक्षा संस्थान अल्पसंख्यक समुदायों और उनके पूजा स्थलों पर होने वाले हमलों को रोकने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रहे हैं.’

 

अफगानिस्तान से आया दिल देहला देने वाला मामला, हिजाब न पहनने पर 21 वर्षीय लड़की के साथ तालिबान ने किया ये

अफगानिस्तान में तालिबान आतंकवादियों द्वारा नागरिकों पर जुल्म लगातार बढ़ते जा रहे हैं। तालिबानी आतंकियों ने पुरुषों व महिलाओं के लिए नए नियमों का ऐलान कर दिया है।

21 वर्षीय नाज़नीन को तालिबान ने उस समय कार से खींच लिया जब वह अफगानिस्तान के बल्ख जिला केंद्र की ओर जा रही थी। इस बीच तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने इन आरोपों का खंडन किया है।

बता दें कि अफगानिस्तान में नए क्षेत्रों पर कब्जा करने के बाद तालिबान ने अफगान महिलाओं पर दमनकारी कानून को फिर से लागू कर दिया है। तालिबान ने नए कानून के तहत इसके 1996-2001 के नियम को परिभाषित किया जब उन्होंने इस्लामी शरिया कानून के अपने संस्करण को लागू किया था।

बेज़ान और सरवर ने लिखा कि तालिबान महिलाओं को सिर से पैर तक खुद को ढकने के लिए मजबूर कर रहा है, उन्हें घर से बाहर काम करने से प्रतिबंधित कर रहा है, लड़कियों की शिक्षा को गंभीर रूप से सीमित कर रहा है, और महिलाओं को एक पुरुष रिश्तेदार के साथ रहने को जरूरी बताया है।

ब्रिटेन ने अपनी यात्रा संबंधी पाबंदियों में किया बदलाव, भारत को ‘रेड’ सूची से निकालकर ‘एम्बर’ सूची में डाला

ब्रिटेन ने कोविड-19 की यात्रा संबंधी पाबंदियों में बदलाव करते हुए भारत को ‘रेड’ सूची से निकाल कर ‘एम्बर’ सूची में डाल दिया है. इसके तहत भारत से आने वाले वे यात्री जिनका पूर्ण टीकाकरण हो चुका है.

अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए ब्रिटेन के ‘ट्रैफिक लाइट सिस्टम’ के तहत ‘एम्बर’ सूची वाले देशों से आने वाले लोगों को घर में 10 दिन पृथक-वास में रहना होता है. ब्रिटेन के परिवहन मंत्री ने ट्वीट किया, ” यूएई, कतर, भारत और बहरीन को ‘रेड’ सूची से निकाल ‘एम्बर’ सूची में डाल दिया गया है. यह सभी बदलाव आठ अगस्त को सुबह चार बजे से अमल में आएंगे.  जिसका श्रेय हमारे सफल घरेलू टीकाकरण अभियान को जाता है.”

देश के कानून के तहत ‘एम्बर’ सूची में शामिल देशों के यात्रियों को अपनी रवानगी से तीन दिन पहले कोविड-19 संबंधी जांच करानी होगी और इंग्लैंड आने से पहले ही कोविड-19 की दो जांच की ‘बुकिंग’ करानी होगी और यहां पहुंचने के बाद ‘पैसेंजर लोकेटर फार्म’ भरना होगा.